dApps, यानी डिसेंट्रलाइस्ड एप्लीकेशन , ब्लॉकचेन पर चलते हैं, जिससे ये ट्रांसपेरेंट, सुरक्षितऔर बिना किसी मेडिएटर के सीधे यूज़र्स के बीच ट्रांजैक्शन करते हैं।
dApps ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर निर्भर रहते हैं, जो उन्हें ट्रांसपेरेंट और सुरक्षित बनाता है, जिससे हैकिंग का खतरा कम होता है।
डिसेंट्रलाइस्ड एप्लिकेशन यूज़र्स को डेटा की पूर्ण ओनरशिप और नियंत्रण प्रदान करते हैं, जिससे पारदर्शिता बढ़ती है और मध्यस्थता की जरूरत कम होती है।
dApps का डिसेंट्रलाइजेशन यूज़र्स को अधिक सुरक्षा और गोपनीयता प्रदान करता है, जिससे व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
डिसेंट्रलाइस्ड एप्लिकेशन यूज़र्स को सीधे एक-दूसरे से संवाद करने और सहयोग करने की सुविधा देते हैं, बिना किसी मेडिएटर के।