माइनिंग एक प्रक्रिया है जिसमें नए क्रिप्टोकरेंसी को प्राप्त करने के लिए कम्प्यूटेशनल पावर का उपयोग किया जाता है।
माइनिंग कि प्रक्रिया नेटवर्क को सुरक्षित रखने और लेनदेन को वेरीफाई करने में मदद करती है।
CPU माइनिंग इसमें सामान्य प्रोसेसर का उपयोग करके माइनिंग करते है और GPU माइनिंग में ग्राफिक्स प्रोसेसर यूनिट (GPU) का उपयोग करके माइनिंग करते है।
Application-Specific Integrated Circuit (ASIC) माइनर ये सबसे तेज और सबसे प्रभावी होते हैं और Field-Programmable Gate Array (FPGA) यह अस्थायी हार्डवेयर माइनर हैं l
क्लाउड माइनिंग में यूज़र्स रिमोट सर्वर पर माइनिंग पावर खरीदते हैं। यह माइनिंग की एक आसान और जोखिम मुक्त विधि है।
जहां माइनर को अपने क्रिप्टो को 'स्टेक' (लॉक) करना पड़ता है और यह उन्हें नेटवर्क में ब्लॉक वेरिफिकेशन का मौका देता है।
यह सबसे सामान्य माइनिंग प्रक्रिया है, जिसमें माइनर्स को काम्प्लेक्स कैलकुलेशन को हल करना पड़ता है। इसका उदाहरण बिटकॉइन माइनिंग है।