जानिए क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास: शुरुआत से वर्तमान तक का
2008 में सतोषी नाकामोटो ने बिटकॉइन का व्हाइटपेपर जारी किया, जिसने डिसेंट्रलाइस्ड डिजिटल मुद्रा का विचार पेश किया।
जनवरी 2009 में बिटकॉइन नेटवर्क का पहला ब्लॉक माइन हुआ और सतोषी नाकामोटो ने हॉल फिनी को 10 बिटकॉइन भेजे।
2010 में लैस्ज़लो हैन्येक्स ने 10,000 बिटकॉइन में दो पिज्जा खरीदे, जिससे बिटकॉइन का पहला एक्चुअल प्राइस निर्धारित हुआ।
बिटकॉइन की सफलता के बाद लाइटकॉइन, रिपल, और एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी लॉन्च हुईं, जिन्होंने नए फीचर्स पेश किए।
क्रिप्टोकरेंसी ने लोकप्रियता पाई, लेकिन माउंट गॉक्स हैक जैसी चुनौतियाँ भी आईं, और 2017 में बिटकॉइन $20,000 तक पहुँचा।
कई देशों ने क्रिप्टोकरेंसी पर रेगुलेशन लागू किया और बड़ी कंपनियाँ इसे अपनाने लगीं और ब्लॉकचेन का उपयोग बढ़ा।
क्रिप्टोकरेंसी मेनस्ट्रीम में प्रवेश कर चुकी है। NFT और DeFi जैसी नई टेक्नोलॉजी भविष्य को नया आकार दे रही हैं।
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