MEXC Exchange के बड़े विवाद का हुआ अंत
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक बड़ा विवाद छिड़ा हुआ है, जिसमें दावा किया जा रहा था कि MEXC Exchange ने एक यूज़र का अकाउंट लॉक कर दिया है, जिसमें लगभग लगभग $47 मिलियन के 200k ZEC मौजूद थे।
इस दावे ने क्रिप्टोकरेंसी कम्युनिटी में हलचल मचा दी, लेकिन अब एमइएक्ससी और उसकी CSO Cecilia Hsueh ने इस पूरे मामले पर अपनी तरफ़ से स्पष्ट जवाब दिया है। उन्होंने इसे एक “coordinated FUD campaign” बताया और कहा कि संबंधित अकाउंट या यूज़र असल में मौजूद ही नहीं है। गौरतलब है कि इस मामले की तरह MEXC $500 Futures Bonus ऑफर भी काफी सुर्ख़ियों में रहा था। हालाँकि वह एक्सचेंज की ओर से अपने यूजर्स को दिया जाने वाला ऑफर था।
MEXC ने अपने ऑफिशियल X अकाउंट @MEXC_Official से एक पोस्ट जारी की, जिसमें कहा गया हाल ही में, हमने रिस्क कंट्रोल केसेस से संबंधित कई पोस्ट में इसी तरह के स्क्रीनशॉट और क्लेम्स सरक्यूलेट होते देखे हैं। हमारी सपोर्ट टीम ने UID से संपर्क किया है और वेरिफिकेशन और सहायता का अनुरोध किया है, लेकिन कोई भी वैध जानकारी प्रदान नहीं की गई।
एक्सचेंज ने आगे लिखा कि वे कम्युनिटी के फीडबैक को महत्व देते हैं और रिस्क कंट्रोल कम्युनिकेशन में सुधार की दिशा में पहले से काम कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने यूज़र्स को यह सलाह दी कि किसी भी अनवेरिफाइड कंटेंट से भ्रमित न हों।
इस पोस्ट के ज़रिए क्रिप्टो एक्सचेंज ने यह साफ़ कर दिया कि कई अकाउंट्स ने एक जैसे स्क्रीनशॉट और झूठे दावे पोस्ट किए हैं, जिनमें तथ्यों की कोई पुष्टि नहीं की गई।

Source – यह इमेज MEXC की X Post से ली गई है।
एमइएक्ससी की Chief Strategy Officer (CSO) Cecilia Hsueh ने अपने X अकाउंट से इस विवाद पर विस्तार से प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा हमने स्क्रीनशॉट में दिखाए गए अकाउंट डिटेल्स की जांच की है और कन्फर्म किया है कि ऐसा कोई यूजर मौजूद नहीं है। मैंने कल रात उसे डीएम भी भेजा था और उसका UID मांगा था, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।
Cecilia ने यह भी बताया कि आज कई अन्य अकाउंट्स ने “exact same content” पोस्ट किया है, जो एक Coordinated Effort जैसा लगता है। उन्होंने इन पोस्ट्स को “Malicious Noise” और “Engagement Farming” बताया, जिसका उद्देश्य लोगों का ध्यान असली मुद्दों से हटाना है।
Cecilia ने कहा, हालांकि उनके एक्सचेंज के पास रिस्क कंट्रोल इश्यूज पर कम्युनिकेट करने के तरीके में सुधार की काफी गुंजाइश है, लेकिन हम इसे ठीक करने के लिए पहले से ही सक्रिय कदम उठा रहे हैं। इस बयान से यह भी साफ़ होता है कि क्रिप्टो एक्सचेंज की टीम अपने इंटरनल सिस्टम को बेहतर बनाने पर काम कर रही है ताकि आगे ऐसी गलतफहमियां न हों।
यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब एक अकाउंट ने X पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि 12 सितंबर को उसका एमइएक्ससी अकाउंट लॉक कर दिया गया था। यूज़र ने लिखा कि उसके अकाउंट में लगभग 200k ZEC, यानी लगभग $47 मिलियन, फंसे हुए हैं और सपोर्ट टीम दो-दो हफ्ते तक जवाब नहीं दे रही।
पोस्ट में यह भी कहा गया कि वह अपने UID शेयर करने को तैयार है और अगर कोई उसकी मदद कर देता है, तो वह उसे 10% इनाम देगा। यह ऑफ़र सुनते ही यह पोस्ट तेजी से वायरल हो गया और कई अकाउंट्स ने इसे रीशेयर किया।
लेकिन जब एमइएक्ससी टीम ने जांच की तो पाया कि ऐसा कोई अकाउंट या UID मौजूद नहीं है। इसके बाद Cecilia Hsueh ने खुद उस यूज़र को Direct Message (DM) भेजकर डिटेल्स मांगी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। यहीं से एक्सचेंज को शक हुआ कि यह एक फेक नरेटिव फैलाने की कोशिश हो सकती है।
अपने 13 सालों के डिजिटल मार्केट में बतौर राइटर काम करने के अनुभव से कहूँ तो, इस विवाद में दोनों पक्षों के बयान सामने आने के बाद अगर सही कन्क्लूजन पर पहुंचे तो क्रिप्टो एक्सचेंज का जवाब स्पष्ट और डॉक्यूमेंटेड प्रतीत होता है। उन्होंने न केवल पब्लिक पोस्ट की बल्कि खुद CSO लेवल पर यूज़र से संपर्क करने की कोशिश भी की।
फिर भी, यह घटना एक महत्वपूर्ण बिंदु को सामने लाती है कि क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े एक्सचेंजों को अपनी रिस्क कंट्रोल प्रोसेस और कम्यूनिकेशन सिस्टम को और अधिक ट्रांसपेरेंट बनाना होगा।
क्योंकि क्रिप्टो दुनिया में ट्रस्ट ही सबसे बड़ी करेंसी है। अगर कम्युनिकेशन धीमा हो या यूज़र्स को अपडेट न मिले, तो गलतफहमियां फैलना आसान हो जाता है। MEXC जैसे ग्लोबल एक्सचेंज के लिए यह जरूरी है कि वह अपनी प्रतिक्रिया न केवल तेज़ रखे, बल्कि उसे सार्वजनिक रूप से भी स्पष्ट करे, जैसा कि इस बार हुआ।
इस पूरे विवाद के बाद MEXC का संदेश काफी साफ़ है, वे यह स्वीकार कर रहे हैं कि उनके रिस्क कंट्रोल कम्युनिकेशन में सुधार की गुंजाइश है, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी दिखाया कि वे फेक न्यूज़ का सामना डटकर कर सकते हैं।
एमइएक्ससी ने यह साबित किया है कि वे न सिर्फ़ सिक्योरिटी के मामले में अलर्ट हैं, बल्कि ट्रांसपेरेंसी की दिशा में भी ठोस कदम उठा रहे हैं। इस घटना से बाकी क्रिप्टो एक्सचेंजों को भी यह सीखना चाहिए कि आज के समय में ट्रांसपेरेंसी, क्विक वेरिफिकेशन ओर रियल टाइम रिस्पोंस ही किसी भी प्लेटफ़ॉर्म की साख बनाए रखते हैं।
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