क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल फाइनेंस की दुनिया में जहां US Dollar-Based Stablecoins (जैसे USDT और USDC) का बोलबाला है, वहीं अब अन्य देश भी अपनी करेंसी पर आधारित डिजिटल असेट्स को बढ़ावा देने की दिशा में एक्टिव हो रहे हैं। इसी कड़ी में Abu Dhabi के तीन प्रमुख संस्थानों - ADQ (Sovereign Wealth Fund), First Abu Dhabi Bank (FAB) और International Holding Company (IHC) ने मिलकर एक नया Dirham-Pegged Stablecoin लॉन्च करने की योजना बनाई है। इस पहल का उद्देश्य UAE को ग्लोबल ब्लॉकचेन इनोवेशन में लीडर बनाना और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत करना है। Stablecoins क्या होते हैं इस बारे में विस्तृत रूप से जानने के लिए दी गई लिंक पर क्लिक करें।
ADQ, FAB और IHC की यह साझेदारी Abu Dhabi की फाइनेंशियल स्ट्रेंथ और डिजिटल स्ट्रेटेजी का स्पष्ट संकेत है।
ADQ: यह सॉवरेन वेल्थ फंड 2018 में स्थापित हुआ था और इसका फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्लोबल सप्लाई चेन्स पर है।
FAB: UAE का सबसे बड़ा बैंक, जो 2017 में दो प्रमुख बैंकों के मर्जर से बना था।
IHC: एक लार्ज इन्वेस्टमेंट ग्रुप है जिसकी मार्केट वैल्यू $243 बिलियन से अधिक है और इसका कनेक्शन Abu Dhabi की रॉयल फैमिलीज़ से भी है।
यह नया Stablecoin पूरी तरह से UAE की लोकल करेंसी, Dirham से जुड़ा होगा और इसे UAE के Central Bank द्वारा रेगुलेट किया जाएगा। इसका उद्देश्य न केवल स्टेबिलिटी लाना है, बल्कि मशीन-टू-मशीन (M2M) ट्रांजैक्शन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे उभरते यूज़ केसेस को सपोर्ट करना भी है।
यदि इसे रेगुलेटरी अप्रूवल मिल जाता है, तो यह Stablecoin ADI Blockchain पर ऑपरेट करेगा, जिसे ADI Foundation द्वारा डेवलप किया गया है। यह एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन है जो ट्रेडिशनल फाइनेंशियल सिस्टम और गवर्नमेंट्स को Blockchain Technology अपनाने में सहायता करती है।
जबकि US Dollar-Pegged Stablecoins की मार्केट कैप $230 बिलियन पार कर चुकी है, कई देश अपनी-अपनी नेशनल करेंसीज़ से जुड़ी डिजिटल करेंसीज को लॉन्च करने पर विचार कर रहे हैं। Russia भी US Sanctions के चलते अपने खुद के Stablecoin की योजना बना रहा है। इससे यह स्पष्ट है कि दुनिया अब डॉलर की डिपेंडेंस से हटकर ज्यादा डाइवर्सिटी चाहती है।
हालांकि, Citigroup की एक रिपोर्ट (April 2025) के अनुसार, आने वाले वर्षों में भी ज्यादातर Stablecoins US Dollar से जुड़े रहेंगे। लेकिन UAE जैसे देशों द्वारा लिए गए कदम यह दर्शाते हैं कि Non-US Countries में भी अपनी डिजिटल करेंसी को प्रमोट करने का सीरियस इंटेंशन है।
Abu Dhabi की यह पहल केवल एक नया Stablecoin लॉन्च करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह UAE के डिजिटल फाइनेंशियल इकोसिस्टम को ग्लोबल स्टेज पर लीडर बनाने की दिशा में एक अहम स्ट्रेटेजिक स्टेप है। Dirham-Pegged Stablecoin UAE को फाइनेंशियल इनोवेशन और ब्लॉकचेन एडॉप्शन के नेक्स्ट लेवल पर ले जा सकता है। यदि इसे रेगुलेटरी अप्रूवल मिलता है, तो यह आने वाले वर्षों में इंटरनेशनल डिजिटल ट्रांजैक्शंस में UAE की पोजीशन को और भी मजबूत बना सकता है।
यह भी पढ़िए: Coinbase ने लॉन्च किया Bitcoin Yield Fund, देगा 8% तक रिटर्नशीतल बंसोड एक क्रिप्टो राइटर हैं, जो ब्लॉकचेन और Web3 जैसे कॉम्प्लेक्स टॉपिक्स को सरल और समझने में आसान तरीके से प्रस्तुत करने में एक्सपर्ट हैं। लगभग एक वर्ष के अनुभव के साथ, वह SEO-ऑप्टिमाइज्ड ब्लॉग और न्यूज़ आर्टिकल्स लिखती हैं। शीतल की लेखन शैली टेक्निकल और क्रिएटिव अप्रोच का बेहतरीन मिश्रण होती है, जो कठिन विषयों को सरल और पाठकों के लिए आकर्षक बनाती है।
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