हाल ही में, Coinbase के CEO, Brian Armstrong ने एक बड़ी अनाउन्समेंट की कि U.S. Securities And Exchange Commission (SEC), Coinbase के खिलाफ दायर मुकदमा वापस लेगा। यह मुकदमा 2023 में SEC द्वारा दायर किया गया था, जिसमें आरोप था कि Coinbase ने बिना प्रॉपर रजिस्ट्रेशन के एक एक्सचेंज, ब्रोकर और क्लियरिंग एजेंसी के रूप में काम किया और बिना रजिस्ट्रेशन के सिक्योरिटी ट्रेडिंग ऑफर की।
Armstrong ने इसे एक बड़ी जीत के रूप में अनाउन्स किया, जो यह साबित करता है कि Coinbase सही था और वह हमेशा नियमों का पालन करता था। गौरतलब है कि इससे पहले Coinbase ने SEC के खिलाफ Crypto Regulation की लीगल बैटल पर जीत हासिल भी की थी।
SEC ने Coinbase पर यह एलीगेशंस लगाए थे कि कंपनी ने सिक्योरिटी लॉ वायलेशन करते हुए अनऑथोराइस इन्वेस्टमेंट ऑफर किए। इसके अलावा, SEC का कहना था कि Coinbase ने प्रॉपर रजिस्ट्रेशन के सिक्योरिटी ट्रेडिंग की परमिशन दी, जो इन्वेस्टर्स को लीगल प्रोटेक्शन से Deprived करता था। 2023 में SEC ने यह भी क्लेम किया था कि Coinbase ने 2019 से अब तक इन एक्टिविटीज़ के माध्यम से अरबों डॉलर कमाए थे।
हालाँकि, Coinbase ने हमेशा इन एलीगेशंस का विरोध किया और अपनी पोजीशन को सही बताया। कंपनी का कहना था कि उसने किसी भी प्रकार से गलत काम नहीं किया और इसके मैनेजमेंट में कोई भी रूल वायलेशन नहीं हुआ। Armstrong और Company Executives ने इसे SEC के एक अग्रेसिव स्टांस के रूप में देखा, जो क्रिप्टो कंपनियों को टारगेट कर रहा था।
Brian Armstrong ने X (Formerly on Twitter) पर अपने पोस्ट में SEC के अगेंस्ट मिली इस बड़ी सफलता को 'मेजर विक्ट्री' के रूप में बताया। उन्होंने कहा कि यह कदम इस बात का प्रूफ है कि Coinbase हमेशा सही था और यह प्रूफ करता है कि Crypto Industry को अब पॉलिटिकल सपोर्ट मिल रहा है, स्पेशली Former President Donald Trump के Electoral Support के कारण। Armstrong ने यह भी कहा कि Trump के इलेक्शन में जीत के बाद, अब Crypto Industry के लिए रूल्स को ढीला करने की पॉसिबिलिटी बढ़ गई है।
Coinbase के Chief Legal Officer, Paul Grewal ने भी इस डिसीजन को एक Corrective Step बताया और कहा कि यह न तो कोई अग्रीमेंट था और न ही कोम्प्रोमाईज़, बल्कि यह एक रॉन्ग एक्टिविटी को करेक्ट करने का अटेम्प्ट था। Grewal ने यह क्लियर किया कि कंपनी Crypto Industry के लिए क्लियर और ट्रांसपेरेंट रूल्स की तरफ काम करती रहेगी और SEC और Congress के साथ मिलकर काम करेगी ताकि एक Better Regulatory Framework तैयार किया जा सके।
हाल ही में, क्रिप्टो एसेट्स के फेवर में एक क्लियर रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाने के उद्देश्य से SEC ने एक नई टास्क फोर्स लॉन्च की। इस टास्क फोर्स का मुख्य उद्देश्य क्रिप्टो एसेट्स के लिए एक ठोस और प्रभावी रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार करना है, जो इंडस्ट्री की डेवलपिंग नेचर के अनुसार होगी।
Coinbase और SEC के बीच यह मुकदमा अब एक क्रिटिकल जंक्शन पर पहुंच गया है, जिसमें SEC ने अपने एलिगेशंस को वापस ले लिया है। यह स्टेप Crypto Industry के लिए एक इम्पोर्टेन्ट विक्ट्री मानी जा रही है। इस डिसीजन से यह भी संकेत मिलता है कि Crypto Companies के लिए अब एक एक्स्ट्रा Clear और Favourable Regulatory Framework तैयार किया जा सकता है। Coinbase ने हमेशा क्लियर रूल्स और ट्रस्ट के साथ अपना बिज़नस किया है और अब यह देखना इंट्रेस्टिंग होगा कि फ्यूचर में US Government and Regulatory Institutions इस Industry को कैसे कन्ट्रोल करती हैं।
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