Crypto Hindi Advertisement Banner

XRP Ledger में गड़बड़ी, यूजर्स की सुरक्षा पर मंडराया खतरा

Published:April 23, 2025 Updated:April 23, 2025
Author: Akansha Vyas
XRP Ledger में गड़बड़ी, यूजर्स की सुरक्षा पर मंडराया खतरा

क्रिप्टो वर्ल्ड में सिक्योरिटी हमेशा सबसे बड़ी प्राथमिकता रही है, लेकिन हाल ही में XRP Ledger की एक प्रमुख JavaScript Library xrpl.js में एक गंभीर सिक्योरिटी Vulnerability पाई गई, जिससे नेटवर्क की सुरक्षा पर बड़ा खतरा मंडरा गया। यह बग इतना खतरनाक था कि इससे यूजर्स की प्राइवेट कीज़ और वॉलेट्स तक खतरा पहुंच सकता था।

हाल की खबरों के अनुसार, CoinSwitch की रिपोर्ट है की Ripple भारत का टॉप Trading Coin है। Ripple ने Shiba Inu और Bitcoin जैसी बड़ी Cryptocurrency को भी पीछे छोड़ दिया है।

क्या है मामला?

xrpl.js एक पॉपुलर JavaScript Library है जिसका इस्तेमाल XRP Ledger Network से जुड़ने और ट्रांज़ैक्शन के लिए किया जाता है। इस लाइब्रेरी को XRP Ledger Foundation मेंटेन करती है और इसे Ripple भी XRP Blockchain के साथ काम करने के लिए रिकमेंड करता है।

हाल ही में इस लाइब्रेरी के वर्जन 4.2.1 से 4.2.4 तक के अपडेट्स में एक बैकडोर (Malicious Code) पाया गया था। इस बग की खोज Aikido Security नामक ब्लॉकचेन सिक्योरिटी फर्म ने की थी। उनकी रिपोर्ट के अनुसार, इस बैकडोर के ज़रिए अटैकर्स यूज़र्स की प्राइवेट कीज़ चुरा सकते थे और उनके वॉलेट्स को खाली कर सकते थे।

बैकडोर कैसे काम करता था?

Aikido Security के रिसर्चर Charlie Eriksen के मुताबिक, यह एक सोफिस्टिकेटेड “सप्लाई चेन अटैक” था। अटैकर्स ने Ripple के एक एम्प्लोयी का NPM Account हैक कर लिया था, जिसका यूज़रनेम ‘mukulljangid’ बताया गया है। इसके बाद अटैकर्स ने लाइब्रेरी के लेटेस्ट वर्जन में बैकडोर कोड डाल दिया था।

यह बैकडोर कोड यूज़र की प्राइवेट की Wallet Seeds और Mnemonics को एक अटैकर-कंट्रोल्ड डोमेन (0x9c[.]xyz) पर भेज देता था। सबसे खतरनाक बात यह रही कि कुछ ही समय में कई इन्फेक्टेड वर्जन लॉन्च किए गए, जिससे यह अंदाजा लगाया गया कि अटैकर्स डिटेक्शन से बचने के अलग-अलग तरीके ट्राय कर रहे थे।

क्या हुआ समाधान?
जैसे ही इस बग की जानकारी मिली, XRP Ledger Foundation और Ripple ने तुरंत इस पर एक्शन लिया। malicious code को हटाया गया और लाइब्रेरी के सभी रिपॉजिटरीज़ को लेटेस्ट सिक्योरिटी पैच के साथ अपडेट कर दिया गया। इसके साथ ही, यूज़र्स को वॉर्निंग दी गई है कि अगर वे 4.2.1 से 4.2.4 वर्जन का उपयोग कर रहे हैं तो उसे तुरंत बंद कर दें और किसी पुराने वर्जन पर रहें या नया पैच किया गया वर्जन इस्तेमाल करें।
कितना बड़ा था खतरा?

यह अटैक बड़े पैमाने पर हो सकता था क्योंकि xrpl.js Library को हर हफ्ते 1.4 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जाता है। अगर इस बग का समय रहते पता न चलता, तो हजारों यूजर्स के वॉलेट्स से फंड चोरी हो सकते थे।

कन्क्लूजन 

इस घटना से यह साफ हो गया है कि क्रिप्टो वर्ल्ड में सिक्योरिटी को हल्के में नहीं लिया जा सकता। डेवलपर्स और यूजर्स दोनों को सावधान रहने की ज़रूरत है। समय पर एक्शन लेने के चलते इस बार बड़ा नुकसान टल गया, लेकिन आने वाले समय में ऐसे अटैक्स से बचाव के लिए और कड़े सुरक्षा उपायों की ज़रूरत है।

यह भी पढ़िए: Cantor की Tether और Bitfinex से पार्टनरशिप, क्या होंगे बदलाव
WHAT'S YOUR OPINION?
सम्बंधित खबर
संबंधित ब्लॉग
bitget

Copyright © 2025 Crypto Hindi News. All Rights Reserved.