क्रिप्टो एक्सचेंज Bybit पर हाल ही में सोशल मीडिया पर दो गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिनमें भारी-भरकम लिस्टिंग फीस और स्टूडेंट्स को प्रभावित करने की बातें शामिल हैं। इन दावों ने क्रिप्टो कम्युनिटी में हलचल मचा दी है। आरोप लगाने वाले यूज़र का कहना है कि Bybit ने टोकन लिस्टिंग के लिए $1.4 मिलियन मांगे और अपने कैंपस प्रोग्राम के जरिए स्टूडेंट्स को चुप रहने पर मजबूर किया।
14 अप्रैल को “silverfang88” नाम के एक सोशल मीडिया यूज़र ने क्रिप्टो एक्सचेंज Bybit पर दो गंभीर आरोप लगाए। इस यूज़र के X (पहले ट्विटर) पर 1 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, उनका दावा था कि Bybit किसी भी टोकन को अपने प्लेटफॉर्म पर लिस्ट करने के लिए $1.4 मिलियन (करीब 11.7 करोड़ रुपये) की भारी फीस मांगता है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि Bybit ने अपने Campus Ambassador Program के तहत स्टूडेंट्स को ट्रायल कॉन्ट्रैक्ट देकर चुप रहने के लिए प्रभावशाली लोगों (KOLs) का इस्तेमाल किया।
इन आरोपों के तुरंत बाद, Bybit के CEO Ben Zhou ने X पर रिएक्ट किया और दोनों दावों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, "अगर Bybit ने कुछ गलत किया है तो कृपया सबूत दिखाएं।" Zhou ने यह भी कहा कि Crypto Space अफवाहों से भरा हुआ है और बहुत से लोग बिना किसी ठोस जानकारी के पोस्ट कर देते हैं।
अभी कुछ समय पहले $1.4 बिलियन के हैक का शिकार हुआ Bybit हैक से उबरने की कोशिश कर रहा है और अब उसे इस तरह के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है।
Bybit की ओर से एक ऑफिशियल स्पष्टीकरण भी सामने आया जिसमें कहा गया कि वे टोकन लिस्ट करने के लिए $1.4 मिलियन फीस नहीं लेते। बल्कि, उनकी लिस्टिंग प्रोसेस में कुछ नियम होते हैं – जैसे प्रोजेक्ट को एक प्रमोशनल बजट देना होता है, साथ ही $200,000 से $300,000 तक का सिक्योरिटी डिपॉजिट जमा करना होता है। अगर कोई प्रोजेक्ट अपने वादे पूरे नहीं करता, तो उस पर पेनल्टी लगाई जा सकती है।
लिस्टिंग प्रोसेस में कई लेवल के चेक होते हैं, जैसे फॉर्म भरना, रिसर्च, इंटरनल वोटिंग और मीटिंग्स। कंपनी यह भी देखती है कि टोकन किस उद्देश्य से बना है, उसका टेक्निकल मॉडल, टीम की ट्रांसपेरेंसी और ब्लॉकचेन डेटा कितना भरोसेमंद है।
जहां तक Campus Ambassador Program का सवाल है, उस पर कंपनी की तरफ से कोई विशेष सार्वजनिक बयान नहीं आया है। हालांकि, Bybit के CEO Ben Zhou ने फिर से सबूत मांगा और कहा कि अगर किसी के पास ठोस जानकारी है, तो वह सामने लाए।
फिलहाल, इन आरोपों को लेकर कोई नया सबूत सामने नहीं आया है और Bybit ने अपनी लिस्टिंग या स्टूडेंट प्रोग्राम में कोई बदलाव नहीं किया है।
Bybit जिस तरह से हैक का शिकार हुआ उसके ध्यान में रखते हुए Bybit ने सेफ्टी बढ़ाने के लिए Zodia Custody से पार्टनरशिप की है। Zodia Custody एक इंस्टीट्यूशनल कस्टडी सर्विस प्रोवाइडर है, जो Bybit के प्लेटफॉर्म पर इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स को सेफ्टी सर्विसेस प्रदान करेगा।
Bybit पर लगाए गए आरोप फिलहाल सिर्फ सोशल मीडिया दावों तक ही सीमित हैं। कंपनी ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए प्रोसेस के स्पष्ट होने का दावा किया है। CEO Ben Zhou ने सबूत मांगते हुए कहा है कि बिना सबूत के किसी भी बात को सच नहीं माना जा सकता। जब तक ठोस सबूत सामने नहीं आते, तब तक इन दावों पर पूरी तरह विश्वास करना मुश्किल है। Bybit अपनी लिस्टिंग और स्टूडेंट प्रोग्राम को पहले की तरह ही ऑपरेट कर रहा है।
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