Google Translate से अलग है ChatGPT 4 Turbo का Translate फीचर

29-Mar-2024 By: Rohit Tripathi
Google Translate से अलग है ChatGPT 4 Turbo का Translate फीचर

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस दौर में सभी टैक फर्म अपनी वेबसाईट और अपने टूल्स को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य कर रही हैं। जिसके लिए अपने इन टूल्स और वेबसाईट के साथ में AI चैटबॉट को एकीकृत करना भी कई फर्म शुरू कर चुकी हैं। जिससे यूजर्स कम मेहनत के साथ ज्यादा आउटपुट प्राप्त कर रहे हैं। इसी कड़ी में दिग्गज AI फर्म OpenAI ने अपने चैटबॉट ChatGPT 4 Turbo का अपडेट वर्जन लॉन्च किया हैं। जिसे फर्म ने एक स्मार्ट ट्रांसलेटर कहा है। फर्म के ChatGPT 4 Turbo को स्मार्ट ट्रांसलेटर के नाम से पुकारे जाने के चलते यूजर्स काफी ज्यादा दुविधा में नजर आ रहे हैं और OpenAI की तुलना #Google के ट्रांसलेटर टूल Google Translate से कर रहे हैं। जो कि टैक फर्म Google का वह टूल है, जो किसी एक भाषा में लिखे गए कंटेट को कई सारी अलग-अलग भाषाओँ में ट्रांसलेट करने की सुविधा प्रदान करता है।  

हालाँकि OpenAI द्वारा लॉन्च किया गया GPT-4 Turbo गूगल ट्रांसलेट से काफी ज्यादा भिन्न है। जहाँ गूगल ट्रांसलेट कंटेंट को दूसरी लेंग्वेज में ट्रांसलेट करता है। वहीँ ChatGPT 4 Turbo लैंग्वेज और कोड की एफिशिएंट अंडरस्टैंडिंग को सुविधाजनक बनाने के लिए नम्बर्स के सीक्वेंसेस की एम्बेडिंग करता है। चैटबॉट की ये एम्बेडिंग्स ट्रांसलेटर के रूप में काम करती हैं और ह्युमन लैंग्वेज को मशीन रीडेबल कोड में बदल देती हैं। कुल मिलाकर ChatGPT 4 Turbo लैंग्वेज को कोड में कन्वर्ट करता है। 

ChatGPT का सबसे पॉवरफुल वर्जन है ChatGPT 4 Turbo

AI फर्म OpenAI अपने चैटबॉट ChatGPT 4 Turbo को लेकर यह दावा कर चुकी हैं कि यह ChatGPT का अबतक का सबसे पॉवरफुल वर्जन हैं। जहाँ अभी तक के वर्जन सितम्बर 2021 तक की ही जानकारी उपलब्ध करा सकते थे, वही GPT-4 Turbo अप्रैल 2023 तक की जानकारी दे सकता है। साथ ही साथ ChatGPT 4 Turbo का सबसे आकर्षक फीचर यह है कि नया वर्जन टेक्स्ट के साथ में इमेज की पहचान भी कर सकता हैं। कम्पनी ने इसकी इनपुट लिमिट पर भी काम किया हैं, जिसके चलते यह 300 पेजों तक की लम्बाई के इनपुट स्वीकार कर सकता हैं। जबकि पहले के वर्जन में यह लिमिट 3,000 शब्दों तक ही सिमित थी। यानी आप एक बार में एक बुक के टेक्स्ट को डाल सकते हैं। आकर्षक फीचर्स के साथ ChatGPT का GPT-4 Turbo पहले के वर्जन से काफी ज्यादा सस्ता भी हैं। जिसके चलते अब डेवलपर्स कम कीमत पर अपडेट इन्फोर्मेशन प्राप्त कर सकते हैं। 

ChatGPT को टक्कर देने के लिए Google कर रहा AI चैटबॉट पर काम

Open AI जहाँ अपने चैटबॉट ChatGPT के कई सारे वर्जन जैसे ChatGPT 3.5, ChatGPT 4 और ChatGPT 4 Turbo पेश कर चुका हैं। वहीँ #ChatGPT से मुकाबला करने के लिए Google भी AI चैटबॉट की फौज खड़ी करने के लिए तैयार है। अभी तक Google अपने दो चैटबॉट Bard और Gemini को लॉन्च कर चुका हैं। जहाँ Bard पूरी तरह से फ्री में यूजर्स के लिए उपलब्ध है, वहीँ Gemini की कीमत भी अन्य फर्म्स के चैटबॉट से कम है। साथ ही साथ गूगल खुले तौर पर यह दावा कर चुकी हैं कि उसका चैटबॉट Gemini  OpenAI के GPT-4 से बेहतर है। ज्ञात हो कि Gemini सिर्फ एक मॉडल न होते हुए AI मॉडल्स का एक समूह है जिसके तीन वर्जन Gemini Ultra, Gemini Pro और Gemini Nano उपलब्ध है। गौरतलब है कि Gemini के Ultra वर्जन के लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) ने 32 ऐकडेमिक बेंचमार्क में से 30 बेंचमार्क पास किये है, जो कि रिसर्च और डेवलपमेंट में उपयोग किए जाते हैं। अपने चैटबॉट के साथ गूगल यह बता चुका है कि वह भी इस नई टेक्नोलॉजी पर अपनी पकड बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। 

देखा जाए तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस दौरा में कोई भी फर्म पीछे नहीं रहना चाहती, जहाँ Google सबसे बड़ी टैक कम्पनियों में से एक हैं, वहीँ AI स्पेस में OpenAI वर्तमान में अपने चैटबॉट के ढेर सारे वर्जन्स के चलते काफी ज्यादा आगे हैं। लेकिन जिस तरह गूगल AI स्पेस में काम कर रहा है यह आने वाले समय में OpenAI को कड़ी टक्कर देगा। 

यह भी पढ़िए : ChatGPT और Google Bard में कौन सा चैटबॉट है बेहतर, जानिए इनमें अंतर  

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