भारत में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की सुरक्षा हमेशा एक अहम मुद्दा रहा है, जिसका सबसे बड़ा उदहारण WazirX Hack है जो अब तक का सबसे बड़ा हैक है। 12 फरवरी को घटी एक बड़ी घटना ने क्रिप्टो एक्सचेंज की सिक्योरिटी से जुड़े मुद्दे को फिर से सुर्खियों में ला दिया है। दरअसल बुधवार सुबह, लोकप्रिय भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज CoinSwitch का X अकाउंट हैक कर लिया गया। हैकर्स ने इस अकाउंट के जरिए एक फर्जी नेटिव टोकन $SWITCH को प्रमोट किया, जिसे Solana Blockchain पर आधारित Pump.Fun प्लेटफॉर्म पर जारी किया गया था। CoinSwitch के CEO, Ashish Singhal ने यूजर्स को आश्वस्त किया कि एक्सचेंज की सुरक्षा पूरी तरह से बरकरार है और उनके फंड्स भी सुरक्षित हैं।
बुधवार सुबह, CoinSwitch के ऑफिशियल X अकाउंट से $SWITCH नामक एक नए नेटिव टोकन के लॉन्च की घोषणा की गई। इस पोस्ट में यह भी कहा गया था कि $SWITCH की ट्रेडिंग 8 बजे UTC से शुरू हो जाएगी। हालांकि, यह पूरी जानकारी फर्जी थी और CoinSwitch की टीम ने जैसे ही यह देखा, उन्होंने तुरंत उस ट्वीट को डिलीट कर दिया।
इस घटना के बाद, CoinSwitch के CEO आशीष सिंघल ने इस हैक के बारे में पुष्टि की और सभी यूजर्स को यह सूचित किया कि उनका एक्सचेंज और उनके फंड्स पूरी तरह से सुरक्षित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह केवल एक सोशल मीडिया अकाउंट का हैक था और CoinSwitch के अन्य सिस्टम्स पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। सिंघल ने अपने पोस्ट में यूजर्स से यह आग्रह किया कि वे हैक किए गए अकाउंट से किसी भी संदेश को नजरअंदाज करें, खासकर $SWITCH के बारे में अफवाहों को।
इसके बाद, CoinSwitch की टीम ने X के साथ संपर्क किया और अकाउंट को पुनः प्राप्त करने के प्रयास शुरू किए। हालांकि, इससे पहले WazirX जैसे बड़े एक्सचेंज भी इसी प्रकार के हैक का शिकार हो चुके हैं, जिससे क्रिप्टो कम्युनिटी में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
जांच के दौरान यह पता चला कि $SWITCH नामक स्कैम मीमकॉइन में कुल 184 होल्डर्स हैं और इसका मार्केट कैप केवल $4659 है, जबकि इसकी कीमत वर्तमान में $0.00000466 है। $SWITCH Memecoin को उसके निर्माताओं ने इस उद्देश्य से डिजाइन किया था कि यह "टॉप ट्रेडर्स को पुरस्कार प्रदान करेगा, जिससे ट्रेडिंग और रिवॉर्डिंग बनेगी।
हालांकि, CoinSwitch के CEO आशीष सिंघल ने इस मीमकॉइन के साथ किसी भी आधिकारिक संबंध से साफ इनकार किया और यूजर्स को सोशल मीडिया पर किसी भी बिना सत्यापित जानकारी पर विश्वास न करने का सुझाव दिया। CoinSwitch ने स्पष्ट किया कि उनका कोई भी आधिकारिक टोकन नहीं है, और यह सारी अफवाहें और फर्जी प्रोडक्ट्स एक साइबर अपराध का हिस्सा हैं।
यह हैक की घटना तब सामने आयी है, जब WazirX User को Sign-Up Rewards दे रहा है CoinSwitch। दरअसल WazirX पर हुए 2000 करोड़ ($234.9 मिलियन) के साइबर हमले के बाद, CoinSwitch ने एक अनोका कदम उठाते हुए WazirX Users को आकर्षित करने के लिए एक नई स्कीम की पेश की है। जहाँ CoinSwitch ने Rs 600 करोड़ ($75 मिलियन) का प्लान लॉन्च किया है, जिसके तहत वह WazirX Hack में प्रभावित हुए यूजर्स को Sign-Up Rewards और अधिक रिटर्न्स देने का वादा कर रहा है। इसके माध्यम से CoinSwitch उन WazirX Users को अपने प्लेटफॉर्म पर स्विच कराना चाहता है, जो जुलाई 2024 में हुए साइबर हमले के बाद अपने फंड्स को लेकर चिंतित हैं।
इस हैक की घटना ने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर किया है। CoinSwitch ने हालांकि अपने यूजर्स को सुरक्षा की गारंटी दी है और कहा है कि प्लेटफॉर्म पर सभी फंड्स सुरक्षित हैं। इस घटना से एक बार फिर यह साबित हो गया है कि साइबर सुरक्षा पर ध्यान देना किसी भी डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए कितना महत्वपूर्ण है, खासकर जब बात क्रिप्टोकरेंसी की हो। यूजर्स को हमेशा सतर्क रहना चाहिए और केवल ऑफिशियल सोर्स से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। CoinSwitch और अन्य क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स को भी अपने सिक्योरिटी सिस्टम्स को मजबूत करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसे हमलों से बचा जा सके।
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