लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी प्रोजेक्ट Pi Network Mainnet Migration का नया Roadmap Release किया गया है। Pi Network के Mainnet Migration के लिए जारी Three-Phase Roadmap में स्पष्ट टाइमलाइन की अनुपस्थिति ने कम्युनिटी में निराशा फैला दी है। लाखों Pioneers जो लम्बे समय से नेटवर्क से जुड़े हैं, उन्हें अब भी स्पष्ट उत्तर नहीं मिल रहे हैं, कब उनका Migration पूरा होगा, क्या वे अपने सभी Rewards प्राप्त करेंगे और KYC प्रक्रिया में हो रही देरी का समाधान कैसे होगा?
इस नए रोडमैप में तीन फेज की योजना बताई गई है, पहला मौजूदा यूज़र्स का Migration, दूसरा Referral Bonuses वाला अपडेटेड फेज़ और तीसरा नियमित (Periodic) Migration। हालांकि, किसी भी फेज के लिए कोई निश्चित डेट या शेड्यूल शेयर नहीं किया गया है। इससे Users को यह समझने में मुश्किल हो रही है कि उनका नंबर कब आएगा और यह पूरी प्रक्रिया कितने समय में पूरी होगी।
कम्युनिटी में कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं:
Migration Capacity का खुलासा नहीं: टीम ने यह नहीं बताया कि अभी कितने यूज़र्स कतार में हैं या रोज़ कितने यूज़र्स का Migration संभव है।
Reward Distribution अस्पष्ट: कुछ Node Operators को Rewards मिल चुके हैं, जबकि बाकी Users को नहीं पता कि उन्हें क्यों नहीं मिला।
Claim किए गए Rewards गायब: कई यूज़र्स लगातार Reward Claim कर रहे हैं, लेकिन वॉलेट में कोई ट्रांसफर नहीं हो रहा।
UI में Balance मिसमैच: Transferable Balance और असली Balance में फर्क Users को भ्रमित कर रहा है और ट्रस्ट को कमजोर कर रहा है।
KYC प्रोसेस में Bottleneck: बिना मजबूत पहचान सत्यापन प्रक्रिया के स्केलेबिलिटी पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कम्युनिटी में अब यह चर्चा भी तेज़ हो गई है कि क्या Pi Coin वास्तव में एक एक्टिव ब्लॉकचेन पर आधारित है? यह दावा कि “सभी टोकन Genesis में मिंट हुए थे” उन यूज़र्स को उलझन में डाल रहा है जो पिछले 6 वर्षों से Mining कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ यूज़र्स ने कहा, “ऐसा लग रहा है जैसे कभी ब्लॉकचेन था ही नहीं।” यदि यह सत्य साबित होता है, तो यह Pi Network की साख के लिए गंभीर झटका हो सकता है।
हालाँकि अपने यूजर्स के ट्रस्ट को बढ़ाने के लिए Pi Network ने 100B टोकन सप्लाई के साथ Pi Tokenomics जारी किया था।
Pi Network फिलहाल एक क्रिटिकल मोड़ पर है। अगर टीम ट्रांसपेरेंसी, रिवॉर्ड डिस्ट्रीब्यूशन और आइडेंटीटी वेरिफिकेशन के लिए ठोस योजनाएं पेश नहीं करती, तो उसका यूज़रबेस टूट सकता है। एक ओर Pi Coin का प्राइस लगातार गिर रहा है और दूसरी ओर यूज़र्स में भी असंतोष है। अब केवल एक डिटेल्ड, डेट-बेस्ड और ट्रांसपेरेंट एक्शन प्लान ही नेटवर्क को दोबारा यूज़र्स का भरोसा दिला सकता है।
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