Google ने क्रिप्टोकरेंसी इंडस्ट्री में एक बड़ा बदलाव करते हुए यूरोपियन यूनियन (EU) में Crypto Ad Policy को अपडेट किया है। यह नई पॉलिसी 23 अप्रैल 2025 से प्रभावी होगी और इसका उद्देश्य EU की नई Markets in Crypto-Assets (MiCA) रेगुलेशन के अनुरूप ट्रांसपेरेंसी और कंज्यूमर प्रोटेक्शन को बढ़ावा देना है। इस बदलाव का सीधा असर उन कंपनियों पर पड़ेगा जो क्रिप्टो एक्सचेंज या सॉफ्टवेयर वॉलेट से जुड़ी सेवाएं EU में एडवर्टाइज करना चाहती हैं।
Google की नई पॉलिसी के अनुसार अब केवल वे ही एडवरटाइजर EU में क्रिप्टो से जुड़े विज्ञापन चला सकेंगे जिनके पास CASP (Crypto-Asset Service Provider) लाइसेंस होगा। यह लाइसेंस संबंधित EU की नेशनल अथॉरिटी द्वारा जारी होना चाहिए। इसके अलावा, एडवरटाइजर्स को Google से भी एक स्पेशल सर्टिफिकेशन प्राप्त करना होगा। इसका मतलब यह है कि अब कोई भी अनरेगुलेटेड या अनरजिस्टर्ड क्रिप्टो कंपनी Google Ads के जरिए अपनी सर्विसेज प्रमोट नहीं कर सकेगी। साथ ही, एडवरटाइजिंग मटेरियल को MiCA के साथ-साथ लोकल पॉलिसी का भी पालन करना होगा।
Google की यह पॉलिसी यूरोपियन यूनियन के सभी 27 देशों में लागू होगी, जिसमें फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, इटली, पोलैंड, नीदरलैंड्स और डेनमार्क जैसे बड़े बाज़ार शामिल हैं। हालांकि, Google ने ट्रांजिशनल व्यवस्था के तहत कुछ देशों के लिए अस्थायी राहत की घोषणा की है। उदाहरण के लिए, फिनलैंड में मौजूदा लाइसेंस 30 जून 2025 तक मान्य रहेंगे, जर्मनी में 30 दिसंबर 2025 तक और फ्रांस में 30 जून 2026 तक। इस अवधि के दौरान, वहां की लाइसेंस प्राप्त कंपनियाँ बिना नए MiCA लाइसेंस के भी Google के जरिए विज्ञापन चला सकेंगी, जिससे उन्हें नई व्यवस्था में ढलने का पर्याप्त समय मिल सके।
Google ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई विज्ञापनदाता नई नीति का उल्लंघन करता है तो उस पर तत्काल कोई कठोर कार्रवाई नहीं होगी। पहले उसे 7 दिनों की एक चेतावनी दी जाएगी ताकि वह आवश्यक बदलाव कर सके और नियमों के अनुरूप अपने विज्ञापन को ठीक कर सके। यदि सात दिनों के भीतर सुधार नहीं किया गया, तभी Google उस विज्ञापन खाते पर प्रतिबंध लगाने जैसे कदम उठाएगा। यह प्रक्रिया विज्ञापनदाताओं को पारदर्शिता और समय की सुविधा देती है ताकि वे बिना घबराए पालना सुनिश्चित कर सकें।
गौरतलब है कि गूगल की यह पॉलिसी उसके यूजर्स की सिक्योरिटी के लिए हैं। यूजर्स की सेफ्टी के लिए पहले भी कई तरह के अपडेट्स और अलर्ट गूगल जारी कर चुका हैं, जिसमें Google Ads पर फर्जी क्रिप्टो चोरों से रहें सावधान जैसे अलर्ट शामिल हैं।
Markets in Crypto-Assets (MiCA) रेगुलेशन का उद्देश्य पूरे EU में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी सेवाओं को एक समान और सिक्योर रेगुलेटरी फ्रेमवर्क के तहत लाना है। इससे कंज्यूमर को बेहतर सुरक्षा मिलेगी और फर्जी या भ्रामक प्रचार से बचाव होगा। Google की यह नई पॉलिसी इस दिशा में एक बड़ा कदम है, क्योंकि यह केवल प्रमाणित और लाइसेंस प्राप्त कंपनियों को ही प्रमोशन की इजाज़त देती है। इसके चलते क्रिप्टो इंडस्ट्री को अधिक प्रोफेशनल और ट्रांसपेरेंट बनाना संभव हो पाएगा।
Google की यह नई Crypto Ad Policy इस बात का संकेत है कि क्रिप्टो मार्केट अब एक रेगुलेटेड और जवाबदेह भविष्य की ओर बढ़ रहा है। जो कंपनियाँ EU मार्केट में बने रहना चाहती हैं, उन्हें CASP लाइसेंस और Google Certification की प्रक्रिया को जल्दी से जल्दी पूरा करना होगा। इसमें देरी करने का मतलब होगा डिजिटल मार्केटिंग के एक बड़े अवसर को गंवाना। आने वाले समय में, केवल वे ही कंपनियाँ सफल होंगी जो इन रेगुलेटरी बदलावों के साथ खुद को समय पर ढाल लेंगी।
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