साल 2022-23 क्रिप्टो स्पेस के लिए काफी उतार चढ़ाव भरा रहा है जहाँ मार्केट में कई बड़ी घटनाएँ ,स्कैम्स और क्रिप्टो हैक्स हुए, जिनका नकारात्मक प्रभाव पुरे क्रिप्टो मार्केट पर पड़ा और क्रिप्टो मार्केट को काफी नुकसान झेलना पड़ा। इसी का ही परिणाम एक रिपोर्ट में सामने आया है। हाल ही में एक रिपोर्ट में क्रिप्टोकरंसी प्रोजेक्ट्स से जुड़ा एक खुलासा किया गया है, जिसके लिए 12,343 क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स पर सर्वे किया गया। डेटा से पता चलता है कि 2020-2023 में 2023 क्रिप्टोकरेंसी प्रोजेक्ट्स के लिए सबसे मुश्किल साल रहा है, क्योंकि इस साल में लगभग 60% कॉइन बंद हो गए।
डेड कॉइन में से, 90% से अधिक डेड कॉइन कम लिक्विडिटी और घटते ट्रेडिंग वॉल्यूम के कारण डेड हो गए, जो क्रिप्टो में निवेशकों की रुचि में कमी का संकेत है। क्रिप्टो मार्केट की यह स्थिति चिंताजनक है। हालाँकि निवेशकों की रुचि में कमी के पीछे कई कारण जिम्मेदार है। जिसमें मार्केट की अस्थिरता,सुरक्षा में कमी, अस्पष्ट क्रिप्टो रेगुलेशन जैसे कारण जिम्मेदार हो सकते है। हालाँकि निवेशकों की रूचि में कमी का एक उदहारण हाल ही में भारतीय क्रिप्टो स्पेस में भी देखने को मिला है जहाँ, क्रिप्टो एक्सचेंजों के ट्रेडिंग वोल्यूम में कमी आई है।
इसके अलावा, एक अन्य रिपोर्ट भी दावा करती है की 2020-2021 के बुल रन के दौरान लांच किये गए 70% से अधिक क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स असफल रहे है, जबकि FTX क्रिप्टो एक्सचेंज द्वारा बैंकरप्सी फाईलिंग किए जाने के तुरंत बाद 30% से अधिक क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स बंद हो गए थे। इनमें से आधे से अधिक प्रोजेक्ट्स ने अपनी वेबसाइटों पर अपडेट करना बंद कर दिया। साथ ही, 35% से अधिक डेड कॉइन ने सोशल मीडिया पर सभी एकाउंट्स पूरी तरह से बंद कर दिए। यह स्थिति केवल क्रिप्टोकरेंसी प्रोजेक्ट्स की ही नहीं है। बल्कि web3 गेमिंग की भी स्थिति काफी खराब है। हाल ही में किये एक सर्वे से पता चला है कि पिछले पांच वर्षों में आश्चर्यजनक रूप से 2,127 Web3 गेम, या कुल लॉन्च किए गए 2,817 में से 75.5% Web3 गेम विफल हो गए हैं।
यह भी पढ़िए : Web3 में सबसे आगे TaskOn, डिसेंट्रलाइज्ड वर्क में करता है सहयोग
Copyright © 2024 Crypto Hindi News. All Rights Reserved.