भारत में रहते हुए यदि आप भी क्रिप्टो कारोबार में रुचि रखते हैं और किसी crypto exchange पर आपका अकाउंट है तो तत्काल अपनी KYC (Know Your Customer) अपडेट करा लें। दरअसल भारत सरकार की वित्तीय खुफिया इकाई (FIU-IND) ने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों को 30 जून 2025 तक अपनी KYC प्रोसेस को अपडेट और मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। आपको बता दें कि FIU-IND ने यह आदेश Prevention of Money Laundering Act (PMLA) के तहत दिया गया है।
Financial Intelligence Unit-India (FIU) ने कहा है कि क्रिप्टो एक्सचेंजों को सभी यूजर्स के डेटा को अपडेट करना होगा, जिनके अकाउंट्स की जानकारी 18 महीने से पुरानी हो गई है। उन्हें फिर से KYC प्रोसेस शुरू करना होगा। साथ ही FIU ने सभी क्रिप्टो एक्सचेंजों को ऐसे अकाउंट्स की जानकारी भी इकट्ठा करने का आदेश दिया है, जो रिस्की हो सकते हैं। गौरतलब है कि बीते कुछ समय से भारत में भी Cryptocurrency के उपयोग में बढ़ोतरी हो रही है और एक बड़ा वर्ग निवेशक के रूप में उभर रहा है। ऐसे में FIU ने स्पष्ट किया है कि क्रिप्टो एक्सचेंजों से संबंधित नियमों का उल्लंघन किसी भी प्रकार से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारत में 5 बेस्ट Cryptocurrency Exchanges के बारे में यूजर्स यहां पढ़ सकते हैं।
दरअसल FIU-IND भारत में वित्त मंत्रालय के अधीन काम करने वाला वित्तीय खुफिया इकाई है। यह संगठन वित्तीय अपराधों और मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित मामलों की जांच करता है। यह संस्था संदिग्ध लेनदेन की पड़ताल करती है। FIU अन्य देशों के वित्तीय खुफिया इकाइयों के साथ मिलकर काम करता है, ताकि अंतरराष्ट्रीय मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने में मदद मिल सके। FIU-IND का गठन साल 2004 में किया गया था।
अब सवाल ये उठता है कि FIU की क्रिप्टो एक्सचेंजों पर अचानक इतनी सख्ती क्यों बढ़ गई है। दरअसल FIU-IND से जुड़े आला अधिकारियों का कहना है कि कई मामलों में देखा गया है कि KYC प्रक्रियाओं का पालन ठीक से नहीं किया गया था और कई एक्सचेंजों ने TDS (Tax Deducted at Source) के नियमों का उल्लंघन किया था। दरअसल भारत में PMLA के तहत, क्रिप्टो एक्सचेंजों को हर 10,000 रुपए के ट्रांसजेक्शन पर 1 फीसदी TDS काटने की आवश्यकता है। यदि कोई उपयोगकर्ता TDS की कटौती से बचना चाहता है, तो उसे अपना ITR दाखिल करना होगा। लेकिन कई क्रिप्टो एक्सचेंजों ने यह प्रक्रिया में नियमों का उल्लंघन किया है।
FIU-IND की सख्ती के बाद भारत में Binance और Bybit जैसी क्रिप्टो एक्सचेंज कंपनियों ने यूजर्स को KYC अपडेट करने का नोटिफिकेशन भेजा है और PAN कार्ड की जानकारी मांगी गई है। गौरतलब है कि Bybit ने भारत में अपनी सेवाएं शुरू करने के लिए साल 2023 में 9.27 लाख रुपए का जुर्माना अदा किया था, उसके बाद उसे अब Prevention of Money Laundering Act (PMLA) के नियमों के तहत काम करना होगा। दरअसल मार्च 2023 में वित्त मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए क्रिप्टो एक्सचेंजों को FIU-IND के साथ रजिस्ट्रेशन को आवश्यक कर दिया था। इसके अलावा साल 2022 में बजट में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (VDAs) पर 30 फीसदी कर लगाने का प्रस्ताव किया गया था।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग धीरे-धीरे बढ़ रहा है। ऐसे में देश की नियामक संस्थाओं की प्रक्रियाएं और भी सख्त होती जा रही है। FIU-IND का नया आदेश क्रिप्टो एक्सचेंजों को KYC और PMLA नियमों का पालन करने के लिए मजबूर करेगा। इससे न केवल मनी लॉन्ड्रिंग जैसे अपराध कम होंगे, साथ ही आतंकवाद के वित्तपोषण को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी। इस नियमों के सख्ती से पालन करने से क्रिप्टोकरेंसी की वैधता भी बढ़ेगी। निवेशकों को अपने क्रिप्टो अकाउंट की सुरक्षा और नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण होगा ताकि वे किसी भी कानूनी उलझन से बच सकें।
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