पिछले 24 घंटों में Bitcoin और Ethereum की कीमतों में 2% से 3% की गिरावट आई है, वहीं Pi Network का नेटिव टोकन Pi Coin ने भी अपनी ज्यादातर वैल्यू खो दी है और $1 के नीचे गिर गया है। पिछले 24 घंटों में इसमें 24% की गिरावट आई है, जिससे निवेशक Pi Coin की संभावनाओं को लेकर चिंतित हैं।
1. Binance और Coinbase पर लिस्टिंग में देरी
निवेशक उम्मीद कर रहे थे कि Pi Coin को Binance और Coinbase जैसी प्रमुख एक्सचेंजों पर लिस्ट किया जाएगा। लेकिन ऑफिशियल कन्फर्मेशन और लिस्टिंग में देरी के कारण इस टोकन की डिमांड घट गई है। फ़िलहाल तो Pi Coin Listing on Binance अब मुश्किल ही है।
2. लिमिटेड सप्लाई और घटते प्राइस का प्रेशर
Pi Network के उठाये गए कुछ कदमों की वजह से टोकन की सप्लाई कम हो रही है।
ट्रांज़ैक्शन फीस: 528,671 से अधिक टोकन को स्थायी रूप से बर्न कर दिया गया है।
KYC से संबंधित टोकन बर्न करना: जिन्होंने KYC Verification पास नहीं किया, उनके टोकन को बर्न किया गया है, जिससे कुल 60.8 बिलियन टोकन बर्न हो चुके हैं।
हालांकि, इन उपायों के बावजूद, मार्केट सेंटीमेंट्स और टोकन की सप्लाई में कमी के बावजूद कीमतों में गिरावट जारी है।
3. गिरता हुआ ट्रेडिंग वॉल्यूम
आज Pi Coin का ट्रेडिंग वॉल्यूम $366 मिलियन है, जो पिछले 24 घंटों में 37% गिर चुका है। वॉल्यूम में कमी का मतलब है कि निवेशकों का इंटरेस्ट कम हो रहा है और अगर यह वॉल्यूम नहीं बढ़ता, तो Coin के लिए कीमत बनाए रखना मुश्किल हो सकता है।
एनालिस्ट का मानना है कि Pi Coin के लिए कुछ महत्वपूर्ण सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल हैं।
सपोर्ट लेवल: अगर टोकन $0.87 के सपोर्ट लेवल को बनाए नहीं रखता, तो कीमत $0.60 तक गिर सकती है।
रेजिस्टेंस लेवल: अगर कीमत में सुधार होता है, तो Pi Coin $1.20 तक जा सकता है, लेकिन इसके लिए काफी बुलिश मूमेंटम की आवश्यकता होगी।
Pi Network पर यह आरोप लग चुका है कि यह Multi-Level Marketing (MLM) जैसा है और डिसेंट्रलाइज़्ड नहीं है, हालांकि एनालिस्ट द्वारा दिए गए विपरीत तर्क से इसकी विपरीत राय सामने आई है।
माइनिंग मॉडल
Pi Network का माइनिंग मॉडल ट्रेडिशनल माइनिंग से अलग है, क्योंकि यह हाई पॉवर वाले कंप्यूटर रिसोर्सेज की बजाय यूजर्स के पार्टिसिपेंट्स पर बेस्ड है। इसका उद्देश्य माइनिंग की परिभाषा को बदलना है और इसे ज्यादा यूजर फ्रेंडली बनाना है।
डिसेंट्रलाइजेशन प्लान
Pi Network अभी एक परमिशन बेस्ड मोड में है, लेकिन इसका टारगेट मैननेट सेटअप के बाद डिसेंट्रलाइजेशन को और बढ़ाना है।
Stellar के समान डिजाइन
Pi Network का डिजाइन Stellar के फ्रेमवर्क पर बेस्ड है, जो इसे एक स्टेबल और प्रूवन नेटवर्क बनाता है, वैसे यह एक सुपर एडवांस्ड प्रोग्रामेबल डिवाइस बनाने की कोशिश नहीं करता।
कुछ लोगों को इसमें संकोच हो सकता है, Pi Network का कदम उन समान प्रोजेक्ट्स की तरह है जिन्होंने सेंट्रलाइजेशन से डिसेंट्रलाइजेशन की दिशा में कदम बढ़ाया है।
Pi Coin की कीमत में भारी गिरावट के कारण निवेशकों में डर, अनिश्चितता और संदेह (FUD) बढ़ गया है। कुछ ट्रेडर्स का कहना है कि इसे जानबूझकर गिराया जा रहा है और पैनिक सेलिंग हो रही है। इस दौरान मार्केट में अस्थिरता बनी हुई है और Pi Coin की रिकवरी, एक्सचेंज लिस्टिंग और निवेशक विश्वास पर निर्भर करेगी।
Pi Coin के चार घंटे के चार्ट पर एक Descending Wedge Pattern दिख रहा है, जो आमतौर पर कीमत में उलटफेर का संकेत देता है। हाल ही में इस पैटर्न ने निचली ट्रेंडलाइन को तोड़ा है, जिससे शॉर्ट-टर्म में और गिरावट की संभावना दिख रही है।
टेक्निकल इंडिकेटर भी नेगेटिव हैं। जैसे, RSI (18.95) ओवरसोल्ड (बेचने के लिए अधिक) स्थिति को दर्शाता है और MACD भी बेयरिश है, जो कीमत में गिरावट की पुष्टि करता है। अगर Pi Network का डेवलपमेंट, एक्सचेंज लिस्टिंग और यूजर्स की संख्या बढ़ती है, तो लंबे समय में Pi Coin की कीमत में सुधार हो सकता है।
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