भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में फाइनेंशियल सेक्टर में Artificial Intelligence (AI) के जिम्मेदार और एथिकल यूज़ के लिए एक हाई लेवल हाई लेवल कमेटी "FREE-AI" का गठन किया है। यह पहल दिसंबर मॉनेटरी पॉलिसी के तहत की गई, जिसका उद्देश्य टेक्नीकल इनोवेशन और एथिकल गवर्नेंस के बीच संतुलन बनाए रखना है। इस कमेटी का गठन फाइनेंशियल सेक्टर में Artificial Intelligence के प्रभावी और सुरक्षित उपयोग के लिए दिशा-निर्देश बनाने के लिए किया गया है।
समिति की अध्यक्षता IIT बॉम्बे के प्रोफेसर पुष्पक भट्टाचार्य करेंगे और इसमें सरकारी, उद्योग, और अकादमिक क्षेत्र के प्रमुख व्यक्तित्व शामिल हैं। समिति में NITI Aayog की विशिष्ट सहायक डेबजानी घोष, IIT मद्रास के Wadhwani School के प्रमुख बालयरमण रवींद्रन, और इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव अभिषेक सिंह सहित अन्य प्रमुख सदस्य शामिल हैं। इसके अलावा, उद्योग प्रतिनिधि जैसे Microsoft India, HDFC Bank, और Trilegal भी इस समिति में योगदान दे रहे हैं।
समिति का मुख्य उद्देश्य वित्तीय संस्थाओं, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs), भुगतान प्रणाली ऑपरेटरों (PSOs) और फिनटेक कंपनियों में AI के उपयोग को समझना और इसके लिए एक मजबूत और जिम्मेदार ढांचा तैयार करना है। यह कमेटी ग्लोबल और डोमेस्टिक लेवल पर AI के उपयोग का मूल्यांकन करेगी, साथ ही इसके संभावित जोखिमों का विश्लेषण करेगी।
समिति का ध्यान मुख्य रूप से फाइनेंशियल सेक्टर में AI के प्रभावी और सुरक्षित उपयोग पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य जोखिमों का मूल्यांकन करना, उन्हें कम करने के उपाय सुझाना और कंप्लायंस फ्रेमवर्क तैयार करना है। समिति की सिफारिशों में एथिकल और जिम्मेदार AI मॉडल्स के फाइनेंशियल इन्फ्रास्ट्रक्चर में इंटीग्रेशन के लिए दिशा-निर्देश शामिल होंगे।
कमेटी बैंकिंग सेक्टर, NBFCs और फिनटेक कंपनियों में AI के उपयोग के दौरान उत्पन्न होने वाले विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसमें डेटा सिक्योरिटी, एन्क्रिप्शन और यूजर्स प्राइवेसी जैसे मुद्दे शामिल होंगे। साथ ही, यह फाइनेंशियल सेक्टर में AI के इंटरनेशनल स्टैण्डर्ड के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए भी उपाय सुझाएगी।
RBI द्वारा गठित FREE-AI Panel भारतीय वित्तीय क्षेत्र में AI के उपयोग को रेगुलेट करने और इसके संभावित जोखिमों को कम करने के लिए महत्वपूर्ण कदम है। इसका उद्देश्य एक नैतिक और जिम्मेदार AI संरचना को बढ़ावा देना है, जिससे फाइनेंशियल इंडस्ट्री में नवाचार को बढ़ावा मिल सके, लेकिन साथ ही यह सुनिश्चित किया जा सके कि टेक्नीकल डेवलपमेंट के दौरान कोई जोखिम उत्पन्न न हो। इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया फाइनेंशियल सेक्टर में AI के डेवलपमेंट और रेगुलेशन के लिए गंभीर है और इसके संचालन में स्पष्टता और पारदर्शिता बनाए रखने की कोशिश करेगा।
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