Bitcoin की कीमत में हाल ही में एक बड़ा झटका लगा, जब अपने All Time High से BTC 25% गिरा। जानकारी के अनुसार Bitcoin अपने ऑल-टाइम हाई $109,114 से लगभग 25% गिरकर $80,000 के आसपास पहुंच गया। सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी की इस गिरावट ने मार्केट में हलचल मचा दी है और निवेशकों के मन में सवाल उठने लगे हैं कि आखिर इस गिरावट के पीछे क्या कारण हैं। हालांकि Bitcoin जैसी अस्थिर असेट्स के प्राइस में उतार-चढ़ाव सामान्य है, फिर भी इस गिरावट के कई बड़े कारण हैं जिनसे यह गिरावट आयी। इस आर्टिकल में हम उन मुख्य कारणों पर ध्यान देंगे जिनकी वजह से BTC में यह भारी गिरावट आई।
Bitcoin की हालिया गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण ग्लोबल इकोनॉमिक इनस्टेब्लिटी है। दुनिया भर में बढ़ता इन्फ्लेशन, खासकर प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में, निवेशकों को अधिक सिक्योर और ट्रेडिशनल असेट्स की ओर धकेल रहा है। जैसे-जैसे अमेरिका और अन्य देशों में मुद्रास्फीति के आंकड़े बढ़े, ट्रेजरी यील्ड्स में भी वृद्धि हुई है। इससे निवेशक डॉट्स और अन्य फाइनेंशियल क्राइसेस से बचने के लिए Bitcoin जैसी क्रिप्टो को छोड़कर सरकारी बॉन्ड्स जैसे सिक्योर असेट्स में निवेश करने को प्राथमिकता देने लगे हैं।
इसके अलावा, अमेरिकी और अन्य प्रमुख देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि और मॉनिटरी पॉलिसी के कड़े होने से भी BTC के लिए जोखिम बढ़ा है। जब ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो निवेशक हाई रिटर्न वाले सिक्योर ऑप्शन्स की ओर रुख करते हैं, जिससे क्रिप्टोकरेंसी जैसे अनस्टेबल असेट्स से पैसा बाहर निकलता है। इससे Bitcoin जैसी असेट्स में दबाव बढ़ता है और इसकी कीमत में गिरावट होती है।
Bitcoin Price में गिरावट के अन्य प्रमुख कारण ग्लोबल ट्रेड वॉर और राजनीतिक अस्थिरता है। खासकर अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर और इसके बाद के प्रभावों ने निवेशकों को अनिश्चितता के माहौल में डाल दिया है। इससे निवेशक अपनी जोखिम लेने की प्रवृत्तियों को कम कर रहे हैं और अधिक स्थिर निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं।
इस अस्थिरता का असर क्रिप्टो मार्केट पर भी पड़ा है, क्योंकि ट्रेड वॉर के कारण देशों के बीच विश्वास की कमी हो गई है और इस अस्थिरता में निवेशक Bitcoin जैसी अस्थिर असेट्स में निवेश करने के बजाय अधिक सुरक्षित विकल्पों की तलाश कर रहे हैं। इससे BTC की मांग में कमी आई है, जिससे इसकी कीमतों में गिरावट आई।
Bitcoin में हालिया गिरावट को समझने के लिए वैश्विक आर्थिक, राजनीतिक और वित्तीय परिस्थितियों का गहराई से विश्लेषण करना जरूरी है। बढ़ती मुद्रास्फीति, केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि और ट्रेड वॉर जैसी घटनाओं ने बिटकॉइन के मूल्य पर दबाव डाला है। जबकि बिटकॉइन एक अस्थिर संपत्ति है, यह लंबे समय में एक सुरक्षित विकल्प के रूप में अपनी स्थिति बना सकता है, लेकिन फिलहाल बाजार में चल रही अनिश्चितता ने इसके मूल्य में भारी गिरावट को जन्म दिया है। निवेशकों को चाहिए कि वे इन अस्थिरताओं को समझकर अपने निवेश निर्णय लें और बिना किसी घबराहट के दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाएं।
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