अब Saudi Arabia ने चुना AI का मार्ग, ला रहा है नया AI मॉडल

06-Jun-2024 By: Rohit Tripathi
अब Saudi Arabia ने चुना AI का मार्ग, ला रहा है नया AI मॉडल

AI के विस्तार ने कई देशों को खुद के टूल्स बनाने पर किया मजबूर

Artificial Intelligence (AI) दिन-प्रतिदिन अपने कदम आगे बढ़ा रहा है। AI के बढ़ते विस्तार को देखकर ऐसा लगता है कि एक दिन ऐसा आएगा, जब लोगों के द्वारा कहा जाएगा कि यह युग AI का युग है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि बीते कुछ दिनों से AI में लोगों की रूचि अधिक बढ़ी है। AI के प्रति बढ़ती लोगों की रूचि ने कई कन्ट्रीज, फर्म्स, कंपनीज और प्लेटफॉर्म्स को AI चिप्स बनाने एवं AI टूल्स को डेवलप करने पर मजबूर कर दिया है। इसके पीछे की खास वजह OpenAI का लैग्वेंज टूल ChatGPT है। जब से ChatGPT मार्केट में आया है और यूजर्स द्वारा इसके इस्तेमाल में बढ़ोत्तरी हुई है, तब से बड़े-बड़े प्लेटफॉर्म्स से लेकर कई बड़े देश अपने खुद के AI टूल्स और AI चिप्स हाउस बनाने की रेस में जुट गए हैं। कुछ दिन पहले OpenAI ने ChatGPT में एक बड़ा अपडेट करके सभी को चौंका दिया था। दरअसल, ChatGPT अब से लिखने के अलावा देखने, सुनने और बोलने का भी काम करेगा। OpenAI टेक्नोलॉजी डेवलप होने के साथ ही ChatGPT में नए अपडेट करता रहता है। शायद ChatGPT की बढ़ती लोकप्रियता ने सभी को अपने खुद के AI टूल्स बनाने पर मजबूर कर दिया है। 

AceGPT मॉडल को Meta के LlaMA2 पर किया गया डेवलप

Saudi Arabia भी अब AI की दिशा में अपने कदम बढ़ा रहा है। हाल ही में Saudi Arabia में King Abdullah University of Science and Technology (KAUST) ने अरेबिक फोक्स्ड Artificial Intelligence (AI) सिस्टम बनाने के लिए China की दो यूनिवर्सिटीज के साथ सहयोग किया है। AceGPT नाम का लैंग्वेज मॉडल (LLM), Meta के LlaMA2 पर बनाया गया है और KAUST में एक चीनी-अमेरिकन प्रोफेसर द्वारा स्कूल-ऑफ डेटा साइंस, चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ Hong Kong, Shenzhen (CUHKSZ) और Shenzhen के सहयोग से लॉन्च किया गया है। 

AceGPT मॉडल इन खासियतों के साथ करेगा काम

बता दें कि AceGPT मॉडल को Arabic बोलने वाले लोगों के लिए बनाया गया है। इसी के साथ AceGPT, Arabic बोलने वालों के लिए AI सहायक के रूप में कार्य करेगा, जो कि Arabic में प्रश्नों के सवालों का जवाब देगा। लेकिन ऐसा बताया जा रहा है कि AceGPT, Arabic लैंग्वेज के अलावा अन्य कोई लैंग्वेज में संतोषजनक जवाब नहीं देगा। डेवलपर का कहना है कि AceGPT मॉडल संभावित प्रकार के दुरुपयोग को पहचानने के लिए बनाया गया है। वहीं AceGPT संवेदनशील जानकारी को गलत तरीके से संभालने, हानिकारक सामग्री का उत्पादन करने, गलत सूचना को जारी रखने या फिर सुरक्षा जांच में हुई विफलता की भी पहचान करेगा। डेवलपर का कहना है कि AceGPT जैसे मॉडल का विकास बढ़ती हुई टेक्नोलॉजीज में विशेष रूप से AI के क्षेत्र में नेतृत्व करने की Saudi Arabia की महत्वकाक्षाओं के अनुसार है।  

यह भी पढ़े- Meta का जेनरेटिव AI म्यूजिक टूल लॉन्च, जाने क्या है खास

यह भी पढ़िए: क्या हो चुकी है Satoshi Nakamoto की वापसी, मिलते हैं संकेत
WHAT'S YOUR OPINION?
सम्बंधित खबर
संबंधित ब्लॉग

Copyright © 2024 Crypto Hindi News. All Rights Reserved.