Shiba Inu के मार्केट में एक बड़ी हलचल देखी जा रही है, जहां पर Shiba Inu के एक्सचेंज रिजर्व्स में लगातार कमी आ रही है, वहीं व्हेल ट्रांजेक्शन लगातार बढ़ रहे हैं। इस बदलाव से ट्रेडर्स के बीच कई सवाल उठ रहे हैं कि, क्या यह एक अच्छा संकेत है या फिर एक बड़े सेल-ऑफ़ संकेत है? आइये विस्तार से जानते है, क्या है इसके संकेत।
ऑन-चेन एनालिटिक्स कंपनी CryptoQuant के अनुसार, Shiba Inu के प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंजों पर SHIB की मौजूदगी में गिरावट आई है। "Exchange Reserve USD" चार्ट, जो कि SHIB के टोटल अमेरिकन डॉलर प्राइस को ट्रैक करता है, उसमें यह गिरावट 2023 मिड से स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। इसका मतलब है कि इन्वेस्टर्स SHIB को एक्सचेंज से निकालकर पर्सनल वॉलेट्स में ट्रांसफर कर रहे हैं, जिससे उनकी लॉन्ग-टर्म के लिए होल्डिंग, स्टेकिंग या डिसेंट्रलाइज्ड फाईनेंस (DeFi) प्रोटोकॉल में उपयोग की संभावना बढ़ रही है।
आमतौर पर, एक कम होते एक्सचेंज रिजर्व्स को बुलिश संकेत माना जाता है, क्योंकि इससे यह संकेत मिलता है कि, विड्रॉल के लिए कम टोकन उपलब्ध हैं। इसका मतलब यह है कि यदि डिमांड बढ़ती है, तो प्राइस में वृद्धि हो सकती है। हालांकि, एक्सचेंज रिजर्व्स में गिरावट के साथ ही व्हेल ट्रांजेक्शन में तेजी देखी जा रही है, जो एक और प्रमुख फैक्टर है। जो मार्केट पर दबाव डाल सकते हैं, जिससे SHIB Price में अनस्टेब्लिटी आ सकती है।
व्हेल ट्रांजेक्शन का बढ़ना एक चिंताजनक संकेत हो सकता है। क्योंकि बड़ी मात्रा में SHIB का एक ही बार में ट्रांसफर होना या बड़े व्हेल्स द्वारा की जाने वाली खरीदारी, क्रिप्टो मार्केट पर बड़ा प्रभाव डालती है। कई बार यह देखा गया है कि व्हेल्स अक्सर मार्केट को अपनी स्ट्रेटेजी के हिसाब से प्रभावित करते हैं, जिससे प्राइस में तेजी से उतार-चढ़ाव आ सकता है। यदि व्हेल्स SHIB को बड़ी मात्रा में बेचते हैं, तो इससे मार्केट में गिरावट आ सकती है, जबकि यदि वे और अधिक SHIB को इकठ्ठा करते हैं, तो प्राइस चढ़ सकता हैं।
हालाँकि इस स्थति में इन्वेस्टर्स असमंजस में है कि क्या यह एक शॉर्ट-टर्म सेल-ऑफ का संकेत है या फिर एक लॉन्ग-टर्म स्ट्रिक्ट होल्डिंग का। क्रिप्टो मार्केट में अनिश्चितता बनी हुई है और आने वाले दिनों में इसका असर SHIB Price पर पड़ सकता है।
हालाँकि, Shiba Inu के एक्सचेंज रिजर्व्स में हो रही गिरावट और व्हेल्स के बढ़ते ट्रांजेक्शन दोनों को ध्यान में रखते हुए यह कहना कठिन है कि SHIB के लिए आगे क्या होने वाला है। लेकिन इन्वेस्टर्स को यह सलाह दी जाती है, कि वह सतर्क रहें और मार्केट ट्रेंड्स का ध्यान रखें।
Shiba Inu के एक्सचेंज रिजर्व्स में हो रही गिरावट और व्हेल ट्रांजेक्शन्स में वृद्धि ने मार्केट में अनिश्चितता पैदा कर दी है। हालांकि, कम होते रिजर्व्स को आमतौर पर एक बुलिश संकेत माना जाता है, लेकिन व्हेल्स की बढ़ती एक्टिविटी और उनका ट्रांजेक्शन पैटर्न मार्केट की दिशा पर महत्वपूर्ण असर डाल सकते हैं। क्योंकि कई बार पहले भी Shiba Inu में Whale Activity ने इन्वेस्टर्स की चिंता बढ़ाई है। हालाँकि इस समय, इन्वेस्टर्स के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि वे मार्केट के मूवमेंट्स पर नजर रखें और संभावित रिस्क से बचने के लिए सतर्क रहें। इन्वेस्टर्स को लॉन्ग-टर्म स्ट्रेटेजी के साथ इस स्थिति को समझना चाहिए, ताकि वे किसी भी संभावित रिस्क से बच सकें और लाभ उठा सकें।
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