Telegram पर मिनी Web3 गेम्स और इन-ऐप क्रिप्टो ट्रांजेक्शन के फीचर ने क्रिप्टोकरेंसी के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित किया है, लेकिन यह प्लेटफ़ॉर्म अब क्रिप्टो स्कैमर्स का नया अड्डा बन गया है। सेफ्टी फर्म Scam Sniffer ने हाल ही में एक चेतावनी जारी की है कि स्कैमर्स टेलीग्राम ग्रुप्स के जरिए यूजर्स को निशाना बना रहे हैं और उनके क्रिप्टो वॉलेट्स को खाली कर रहे हैं।
Scam Sniffer के अनुसार, स्कैमर्स नकली प्रोफाइल बनाकर खुद को प्रसिद्ध इनफ्लुएंसर्स के रूप में बता रहे हैं। ये फर्जी अकाउंट ओरिजिनल पोस्ट्स पर कमेंट करके यूजर्स को "एक्सक्लूसिव" Telegram ग्रुप्स में शामिल होने के लिए इनवाईट करते हैं। इन ग्रुप्स में शामिल होने के बाद, यूजर्स से OfficiaISafeguardBot के जरिए आइडेंटिटी वेरिफिकेशन की डिमांड की जाती है।
इस प्रोसेस के दौरान, स्कैमर्स PowerShell नामक एक खतरनाक कोड को डिवाइस के क्लिपबोर्ड में इंजेक्ट करते हैं। Scam Sniffer का कहना है कि यह कोड क्रिप्टो वॉलेट्स की सेफ्टी को ब्रेक कर सकता है और यूजर्स को फाईनेंशियल नुकसान पहुंचा सकता है।
Telegram ने हाल ही में यूजर्स को सीधे चैट्स के जरिए क्रिप्टोकरेंसी, जैसे Tether, भेजने और प्राप्त करने की सुविधा दी है। हालांकि, यह सुविधा भी स्कैमर्स के लिए आसान रास्ता बन गई है, जिससे वे वॉलेट एड्रेस और अन्य पर्सनल इन्फॉर्मेशन चोरी करके फ्रॉड को अंजाम दे रहे हैं।
क्रिप्टोकरेंसी एक्सपर्ट्स और Scam Sniffer ने टेलीग्राम यूजर्स को फाईनेंशियल और इन्वेस्टमेंट से संबंधित बातचीत शुरू करने वाले अजनबियों से सतर्क रहने की सलाह दी है।
फर्जी प्रोफाइल की पहचान करें: किसी भी प्रोफाइल को वेरीफाई किए बिना उस पर भरोसा न करें।
अनजान कमांड्स न चलाएं: अननोन सोर्स से मिले कमांड्स को न तो चलाएं और न ही उन्हें डाउनलोड करें।
सस्पिशियस ग्रुप्स से बचें: ऐसे ग्रुप्स में शामिल न हों जहां आइडेंटिटी वेरीफिकेशन के लिए फ़ोर्सफुली डिमांड की जाती हो।
कोल्ड वॉलेट्स का उपयोग करें: वेब-कनेक्टेड वॉलेट्स की बजाय कोल्ड वॉलेट्स अपनाने की सलाह दी गई है।
Telegram पर बढ़ते क्रिप्टो स्कैम्स ने यूजर्स के लिए खतरा बढ़ा दिया है। फर्जी प्रोफाइल और फ्रॉड वाले ग्रुप्स के जरिए स्कैमर्स लोगों की पर्सनल इन्फॉर्मेशन चुराकर उनका फाईनेंशियल नुकसान कर रहे हैं। इस बढ़ते खतरे के बीच, यूजर्स को सतर्क रहना बेहद जरूरी है। क्रिप्टो ट्रांजेक्शंस और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते समय, आइडेंटिटी वेरीफिकेशन, अननोन कमांड्स से बचाव और कोल्ड वॉलेट्स का उपयोग जैसे सेफ्टी मेजर्स को अपनाना चाहिए। सतर्कता और सही उपायों के जरिए इन फ्रॉड एक्टिविटी से बचा जा सकता है और क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स की सेफ्टी सुनिश्चित की जा सकती है।
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