आजकल, क्रिप्टोकरेंसी का नाम सुनते ही सबसे पहले Bitcoin और Ethereum जैसे बड़े नाम दिमाग में आते हैं। लेकिन कुछ सालों में एक और क्रिप्टोकरेंसी ने खास पहचान बनाई है और वह है Shiba Inu। यह एक मीम-बेस्ड क्रिप्टोकरेंसी के नाम से जानी जाती है, लेकिन इसके पीछे की कहानी और इकोसिस्टम काफी इंटरेस्टिंग है।
Shiba Inu एक ERC-20 टोकन है जो Ethereum Blockchain पर बेस्ड है। इसे 2020 में एक एनोनिमस पर्सन Ryoshi द्वारा लॉन्च किया गया था। Shiba Inu की लोकप्रियता तब बड़ी, जब इसे Dogecoin के जैसे ही एक फनी और मीम-बेस्ड टोकन के रूप में देखा गया। लेकिन समय के साथ, Shiba Inu ने अपनी एक पहचान बनाई और एक स्ट्रांग इकोसिस्टम डेवलप किया। Shiba Inu को पहले एक फनी क्रिप्टोकरेंसी माना जाता था, लेकिन अब यह खुद को एक बड़े प्लेटफार्म के रूप में साबित कर चुका है, जिसमें कई दूसरे प्रोजेक्ट्स और टोकन शामिल हैं।
Shiba Inu की शुरुआत अगस्त 2020 में हुई। Ryoshi नाम के एनोनिमस क्रिएटर ने Dogecoin की सफलता को देखते हुए इसे लॉन्च किया था। इसके लीड डेवलपर Shytoshi Kusama है। Shiba Inu का उद्देश्य Dogecoin के जैसे ही एक बड़ी और एक्टिव कम्युनिटी को आकर्षित करना था। हालांकि शुरुआत में यह केवल Ethereum Blockchain पर था, लेकिन अगस्त 2023 में Shiba Inu ने Shibarium लॉन्च किया, जो Ethereum Blockchain पर बेस्ड एक Layer-2 सॉल्यूशन है। इससे Shiba Inu Network का पोटेंशियल बढ़ा और ट्रांजेक्शन फीस भी कम हो गई।
Shiba Inu एक डिसेंट्रलाइज्ड क्रिप्टोकरेंसी है, जो Ethereum Network की सेफ्टी और पोटेंशियल का उपयोग करती है। यह ERC-20 Token है, जो इसे अन्य DeFi प्रोजेक्ट्स के साथ इंटरैक्ट करने में सक्षम बनाता है।
SHIB - यह मुख्य टोकन है और अधिकांश ट्रांजेक्शन में इसका उपयोग होता है।
LEASH - यह टोकन SHIB से कहीं ज्यादा लिमिटेड सप्लाई के साथ आता है। इसका उद्देश्य Dogecoin Price के साथ जोड़ा गया था।
BONE - यह एक गवर्नेंस टोकन है, जिसका उपयोग ShibaArmy के मेम्बर्स द्वारा फ्यूचर के डिसीजन पर वोट देने के लिए किया जाता है।
ShibaSwap एक डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज है, जो Shiba Inu Ecosystem का एक अहम हिस्सा है। यहां यूज़र्स अपने टोकन को स्टेक कर सकते हैं, ट्रेड कर सकते हैं और लिक्विडिटी प्रदान कर सकते हैं।
कम्युनिटी सपोर्ट: Shiba Inu की कम्युनिटी, जिसे ShibArmy कहा जाता है, क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में सबसे बड़ी और सबसे एंथूज़ियास्ट कम्युनिटी में से एक है। यह कम्युनिटी ही Shiba Inu की सफलता का मुख्य कारण है। इसके अलावा, Shiba Inu को बड़े एक्सचेंजों जैसे कि Binance और Coinbase पर भी लिस्ट किया गया है, जो इसकी बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।
इसके इकोसिस्टम में आसानी से एंट्री: Shiba Inu Price बहुत कम है, जिसका मतलब है कि छोटे इन्वेस्टर्स भी इसमें इन्वेस्ट कर सकते हैं। इससे यह क्रिप्टोकरेंसी उन लोगों के लिए भी आकर्षक बनती है जो कम बजट से क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट में कदम रखना चाहते हैं।
ग्रोइंग इकोसिस्टम: Shiba Inu का इकोसिस्टम लगातार डेवलप हो रहा है। ShibaSwap जैसे प्रोजेक्ट्स और नए टोकन जैसे LEASH और BONE इसके विस्तार को दर्शाते हैं। इसके अलावा, Shibarium जैसे प्लान भी इकोसिस्टम को और स्ट्रांग बना रहे हैं।
फंडामेंटल वैल्यू की कमी: Shiba Inu के पास कोई रियल यूटिलिटी नहीं है जैसे Bitcoin या Ethereum में है। यह सिर्फ एक मीम क्रिप्टोकरेंसी है और इन्वेस्टर्स इसमें केवल कम्युनिटी सपोर्ट और अनुमान के आधार पर इन्वेस्ट करते हैं।
अधिक वोलैटिलिटी: Shiba Inu Price बहुत ही अनस्टेबल होता है। कभी यह 2,000% तक बढ़ सकता है, तो कभी यह एक ही दिन में 40% गिर सकता है। यह अनस्टेब्लिटी उन इन्वेस्टर्स के लिए खतरनाक हो सकती है जो रिस्क से बचते हैं।
ओवरसप्लाई: Shiba Inu की टोटल सप्लाई क्वाड्रिलियन (1,000,000,000,000,000) है, जो बहुत ज्यादा है। इसकी अधिक सप्लाई के कारण प्राइस में वृद्धि होना मुश्किल हो सकता है, खासकर अगर डिमांड में उतनी तेजी से वृद्धि नहीं होती है तो।
रेगुलेटरी अनसर्टेनिटी: जैसा कि सभी क्रिप्टोकरेंसी के साथ है, Shiba Inu को भी गवर्नमेंट रेगुलेशन का सामना करना पड़ सकता है। अगर सरकारें क्रिप्टोकरेंसी पर सख्त कदम उठाती हैं, तो इसका प्रभाव SHIB Price पर पड़ सकता है।
Shiba Inu का फ्यूचर काफी हद तक कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है, जैसे क्रिप्टो मार्केट की स्थिति, इन्वेस्टर्स का इंटरेस्ट और इसके रोडमैप के अनुसार डेवलपमेंट। अगर Shiba Inu की कम्युनिटी पॉवर बरकरार रहती है और इसके इकोसिस्टम में और भी डेवलपमेंट होते है, तो यह फ्यूचर में एक बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बन सकता है।
मार्केट कंडीशन: जैसे-जैसे क्रिप्टो मार्केट में उतार-चढ़ाव होता है, SHIB Price भी प्रभावित होता है।
इन्वेस्टर्स का इंटरेस्ट: अगर इन्वेस्टर्स का Shiba Inu में विश्वास बना रहता है, तो इसका प्राइस बढ़ सकता है।
रोडमैप: Shiba Inu के पास एक स्पष्ट रोडमैप है, जिसमें ShibaSwap और Shibarium जैसे प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।
कमी और डिमांड: अगर SHIB Token Burning बढ़ाई जाती है, तो इसकी सप्लाई कम हो सकती है, जिससे प्राइस में वृद्धि हो सकती है।
Shiba Inu ने अपनी शुरुआत एक मीम क्रिप्टोकरेंसी के रूप में की थी, लेकिन अब यह एक स्ट्रांग और एक्सटेंडेड इकोसिस्टम का हिस्सा बन चुका है। हालांकि इसके पास कोई रियल टेक्निकल या कामर्शियल प्राइस नहीं है, फिर भी इसकी कम्युनिटी और डेवलपमेंट की स्पीड इसे अन्य क्रिप्टोकरेंसी से अलग बनाती है। इसके साथ जुड़े रिस्क को ध्यान में रखते हुए, Shiba Inu फ्यूचर में एक आकर्षक ऑप्शन हो सकता है, लेकिन इसके इन्वेस्टमेंट में रिस्क भी हो सकती है।
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