क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की शुरुआत वर्ष 2008 में हुई जब 'Bitcoin: ए पीयर-टू-पीयर इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम टाइटल' से एक व्हाइट पेपर जारी किया गया। ठीक 6 महीने बाद 2009 में पहली क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) लॉन्च की गई थी। इस करेंसी को क्रिएट करने का श्रेय Satoshi Nakamoto को जाता है। जिन्होंने न केवल बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी को क्रिएट किया, बल्कि आमलोगों के बीच लोकप्रियता भी दिलाई। सातोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) का ही यह प्रयास था कि BTC ने धीरे-धीरे समय के साथ अपनी एक बड़ी कम्युनिटी बना ली, जिसे बिटकॉइन कम्युनिटी (Bitcoin Community) के नाम से जाना जाता है। इस कम्युनिटी की ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज Bitcoin से जुड़े जो भी फैसले लिए जाते हैं, वह यही कम्युनिटी लेती है।
Satoshi Nakamoto द्वारा BTC को न केवल क्रिएट किया गया, बल्कि उन्होंने इस क्रिप्टोकरेंसी के साथ लोगों को जोड़ने के लिए कई सारे प्लेटफॉर्म्स और इमेल कम्युनिकेशन का उपयोग किया। Nakamoto की सक्रियता ने ही आम लोगों में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बारे में जिज्ञासा उत्पन्न की। इतना ही नहीं जब Bitcoin के साथ लोग जुड़ते गए तो विभिन्न तकनीकी पहलुओं (Technical Aspects) पर Satoshi ने ही कम्युनिटी से जुड़े लोगों का मार्गदर्शन किया। इस बीच Nakamoto ने अपनी उपस्थिति को बनाए रखा और कम्युनिटी की चिंताओं को संबोधित करते हुए बिटकॉइन प्रोटोकॉल (Bitcoin Protocol) का प्रमोशन किया।
लेकिन वर्ष 2010 में Satoshi ने सबको चौंकते हुए प्रमुख डेवलपर Gavin Andresen को Bitcoin प्रोजेक्ट की कमांड सौंप दी। बिटकॉइन के वाइट पेपर (White Paper) को जारी करने से पहले से गुमनाम रहे Satoshi Nakamoto के इस फैसले को लेकर लोगों को लगा कि शायद वे अपनी आइडेंटिटी सबके सामने लाने के लिए कोई बड़ी प्लानिंग कर रहे हैं। लेकिन इसके उलट फैसला लेते हुए सातोशी नाकामोतो ने अपनी एक पोस्ट के माध्यम से कम्युनिटी को सूचित किया कि अब वे किसी अन्य चीज पर अपना फोकस कर रहे हैं और अब Bitcoin से जुड़े डेवलपमेंट से अपने आपको दूर कर रहे हैं। यह आखरी बार था जब Satoshi Nakamoto किसी सार्वजानिक मंच पर एक्टिव थे। इसके बाद Satoshi न कभी किसी के सामने आये और न कभी उनसे जुड़ी कोई पोस्ट लोगों के बीच में आई।
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में Bitcoin सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है और वर्तमान में भी अपने डोमिनेंस को बनाए हुआ हैं। भले है बिटकॉइन कम्युनिटी, BTC से जुड़े फैसले ले रही है, लेकिन आज Bitcoin जिस स्तर पर खड़ा है उसका पूरा श्रेय इसके क्रिएटर Satoshi Nakamoto को जाता है, जिन्होंने न केवल इस करेंसी को लॉन्च कर ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) के विषय में लोगों को जानकारी दी, बल्कि फिएट करेंसी के आलावा भी एक करेंसी हो सकती है, इस कल्पना को साकार करके दिखाया। हालाँकि 2011 के बाद से Satoshi, ने Bitcoin से अपने आपको दूर कर लिए और वे एक अनसुलझी मिस्ट्री बन गये। Satoshi Nakamoto जो एक ऐसी डिजिटल करेंसी लोगों के लिए उपलब्ध करा चुके थे, जिसने न केवल डॉलर जैसी बड़ी करेंसी को कड़ी टक्कर दी बल्कि कई ऐसे देशों को भी सहारा दिया, जिनकी अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी। आज वर्तमान में भी Nakamoto के विषय में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। हर कोई चाहता है कि Nakamoto एक बार फिर लौट आएं। हालाँकि उनकी वापसी को लेकर कई तरह के रुमर्स मार्केट में समय-समय पर सामने भी आते रहते हैं। हाल ही में Satoshi एरा के दो Bitcoin व्हेल वॉलेट (Bitcoin Whale Wallet) सालों के बाद एक्टिव हुए हैं। इन वॉलेट में बढ़ी मात्रा में ट्रांजेक्शन भी देखा गया है। जिसके बाद यह दावा किया जा रहा था कि यह सातोशी के ही अकाउंट हैं।
वहीँ कई बड़े बिजेनसमैन और क्रिप्टो मार्केट से सम्बन्ध रखने वाले लोगों के Satoshi Nakamoto होने की अफवाह भी उडती रही है। लेकिन ये अफवाहे भी समय के साथ खारिज होती रही हैं। जिसके चलते आज तक यह कोई नहीं बता सका है कि आखिर Bitcoin के क्रिएटर Satoshi Nakamoto कौन हैं, कहाँ हैं और क्या कर रहे हैं। लेकिनं Bitcoin और क्रिप्टो कम्युनिटी के लोगों का मानना है कि जैसे ही BTC $100,000 के आंकड़े को पार कर जाएगा, Satoshi Nakamoto फिर से वापसी कर लेंगे। हालाँकि इस बात में कितनी सच्चाई हैं, यह तो Bitcoin के $100,000 के आंकड़े को पार करने के बाद ही समझ आएगा। कुलमिलाकर यही कहा जा सकता है कि Satoshi Nakamoto क्रिप्टोकरेंसी मार्केट के साथ पूरी दुनिया के लिए एक अनसुलझी पहेली बने हुए हैं।
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