जानिए क्या है Blockchain लेयर 2 और लेयर 3 में अंतर

02-May-2024 By: Ashish Sarswat
जानिए क्या है Blockchain लेयर 2 और लेयर 3 में अंतर

विभिन्न Layers का विभिन्न वर्गो में कार्य होता हैं , जैसे  Layer 3 एप्लीकेशन और प्रोटोकॉल को होस्ट करने का काम करता है और ब्लॉकचेन को Web3 इकोसिस्टम के साथ जोड़ने में मदद करता है, उसी प्रकार Layer 2 स्टेबलिटी पर अपना काम करता है।

Blockchain Layer 2 और Layer 3 में क्या फर्क है, यह जानने से पहले  हमे जान लेना चाहिए आखिर Blockchain Layer होती क्या है ? एक Blockchain सिस्टम के अन्दर कई तरह की Layers साथ में काम करती है, जिसका उद्देश्य ट्रांजेक्शन की गतिविधियों को सुरक्षित रखना और किसी भी तरह की इललीगल हरकत न होने देना है। प्रत्येक Layer Blockchain सिस्टम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। Blockchain सिस्टम में 5 तरह की Layers होती है Network Layer, Consensus Layer, Data Layer, Application Layer और Hardware Layer। लेकिन कुछ Blockchain एक्सपर्ट्स के अनुसार Blockchain सिस्टम में कुल 6 Layer होती है आखरी layer को layer 0 के नाम से जाना जाता है।    

Blockchain Layer 2

Blockchain Layer-2,अलग-अलग नेटवर्क को सेपरेट कर के Blockchain पर ट्रांजेक्शन की स्पीड को बढाता है और ट्रांसेक्शन की कॉस्ट को कम भी करता है, जहां पार्टिसिपेंट्स की ट्रांजेक्शन लिमिट को सेट कर दिया जाता है। जिसकी वजह से साधारण समय से कम समय में कार्य हो जाता है और समय की बचत की जा सकती है।

Blockchain Layer 3 

Blockchain Layer-3 को "एप्लीकेशन लेयर" के नाम से भी जाना जाता है। इस Layer का काम DAapps और कई अन्य प्रोटोकॉल को होस्ट करना है, जो अन्य ऐप्स को सक्षम बनाता हैं। यहां, Blockchain प्रोटोकॉल को दो महत्वपूर्ण sub-layers एप्लीकेशन और एक्सीक्यूशन में बांट दिया जाता है।

Blockchain Layer 2-Layer 3 में अंतर 

Blockchain Layer 2 Blockchain इंडस्ट्री को स्केल करने में मदद करता हैं, जो कंप्यूटेशन को ऑफ़-चेन ले जाकर कॉस्ट, लैटेंसी और कार्य के समय को कम करता हैं। वहीँ Blockchain Layer 3 नेटवर्क विभिन्न BLockchain और प्रोटोकॉल को गाइड करने के लिए सक्षम बनाता हैं। बता दे कि Blockchain Layer 2 स्टेबलिटी पर अपना काम करता है, और Blockchain प्रोटोकॉल के बीच इंटरऑपरेबिलिटी की प्रोब्लेम्स को हल नहीं कर सकता हैं। वहीँ Layer 3 इंटरऑपरेबिलिटी के मुद्दों को हल करने में समर्थ है, लेकिन ये Blockchain की कॉस्ट को कम करने में असक्षम है साथ ही Layer 3 स्टेबलिटी पर कार्य भी नहीं करता है, न ही ट्रांजेक्शन की स्पीड को बढा सकता है। Layer 3 नेटवर्क Blockchain को Web3 ecosystem के साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण कार्य करता है, वही Layer 2 Blockchain में कंजेशन को रिड्यूस करता है।  

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