ED का एक्शन, Highrich Group की करोड़ों की एसेट्स जब्त

17-Jun-2024 By: Rohit Tripathi
ED का एक्शन, Highrich Group की करोड़ों की एसेट्स जब्त

भारत की Enforcement Directorate (ED) ने Highrich Group से जुड़ी लगभग 32 करोड़ रूपए की नकद जमाराशि और अन्य एसेट्स को जब्त किया है। बता दे कि Highrich Online Group वर्तमान में क्रिप्टोकरंसी पोंजी स्कीम चलाने के लिए जांच का सामना कर रहा है। जानकारी के अनुसार ED की जाँच में सामने आया है कि हाईरिच ग्रुप ने हाई रिटर्न और 15% इयरली इंटरेस्ट रेट की आड़ में निवेशकों से लगभग 1,500 करोड़ रूपए की राशी जमा कराई थी। इसके साथ ही ED ने फर्म के प्रमोटर्स और स्टेकहोल्डर्स पर कई एक्सचेंजों पर इललीगल क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्टिविटी में शामिल होने तथा खुद के क्रिप्टो टोकन HR Crypto Coin को बढ़ावा देने के आरोप लगाए थे। 

ED की माने तो फर्म द्वारा क्रिप्टो एसेट्स का उपयोग पोंजी स्कीम में किया गया था, जहाँ इन्वेस्टर्स को नए इन्वेस्टर्स जोड़ने के लिए हाई रिटर्न दिए जाने का वादा किया गया था। एजेंसी की माने तो, इन्वेस्टर्स को इस स्कीम में नए यूजर्स को शामिल करने के लिए 30% रेफरल अर्निंग का कमिटमेंट किया गया था। ज्ञात हो कि कम्पनी पर जनवरी से लेकर अब तक हुई ED की कार्रवाई में फर्म के मालिकों के करीब 55 अकाउंट से 212 करोड़ सहित 260 करोड़ रूपए अब तक फ्रीज किये जा चुके हैं। 

ED की जांच में प्रमोटर्स और अन्य लीडर्स से जुड़ी 15 करोड़ की अचल संपत्ति के विषय में भी जानकारी मिली है, जो पोंजी स्कीम के माध्यम कमाई गई थी। केरल पुलिस की शिकायत के बाद ED द्वारा HighRich Smartech Pvt. Ltd., HighRich Online Shoppe Pvt. Ltd. और अन्य संबंधित कम्पनियों पर छापे मारे गए। 

क्रिप्टो पोंजी स्कीम बनी हुई है मार्केट के लिए खतरा

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट के लिए पोंजी स्कीम लगातार खतरा बनती जा रही हैं, जहाँ अक्सर निवेशको के समक्ष निवेश के नए विकल्प के रूप में इन योजनाओं को पेश किया जाता है। साथ ही निवेशकों के लिए रिटर्न रियल बेनिफिट के स्थान पर नए निवेशको को जोड़ने से प्राप्त होता है। हाल ही में हुए कुछ बड़े मामलो से यह निष्कर्ष निकलता है कि इन धोखाधड़ी वाली स्कीम पर लगाम लगाने के लिए मज़बूत रेगुलेटरी उपायों को लागू करने की आवश्यकता है। 

इन मामलों में सबसे ज्यादा चर्चित घटना क्रिप्टो एक्सचेंज FTX से जुड़ी है, जहाँ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज एकाएक दिवालिया हो गया। जानकारी के लिए बता दे कि नवंबर 2022 में FTX एक्सचेंज ने चेप्टर 11 बैंकरप्सी के लिया फ़ाइल किया था। जब मामले की जांच हुई तो पता चला कि यूजर्स के एसेट्स का उपयोग जोखिम भरे निवेशों के लिए किया गया था, जिसके कारण एक्सचेंज में वित्तीय कमी आई और FTX के यूजर्स का सारा पैसा डूब गया। गौरतलब है कि मामले में FTX के फाउंडर Sam Bankman-Fried सहित अन्य को-फाउंडर्स और वरिष्ठ अधिकारी जेल की सजा काट रहे हैं। 

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