स्टेलर कॉन्सेनसस प्रोटोकॉल (SCP) का उपयोग करने वाले Pi Network की टीम अपने नेटवर्क मेनेनेट को लॉन्च करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह जानकारी नेटवर्क के हाल ही के पोस्ट से सामने आयी है। जिसमें जानकारी देते हुए Pi Network की टीम ने यह घोषणा करते हुए कहा कि वे अब तैयार है। माना जा रहा है कि Pi की टीम ने यह घोषणा अपने यूजर्स को इनकरेज करने के लिए की है। क्योंकि बीते लम्बे समय से यह टोकन कई तरह के आरोपों का सामना कर रहा है। इन आरोपों में सबसे बड़ा आरोप Pi को एक फर्जी परियोजना बताया जाना है। हालाँकि Pi बीते कुछ समय से इन आरोपों पर एक अलग ही तरह का रुख अपनाए हुए हैं। जहाँ टीम सीधे तौर पर तो इन आरोपों को नकार नहीं रही हैं, लेकिन इन आरोपों के जवाब में यही कह रही है कि उसके पास 35 मिलियन से ज्यादा यूजर्स है, जो अनटेप्ड सोशल कैपिटल तक पहुँच सकते हैं।
Pi की टीम मेननेट को लेकर तो हमेशा ही पूर्ण विश्वास दिखाती रही हैं और अपनी 28 जून की मेननेट लाइव होने की डेट पर अडिग नजर आती है। लेकिन अन्य सवालों पर Pi की ओर से कोई जवाब नहीं आता। जिसके चलते नेटवर्क से जुड़े यूजर्स में हडबडाहट देखने को मिलती है। यूजर्स लम्बे समय से इस मोबाइल माइनिंग सिस्टम से जुड़े हुए हैं और मोबाइल पर एप्लीकेशन के माध्यम से ही Pi Coin की माइनिंग कर रहे हैं। लेकिन फिलहाल Pi Coin के होल्डर्स के पास में मौजूद Pi की रियल वर्ल्ड में कोई वैल्यू नहीं है। हालाँकि कई प्लेटफ़ॉर्म इसके लाइव होने के पहले से ही Coin को लेकर प्रेडिक्शन कर रहे हैं। इस प्रेडिक्शन में Pi Coin को लेकर कई तरह के दावे किये जा रहे हैं, जैसे लॉन्च होते से ही इस कॉइन की कीमत करीब $0.4 हो जाएगी। कुछ प्लेटफ़ॉर्म्स ने तो इस टोकन के 2025 को लेकर भी प्रेडिक्शन का दिया है, जिनमें ज्यादातर प्लेटफॉर्म तो इस टोकन के $1 डॉलर तक पहुँचने की बात कर रहे हैं।
अप्रैल 2024 में Pi एक बार फिर सुर्ख़ियों में तब आया जब इसने अपने मेननेट के लॉन्च की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद से Pi के यूजर्स लगातार बढ़ते जा रहे थे। इसी बीच Pi ने 10 मिलियन यूजर KYC का आंकड़ा पार कर लिया था और घोषणा कर दी थी कि जैसे है इसकी 15 मिलियन यूजर KYC का आंकड़ा पार होता है इसके टोकन ट्रेडेबल हो जाएंगे। जिसने यूजर्स को और कॉंफिडेंट दिया। इसके बाद तो यूजर्स द्वारा Pi Coin को माइन करने की संख्या में और भी ज्यादा बढ़ोतरी हो गई। लेकिन फिर Pi के नाम से बढ़ते स्कैम्स, इसके फाउंडर के एकाएक गायब हो जाने और मेननेट लॉन्च से जुड़ा कोई अपडेट न आने से Pi के यूजर्स इस प्रोजेक्ट से अपने आपको दूर करने लगे थे।
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