Ripple (XRP) ने हाल ही में अपने मूल्य में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी है। खबर लिखे जाने तक XRP का मूल्य $2.33 था, जो पिछले 24 घंटों में 9% की वृद्धि दर्शाता है। इस वृद्धि के साथ, XRP की मार्केट कैप भी $133.39 बिलियन तक पहुंच गई है, जो लगभग 9% का इजाफा है। इसके अलावा, XRP का 24 घंटे का ट्रेडिंग वॉल्यूम भी $24.58 बिलियन तक पहुंच गया, जिसमें 14% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। XRP की यह ताजा वृद्धि कई कारणों से हो रही है, जिनमें सबसे प्रमुख है Ripple द्वारा अपने नए स्टेबलकॉइन RLUSD के लॉन्च की घोषणा। इस स्टेबलकॉइन का Ripple के इकोसिस्टम में एक महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है, जिससे XRP की मांग और उपयोगिता में वृद्धि हो सकती है।
Ripple ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपने Stablecoin RLUSD Launch का खुलासा किया। कंपनी ने अपने यूजर्स से सतर्क रहने और धोखाधड़ी और नकली प्रयासों की रिपोर्ट करने की अपील की। Ripple के CEO Brad Garlinghouse ने इस खबर की पुष्टि की और बताया कि New York State Department of Financial Services (NYDFS) ने RLUSD के लिए अंतिम स्वीकृति दी है।
RLUSD एक स्टेबलकॉइन है जो 1:1 के अनुपात में अमेरिकी डॉलर से जुड़ी हुई है। यह पूरी तरह से यूएस डॉलर डिपॉजिट, शॉर्ट-टर्म यूएस गवर्नमेंट ट्रेजरी और अन्य नकद समकक्षों द्वारा समर्थित है। RLUSD को XRP Ledger और Ethereum Blockchain दोनों पर जारी किया जाएगा, जिससे यह ERC-20 Token के रूप में विभिन्न वॉलेट्स, डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) एप्लिकेशन और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के साथ संगत होगा। इस ड्यूल-चेन डिप्लॉय का उद्देश्य Blockchain Ecosystems में इसकी अनुकूलता बढ़ाना है और Ripple की भूमिका को सुदृढ़ करना है, जो इंटरप्राइजेज और फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन के लिए डाइवर्स डिजिटल पेमेंट सलूशन प्रदान करता है।
बढ़ती मांग: RLUSD के लॉन्च से XRP की मांग में वृद्धि हो सकती है, क्योंकि स्टेबलकॉइन के उपयोग से XRP Ledger में लिक्विडिटी और यूटिलिटी में सुधार होगा।
वित्तीय संस्थान की भागीदारी: यह नई स्टेबलकॉइन Ripple के नेटवर्क पर वित्तीय संस्थाओं और व्यापारिक उद्यमों के अधिक जुड़ाव को प्रोत्साहित कर सकता है।
नई संभावनाएँ: XRP-आधारित ETF (Exchange-Traded Funds) और Ripple की कानूनी जीत ने भी इस वृद्धि को प्रेरित किया है, जिससे XRP के भविष्य को लेकर निवेशकों में उत्साह बढ़ा है।
Ripple का RLUSD लॉन्च, XRP की हालिया वृद्धि के प्रमुख कारणों में से एक है। स्टेबलकॉइन के लॉन्च से Ripple के इकोसिस्टम में बढ़ी हुई लिक्विडिटी और यूटिलिटी की संभावना है, जो XRP की मांग को और बढ़ा सकती है। Ripple का ध्यान लॉन्ग-टर्म फाइनेंसियल सलूशन और ब्लॉकचेन इकोसिस्टम की बहुमुखी प्रतिभा पर है, जो इसे भविष्य में महत्वपूर्ण डिजिटल पेमेंट सिस्टम के रूप में स्थापित कर सकता है। इसके साथ ही, अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी के लिए संभावित नियामक बदलावों और Ripple की कानूनी सफलताओं से भी XRP को प्रोत्साहन मिल रहा है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में Ripple और XRP के लिए क्या संभावनाएँ हैं।
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