WazirX Crypto Exchange से जुड़ा ₹2000 करोड़ का साइबर हैक केस अब सुप्रीम कोर्ट में पहुँच गया है। इस हाई-प्रोफाइल केस में कुल 54 विक्टिम ने सुप्रीम कोर्ट में क्रिमिनल रिट पिटीशन फ़ाइल की है, जिसमें WazirX के को-फाउंडर Nischal Shetty, Binance Holdings, Liminal Custody और अन्य जिम्मेदार संस्थाओं पर इन्वेस्टिगेशन की डिमांड की गई है।
WazirX Hack केस की सुनवाई आज 16 अप्रैल, बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की बेंच, जस्टिस B.R. Gavai और जस्टिस Augustine Masih के द्वारा की जाएगी। पिटीशन में सेंट्रल एजेंसियों जैसे कि CBI, NIA, FIU, SEBI, RBI और यूनियन ऑफ इंडिया को भी पक्षकार बनाया गया है।
पिटिशनर्स की तरफ से एडवोकेट Priyanka Prakash केस को रिप्रेजेंट करेंगी, जबकि मेन डिबेट को एडवोकेट Maitreyi S. Hegde लीड करेंगी। इनके साथ एडवोकेट Anjali Anil और एडवोकेट Radhika Prasad भी पिटिशनर्स की ओर से दलीलें पेश करेंगी।
पिटिशनर्स का आरोप है कि WazirX Hack को लेकर Founder सीरियस नहीं है और WazirX, Binance और Liminal Custody ने ₹4500 करोड़ की क्रिप्टोकरेंसी में जनता के फंड को सेफ रखने में लापरवाही बरती है। जुलाई 2024 में हुए इस बड़े साइबर हैक में WazirX प्लेटफॉर्म से ₹2000 करोड़ की डिजिटल एसेट्स चोरी हो गई थी और अब तक करीब 4.4 मिलियन भारतीय यूज़र्स के फंड्स पिछले 10 महीनों से फंसे हुए हैं, जिससे इन्वेस्टर्स को भारी नुकसान हुआ है। खुद WazirX ने भी इस बात को एक्सेप्ट किया है कि एक्सचेंज की ओनरशिप को लेकर Binance के साथ विवाद जारी है, जिससे यह केस और मुश्किल हो गया है।
WazirX Hack केस को लेकर विक्टिम्स ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से उन्हें न्याय की उम्मीद मिली है। एक विक्टिम ने बताया कि, "हम पिछले कई महीनों से दर-दर भटक रहे थे। अब जब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लिया है, तो लगता है कि हमें न्याय मिलेगा।"
इस मामले में अदालत का फैसला न केवल WazirX विक्टिम्स के लिए, बल्कि पूरे भारतीय क्रिप्टो मार्केट के लिए एक मिसाल बन सकता है। अब देखना यह होगा कि सुप्रीम कोर्ट इस हाई-प्रोफाइल केस में क्या गाइडलाइन जारी करता है और क्या वाकई दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो पाती है।
WazirX Hack Case भारतीय क्रिप्टो इतिहास का सबसे बड़ा साइबर हैक बन गया है, जिसमें लाखों यूज़र्स की मेहनत की कमाई फंसी हुई है। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल विक्टिम्स को न्याय दिला सकता है, बल्कि क्रिप्टो इंडस्ट्री में ट्रांसपेरेंसी की भी नई मिसाल एस्टेब्लिश कर सकता है। अब सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट के डिसीजन पर टिकी हैं, जिससे देश में डिजिटल फाइनेंस के फ्यूचर की दिशा तय हो सकती है।
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