भारत में क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है, जिससे सभी बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज भारतीय मार्केट में अपनी पकड मजबूत करना चाहते हैं। ऐसे में एक बड़ी खबर सामने आई है कि ग्लोबल क्रिप्टो एक्सचेंज Coinbase 2025 के अंत तक भारत में अपनी क्रिप्टो ट्रेडिंग सर्विसेज फिर से शुरू करेगा। इससे पहले, Coinbase ने 2022 में भारत में अपनी सेवाएं शुरू की थीं, लेकिन रेगुलेटरी इश्यूज के कारण उसे अपने ऑपरेशन बंद करने पड़े थे। अब कंपनी एक नए दृष्टिकोण और रणनीति के साथ वापस आ रही है, और इसका उद्देश्य भारत के क्रिप्टो मार्केट के डेवलपमेंट से लाभ उठाना है।
अपनी युवा और टेक-सेवी पॉपुलेशन के कारण ग्लोबल टेक सेक्टर में अग्रणी बन रहा है। India Largest Global Web3 Developer Hub बनने की दिशा में आगे बढ़ने के साथ, अब क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के लिए भी एक उभरता हुआ हब बनता जा रहा है। भारत में क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर सरकार की नीति अभी तक अस्पष्ट रही है, लेकिन फिर भी क्रिप्टोकरेंसी के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ा है। इस समय भारत में Binance और KuCoin जैसी कंपनियों की मौजूदगी पहले ही स्थापित हो चुकी है, और अब Coinbase का फिर से प्रवेश भारतीय बाजार में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
कॉइनबेस के रीजनल मैनेजिंग डायरेक्टर, John O'Loghlen का मानना है कि भारत में क्रिप्टो मार्केट में और भी अवसर हैं। उनका कहना है कि भारत में क्रिप्टो का विकास तेज़ी से हो रहा है और यहां टैलेंट का डेंस नेटवर्क भी है। भारत का क्रिप्टो डेवलपमेंट और ऑनचेन डेवेलपमेंट हब के रूप में उभरने के साथ, Coinbase को यहां के बढ़ते क्रिप्टोकरेंसी एडॉप्शन की ट्रेंड का फायदा मिलने की उम्मीद है।
Coinbase ने अप्रैल 2022 में भारत में अपनी सेवाएं शुरू की थीं, लेकिन रेगुलेटरी प्रेशर के कारण उसे अपनी योजनाओं को आधे रास्ते में रोकना पड़ा। उस समय, भारत सरकार ने क्रिप्टो पर अधिक टैक्स लगाने का फैसला किया था और बैंकों से क्रिप्टो के लेन-देन के लिए आवश्यक सहमति प्राप्त करना मुश्किल हो गया था। विशेष रूप से, Coinbase का UPI पेमेंट ऑप्शन बंद कर दिया गया था, क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इसे बंद करने का दबाव डाला था।
Coinbase ने सितंबर 2023 में भारतीय यूजर्स को सूचित किया था कि वह अपने ऑपरेशन को बंद कर रहे हैं और सभी भारतीय ग्राहकों को अपना पैसा 31 अक्टूबर तक निकालने का समय दिया था। लेकिन अब, 2025 के अंत तक कंपनी फिर से भारत में अपनी सेवा देने के लिए तैयार है। कॉइनबेस ने घोषणा की है कि पहले चरण में वह रिटेल सर्विसेज लॉन्च करेगा और इसके बाद अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को बढ़ाएगा।
गौरतलब है कि SEC से लीगल बैटल जीतने के बाद Coinbase वर्तमान में अपने ऑपरेशन में तेजी ला रहा है। जहाँ हाल ही में खबर सामने आयी थी कि Coinbase 24/7 BTC, ETH Futures लॉन्च करेगा, जो प्लेटफ़ॉर्म की लगातार अपडेट होती सर्विसेज को दिखाता है।
Coinbase की वापसी भारतीय क्रिप्टो मार्केट में एक सकारात्मक कदम मानी जा सकती है। इसका मुख्य उद्देश्य भारत में क्रिप्टो और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के विकास से लाभ उठाना है। हालांकि, पिछले अनुभवों को देखते हुए, इसे भारतीय नियामकों और क्रिप्टो-प्रेमियों से विश्वास हासिल करना होगा। इस बार कंपनी को यह उम्मीद है कि वह भारत में अपनी सेवाओं को स्थिर रूप से शुरू कर पाएगी। भारतीय बाजार में क्रिप्टो ट्रेडिंग के बढ़ते अवसरों को देखते हुए Coinbase की वापसी एक मजबूत संकेत है कि भारतीय क्रिप्टो इंडस्ट्री अब और भी डेवलप होने के लिए तैयार है।
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