USUAL Coin एक Decentralized Stablecoin है, जिसका उद्देश्य रियल वर्ल्ड की एसेट्स के सपोर्ट के साथ Cryptocurrency को फिर से डिफाइन करना है। लॉन्चिंग के बाद से USUAL Token ने अपनी उपयोगिता और मार्केट परफॉरमेंस के कारण ध्यान आकर्षित किया है। यहां USUAL Coin Prospects, Predictions, Earnings और Expert Opinions पर पूरी जानकारी दी गई है।
USUAL एक Decentralized FIAT Stablecoin Issuer है, जो $USUAL Token के माध्यम से Ownership और Governance को फिर से डिस्ट्रीब्यूट करता है।
$USUAL वह Governance Token है, जो Usual Protocol को ऑपरेट करता है। यह यूजर्स को इन्फ्रास्ट्रक्चर और फंड्स पर Ownership और Governance का अधिकार देता है। इसे विशेष रूप से प्रोटोकॉल के रेवेन्यू मॉडल से सीधे जुड़े Underlying Value के साथ डिज़ाइन किया गया है, जो $USUAL को USD0 के उपयोग और अपनाने को बढ़ावा देता है, Contributors के लिए प्रोत्साहन को Align करता है और प्रोटोकॉल की वृद्धि को बढ़ावा देता है। इसका इनोवेटिव डिलीवरी मॉडल नए DeFi संभावनाओं के लिए रास्ता बनाता है।
प्रोटोकॉल तीन Tokens के चारों ओर स्ट्रक्चर्ड है:
USD0 एक Stablecoin है, जो पूरी तरह से शॉर्ट-टर्म, लिक्विडिटी और रिस्क फ्री असेट्स द्वारा सपोर्टेड है, जो बैंकों या काउंटरपार्टी रिस्क से कोई कांटेक्ट नहीं होने के बावजूद DeFi Ecosystem में जोड़ने जैसा है, जिसमें परमिशन की जरुरत नहीं है और ट्रांसपेरेंट भी है।
USD0++ USD0 का लिक्विड स्टेकिंग टोकन है, जो $USUAL Tokens के रूप में रिवॉर्ड्स डिस्ट्रीब्यूट करता है।
$USUAL, USD0 की वृद्धि, उसके एडॉप्शन और उसके उपयोग को रिवॉर्ड करता है। $USUAL Protocol के रेवेन्यू पर ओनरशिप के रूप में कार्य करता है।
यूटिलिटी: USUAL Coin को टोकनाइज्ड असेट्स से जुड़े डिसेंट्रलाइज़्ड स्टेबलकॉइन के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जो एक उतर -चढ़ाव वाले मार्केट में स्थिरता लाता है।
डिसेंट्रलाइजेशन: गवर्नेंस USUAL Token के माध्यम से डिस्ट्रीब्यूट किया जाता है, जिससे यह सेंट्रलाइज़्ड कण्ट्रोल के प्रति ज्यादा रेसिस्टेंट बनता है।
मार्केट डिमांड: Decentralized Finance (DeFi) एप्लीकेशन और स्टेबलकॉइन इकोसिस्टम्स में इस Coin का उपयोग इसके अपनाने को और बढ़ा सकता है।
इसमें अच्छे अवसर भी है और रिस्क भी। तो जानते हैं की ये अवसर और रिस्क कैसे आते हैं।
Opportunity
Short-Term Benefits: हाल की रैली से निवेशकों के लिए बिज़नेस चांस बन सकते हैं, खासकर जो Speculative Investment करना चाहते हैं।
Passive Income: यदि USUAL स्टेकिंग या लिक्विडिटी रिवॉर्ड्स पेश करता है, तो यह स्थिर लाभ उत्पन्न कर सकता है।
Long Term Growth: टोकनाइज्ड एसेट्स द्वारा सपोर्टेड और DeFi Ecosystem में इंटीग्रेशन इसे एक मजबूत लम्बे समय के निवेश के रूप में स्थापित करता है।
Risk
Market Volatility: जबकि शॉर्ट-टर्म लाभ आकर्षक होते हैं, Crypto Space में तेज़ सुधार नार्मल होते हैं।
Regulatory Uncertainty: एक स्टेबलकॉइन के रूप में, USUAL को Strict Crypto Laws वाले स्पेस में जांच का सामना करना पड़ सकता है।
Competition: USDT, USDC और DAI जैसे स्थापित स्टेबलकॉइन से प्रतिस्पर्धा करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
USUAL Coin शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग अवसरों और लम्बे समय की संभावनाओं को प्रेजेंट करता है। रियल असेट्स के सपोर्ट पर इसका ध्यान इसे अन्य Cryptocurrency से अलग बना सकता है, लेकिन इसके प्राइस का सफर अभी भी अनिश्चित है।
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