हाल ही में, Mantra के नेटिव टोकन OM की कीमत में भारी गिरावट देखी गई है। 13 अप्रैल को OM की कीमत लगभग 93% तक गिरी, जिससे इसकी मार्केट कैप 6 बिलियन डॉलर से ज्यादा गिर गई। इस दुर्घटना ने मार्केट में हड़कंप मचा दिया है और कई निवेशक इसे एक बड़ा Rug Pull मान रहे हैं। हालांकि, Mantra के Co-Founder JP Mullin ने इस गिरावट का कारण "Reckless Liquidations" को बताया और आश्वासन दिया कि हमारी टीम इस प्रोजेक्ट को छोड़कर कहीं नहीं जा रही है। आइए इस घटनाक्रम को समझते हैं और जानने की कोशिश करते हैं कि इसका भविष्य क्या हो सकता है।
OM Token Price में गिरावट ने कई ट्रेडर्स को हैरान कर दिया। 13 अप्रैल को OM की कीमत $6.2 से घटकर $0.43 तक पहुँच गई, जो कि 93% से ज्यादा की गिरावट थी। इससे इसकी टोटल मार्केट कैप भी 6 बिलियन डॉलर से अधिक कम हो गई। इस घटनाक्रम ने मार्केट में अनिश्चितता की भावना पैदा कर दी और निवेशकों के बीच चिंता की लहर दौड़ गई। हालांकि ख़बर लिखे जाने तक OM Token $0.7847 पर ट्रेड कर रहा है।
कुछ निवेशकों और ट्रेडर्स ने इस दुर्घटना को एक बड़े Rug Pull से जोड़ा, जैसा कि LUNA और FTX के मामलों में हुआ था। हालांकि, Mantra के Co-Founder JP Mullin ने इस एलिगेशन को नकारते हुए कहा कि टोकन की गिरावट के लिए टीम जिम्मेदार नहीं है। Mullin ने X पर एक बयान जारी करते हुए बताया कि गिरावट की वजह "Reckless Liquidations" थीं, न कि टीम के द्वारा की गई कोई गलती।
Mantra ने हाल ही में Middle East में अपने पैर जमाने की कोशिश की थी। जनवरी 2025 में, उसने DAMAC नामक एक बड़े रियल एस्टेट ग्रुप के साथ $1 बिलियन का टोकनाइजेशन डील साइन की थी। इसके बाद, फरवरी में Mantra को Dubai की VARA से एक वर्चुअल असेट सर्विस प्रोवाइडर लाइसेंस भी प्राप्त हुआ था, जिससे उसे UAE में कानूनी रूप से ऑपरेट करने का अधिकार मिल गया। यह कदम Mantra के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हुआ और इसके भविष्य को लेकर पॉजिटिव आउटलुक बना। अगर आप Mantra (OM) क्या है इसके बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो दी गई लिंक पर क्लिक करें।
OM Token की कीमत में आई इस भारी गिरावट से निवेशकों का विश्वास डगमगा गया है। हालांकि, Mantra ने अपनी टीम की लॉयल्टी को क्लियर करते हुए कहा है कि वे प्रोजेक्ट को नहीं छोड़ रहे हैं। इसके बावजूद, यह घटना Mantra के लिए एक बड़ा झटका हो सकती है, खासकर जब वे टोकनाइजेशन के जरिए रियल एस्टेट और फिजिकल असेट्स के मार्केट में जम्प ओवर करने का प्लान बना रहे थे।
Mantra ने अपने प्लान को लेकर अभी तक किसी बदलाव का संकेत नहीं दिया है। टीम का कहना है कि वे प्रोजेक्ट के प्रति कमिटेड हैं और आने वाले समय में OM Token की स्थिति में सुधार होगा। हालांकि, यह कहना मुश्किल है कि क्या OM का फ्यूचर ब्राइट होगा, क्योंकि मार्केट कंडीशंस बहुत तेजी से बदल सकती हैं। अगर Mantra अपने प्लान्स को सही तरीके से इम्प्लीमेंट करता है और निवेशकों का विश्वास फिर से जीतने में सफल होता है, तो OM Token की कीमत में सुधार हो सकता है।
OM Token की कीमत में अचानक गिरावट ने निवेशकों और ट्रेडर्स के बीच चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, Mantra के Co-Founder JP Mullin ने टीम की लॉयल्टी को क्लियर करते हुए इसे "Reckless Liquidations" का परिणाम बताया है। OM Token को प्रेडिक्ट करना मुश्किल है, लेकिन Mantra की टीम की कोशिशों और प्लान्स पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा। भविष्य में अगर Mantra अपने उद्देश्यों को सही ढंग से पूरा करता है, तो OM Token में इम्प्रूवमेंट होना संभव है।
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