Pi Network अब ISO 20022 सिस्टम से जुड़ने की तैयारी कर रहा है। इसका टारगेट नवंबर 2025 तक इस नए स्टैंडर्ड को अपनाना है, जिससे यह SWIFT जैसी ग्लोबल बैंकिंग नेटवर्क्स के साथ जुड़ सके। इस बदलाव से Pi Network के ज़रिए पैसे भेजना और ट्रांज़ैक्शन करना पहले से तेज़, आसान और कम खर्चीला हो जाएगा।

Source: यह इमेज Pi Crypto News की X पोस्ट से ली गई है। जिसकी लिंक यहां दी गई है।
हाल ही में @PiListingNews नामक एक पाई नेटवर्क अकाउंट ने X पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि ये SWIFT via ISO 20022 Integration बैंकों को इंस्टेंट और कम खर्चे में इंटरनेशनल पेमेंट्स करने में सक्षम बना सकता है। पोस्ट में पाई और SWIFT के लोगो को मिलाकर एक ग्राफिक दिखाया गया था, जिससे ऐसा स्पष्ट हुआ जैसे दोनों के बीच कोई पार्टनरशिप हो चुकी है। “फिलहाल इस दावे का ऑफिशियल कन्फर्मेशन अभी नहीं हुआ है।”
पाई नेटवर्क, जो 2019 से अपने Enclosed Testnet Phase में काम कर रहा है, अब तक Public Mainnet Launch नहीं कर पाया है। फिर भी, टीम का कहना है कि ISO 20022 के अनुरूप होना एक बड़ा टेक्निकल माइलस्टोन होगा। यह वही मैसेजिंग स्टैंडर्ड है जिसे SWIFT नेटवर्क ने अपने ग्लोबल फाइनेंशियल सिस्टम में जरुरी किया है ताकि क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट्स ज्यादा सुरक्षित बन सकें।
इस इंटीग्रेशन का उद्देश्य ट्रेडिशनल बैंकों और डिजिटल करेंसी सिस्टम के बीच पुल तैयार करना है। इससे भविष्य में इंटरऑपरेबिलिटी, यानी एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क पर आसानी से ट्रांजैक्शन संभव हो सकेगा। हालांकि, अभी नेटवर्क का पूरा इंटीग्रेशन नहीं हुआ है, बल्कि यह भविष्य की योजना का हिस्सा है।
जैसे-जैसे 22 November 2025 deadline नज़दीक आ रही है, पाई नेटवर्क अपनी टेक्नोलॉजी को ग्लोबल फाइनेंशियल सिस्टम से जोड़ने की तैयारी में है। कई एनालिस्ट का मानना है कि यह कदम Real-World Utility के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है। Community में इसे लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है।
हालांकि, हर कोई इस घोषणा को लेकर उत्साहित नहीं है। कुछ आलोचकों का कहना है कि यह सिर्फ एक और “हाइप क्रिएशन” है। उनका लॉजिक है कि Pi Network Mainnet Migration, KYC Bonus Distribution, और ट्रेडिंग एक्सेस जैसी घोषणाएं अब तक पूरी नहीं हुई हैं। दूसरी ओर, सपोटर्स इस अपडेट को पाई के भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम मान रहे हैं।
@PiListingNews द्वारा शेयर किया गया ग्राफिक भी खासा ध्यान खींच रहा है। इसमें पाई के मोबाइल ऐप से एक ग्लोब को जोड़ते हुए ISO 20022 गेटवे दिखाया गया है, जो “ग्लोबल फाइनेंशियल कनेक्टिविटी” को दर्शाता है। कई यूज़र्स इसे XRP और XLM जैसी क्रिप्टोकरेंसी के संभावित कॉम्पिटिटर्स के रूप में देख रहे हैं।
कम्युनिटी के रिएक्शन भी अलग अलग है एक ओर कुछ पायनियर्स इसे ट्रेडिंग और पेमेंट के नए अवसरों की शुरुआत मानते हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ इसे “फेक न्यूज़” करार दे रहे हैं। लेकिन एक बात तय है Pi Network ISO 20022 Integration इसके डेवलपमेंट की दिशा में एक अहम कदम है।
अभी तक भले ही कोई ऑफिशियल बैंकिंग इंटीग्रेशन नहीं हुआ हो, लेकिन अगर यह योजना सफल होती है, तो यह क्रिप्टो मार्केट में पाई की वैल्यू और यूज़र्स के विश्वास दोनों को बढ़ा सकती है।
मेरे 7 साल के क्रिप्टो रिसर्च और ब्लॉकचेन एनालिसिस एक्सपीरियंस के बेसिस पर, पाई नेटवर्क का ये इंटीग्रेशन एक स्ट्रेटेजिक कदम है। यह केवल टेक्निकल अपग्रेड नहीं, बल्कि ट्रेडिशनल बैंकिंग सिस्टम में डिजिटल करेंसी की स्वीकार्यता की दिशा में बड़ा बदलाव साबित हो सकता है।
कुल मिलाकर, Pi Network ISO 20022 Integration को लेकर उम्मीदें बहुत बड़ी हैं। अगर यह सफल होता है, तो पाई नेटवर्क ट्रेडिशनल बैंकिंग सिस्टम से जुड़ने वाली पहली मोबाइल-माइंड क्रिप्टोकरेंसी बन सकती है। यह न केवल यूज़र्स के लिए फायदे का सौदा साबित होगा, बल्कि ग्लोबल क्रिप्टो पेमेंट्स के भविष्य को भी बदल सकता है।
डिस्क्लेमर: अभी तक इस इंटीग्रेशन को लेकर कोई ऑफिशियल कन्फर्मेशन जारी नहीं किया गया है। यह आर्टिकल केवल सूचना के उद्देश्य से है। इसमें दी गई जानकारी निवेश सलाह नहीं है। कृपया किसी भी इन्वेस्टमेंट डिसीजन से पहले सही रिसर्च करें।
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