क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी ने भारत में फाइनेंशियल सर्विसेज को नया आकार दिया है। Coin98, BarnBridge, Gitcoin, NuCypher और Enzyme जैसे प्रोजेक्ट्स ने इनोवेशन और विकास के साथ इस क्षेत्र को आगे बढ़ाया है। ये प्रोजेक्ट्स न केवल डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस सर्विसेज को बढ़ावा दे रहे हैं, बल्कि सिक्योरिटी और ट्रांसपेरेंसी की नई दिशा भी प्रदान कर रहे हैं।
Coin98
BarnBridge
Gitcoin
NuCypher
Enzyme
Coin98 एक क्रॉस-चेन लिक्विडिटी प्रोटोकॉल है, जो Coin98 Wallet, Coin98 Exchange और Coin98 Bridge जैसे प्रोडक्ट्स का एक पूरा सेट प्रदान करता है। यह एक मल्टी-चेन, नॉन-कस्टोडियल क्रिप्टो वॉलेट है, जो डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) इकोसिस्टम तक पहुंच प्रदान करता है। C98 Token इसका नेटिव यूटिलिटी टोकन है, जिसका उपयोग इकोसिस्टम डेवलपमेंट, स्टेकिंग, गवर्नेंस और एक्सक्लूसिव मेम्बरशिप बेनिफिट्स लिए किया जाता है। यूजर्स C98 Token स्टेक करके प्लेटफॉर्म पर वोटिंग पावर प्राप्त कर सकते हैं।
BarnBridge एक डेरिवेटिव्स प्रोटोकॉल है, जो स्ट्रक्चर्ड स्टेबलकॉइन लेंडिंग प्रोडक्ट्स पर केंद्रित है। यह यूज़र्स को स्टेबलकॉइन को जूनियर और सीनियर फार्मिंग पूल्स में जमा करने की अनुमति देता है, जिससे रिटर्न को विभिन्न जोखिम स्तरों (ट्रांचेस) में विभाजित किया जा सकता है। BarnBridge के स्टेबलकॉइन पूल्स AAVE, Compound और CREAM Finance जैसे DeFi प्रोटोकॉल्स के साथ इंटीग्रेटेड हैं। BOND Token गवर्नेंस के लिए उपयोग होता है, जिससे यूज़र्स प्लेटफॉर्म पर वोटिंग पावर प्राप्त कर सकते हैं और लिक्विडिटी माइनिंग भी कर सकते हैं।
Gitcoin (GTC) डिजिटल पब्लिक गुड्स को बनाने और फंड करने का काम करता है। यह क्रिप्टो इकोसिस्टम के ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट्स को फंड करने के लिए Gitcoin Grants के माध्यम से क्वाड्रैटिक फंडिंग का उपयोग करता है। GTC Token होल्डर्स गवर्नेंस प्रोसेस में हिस्सा ले सकते हैं, जिसमें डिस्कॉर्ड और फोरम पर आर्बिट्रेशन, ऑफ-चेन और ऑन-चेन वोटिंग शामिल हैं। GTC Token का उपयोग प्रारंभ में Gitcoin ग्रांट राउंड के पैरामीटर तय करने के लिए किया जाता है, लेकिन भविष्य में इसकी भूमिका बढ़ने की उम्मीद है।
Top Crypto Project की लिस्ट में शामिल NuCypher पब्लिक नेटवर्क और dApps को डेटा एन्क्रिप्शन और सिक्योरिटी प्रदान करता है, बिना किसी सेट्रल सर्विस प्रोवाइडर पर निर्भर हुए। इसका "डिसेंट्रलाइज्ड की मैनेजमेंट सिस्टम" (KMS) यूजर्स को निजी और एन्क्रिप्टेड डेटा को सिक्योरिली स्टोर और संसाधित करने की अनुमति प्रदान करता है। NU टोकन NuCypher का ERC-20 यूटिलिटी टोकन है, जिसका उपयोग नेटवर्क प्रोत्साहन, स्टेकिंग (NU टोकन के साथ नोड चलाना), और NuCypher DAO गवर्नेंस में भाग लेने के लिए किया जाता है।
Enzyme (पूर्व में Melon Protocol) एक Ethereum-बेस्ड प्रोटोकॉल है जो डिसेंट्रलाइज्ड ऑन-चेन एसेट मैनेजमेंट को सक्षम बनाता है। यह यूजर्स को कस्टमाइज्ड इन्वेस्टमेंट व्हीकल्स बनाने, मैनेज करने और निवेश करने की सुविधा प्रदान करता है। Enzyme का टोकन MLN मिंट और बर्न मॉडल पर काम करता है, जिसमें हर साल 300,600 MLN Token जारी होते हैं। यूजर्स ETH में Asset Management Gas Unit (AMGU) फीस का भुगतान करते हैं। Enzyme Protocol को Enzyme Council द्वारा शासित किया जाता है, जो यूजर्स के हितों की रक्षा करता है।
Coin98, BarnBridge, Gitcoin, NuCypher और Enzyme जैसे प्रोजेक्ट्स भारत के क्रिप्टो इकोसिस्टम में एक क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं। इनकी टेक्नोलॉजी और ग्रोथ से न केवल निवेशकों को नए अवसर मिलेंगे, बल्कि भारत क्रिप्टो इंडस्ट्री में एक प्रमुख ग्लोबल प्लेयर के रूप में उभर सकता है। ये प्रोजेक्ट भारत में क्रिप्टो मार्केट को नई दशा और दिशा प्रदान करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
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