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Coinbase को मिला CCI का ग्रीन सिग्नल, CoinDCX में हिस्सेदारी तय

CoinDCX में हिस्सेदारी खरीदेगा Coinbase, CCI की अनुमति


भारत के क्रिप्टो सेक्टर के लिए एक बड़ी और पॉजिटिव खबर सामने आई है। Competition Commission of India (CCI) ने अमेरिकी क्रिप्टो एक्सचेंज Coinbase को CoinDCX की पैरेंट कंपनी DCX Global Limited में Minority Stake खरीदने की मंज़ूरी दे दी है। यह मंज़ूरी 16 दिसंबर 2025 को मिली। इस कदम से Coinbase की भारत में मौजूदगी और मजबूत होगी। साथ ही, यह डील दिखाती है कि भारत के क्रिप्टो मार्केट में विदेशी कंपनियों का भरोसा धीरे-धीरे बढ़ रहा है।


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Source: यह इमेज Bitinning की X पोस्ट से ली गई है जिसकी लिंक यहां दी गई है। 


CCI की मंज़ूरी और डील की पूरी जानकारी


CCI ने साफ कहा है कि Coinbase का यह निवेश सिर्फ छोटी हिस्सेदारी तक सीमित है, जिससे मार्केट में किसी तरह के कॉम्पीटीशन पर असर नहीं पड़ेगा। रेगुलेटर के मुताबिक, इस डील से भारतीय क्रिप्टो मार्केट में कोई जोखिम पैदा नहीं होता। इसी वजह से Coinbase पर कोई खास शर्तें नहीं लगाई गईं और निवेश को आसानी से मंज़ूरी मिल गई। कुल मिलाकर, यह फैसला दिखाता है कि यह डील सुरक्षित मानी गई है और मार्केट के लिए नुकसान वाली नहीं है।


Coinbase और CoinDCX की पुरानी पार्टनरशिप 


Coinbase और CoinDCX के रिश्ते नए नहीं हैं। कॉइनबेस ने पहली बार 2020 में CoinDCX के Series A फंडिंग राउंड के दौरान निवेश किया था। इसके बाद 2022 में भी निवेश हुआ, जिसके बाद CoinDCX का वैल्यूएशन करीब 2.45 बिलियन डॉलर आंका गया। अक्टूबर 2025 में कॉइनबेस ने एक नए निवेश की घोषणा की थी और Coinbase ने DCX Global डील के लिए CCI से नई मंजूरी मांगी थी, जिसे अब CCI की मंज़ूरी मिल चुकी है। यह कदम दिखाता है कि दोनों कंपनियों के बीच सहयोग अब और मजबूत हो रहा है।


भारत में Coinbase की बढ़ती मौजूदगी


कॉइनबेस दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में क्रिप्टो एक्सचेंज सर्विसेज देता है और 2025 में उसने भारत में ऑपरेशंस शुरू किए। कंपनी लंबे समय से इंडियन मार्केट में मौके तलाश रही थी। 2021 में Coinbase ने बेंगलुरु स्थित conversational AI स्टार्टअप Agara का Acquisition भी किया था, ताकि कस्टमर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाया जा सके। CoinDCX में पार्टनरशिप के जरिए कॉइनबेस भारत के 20 मिलियन से ज्यादा Crypto Users वाले मार्केट में गहरी पहुंच बना रहा है।


CoinDCX का बिज़नेस मॉडल और ग्लोबल प्लान


CoinDCX भारत के प्रमुख Crypto Exchanges में से एक है और यह Middle East और North Africa क्षेत्र में भी एक्टिव है। 2024 में कंपनी ने BitOasis का Acquisition किया था, जिससे MENA क्षेत्र में उसकी पकड़ मजबूत हुई। जुलाई 2025 तक CoinDCX का Annualised Group Revenue 1,179 करोड़ रुपये रहा, जबकि ट्रांजैक्शन वॉल्यूम 13.7 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा। कंपनी के पास 10,000 करोड़ रुपये से अधिक के एसेट्स अंडर कस्टडी हैं और यूज़र बेस 20.4 मिलियन से ज्यादा है।


सिक्योरिटी से जुड़ी घटना और मैनेजमेंट में बदलाव


जुलाई 2025 में CoinDCX ने 44.2 मिलियन डॉलर के Security Breach का खुलासा किया था। कंपनी ने कहा था कि यह नुकसान उसके अपने ट्रेज़री से कवर किया गया और किसी भी ग्राहक के फंड पर असर नहीं पड़ा। इसी साल कुछ सीनियर ऑफिसर्स के इस्तीफे भी सामने आए, जिनमें Chief Technology Officer और Head of Legal शामिल हैं। इसके बावजूद कॉइनबेस का निवेश कंपनी में भरोसे को दर्शाता है।


पिछले 7 सालों से भारतीय Crypto Industry को करीब से देखने के अनुभव के आधार पर, यह डील एक मजबूत रेगुलेटरी सिग्नल है। CCI की मंज़ूरी दिखाती है कि भारत अब क्रिप्टो को कंट्रोल्ड तरीके से अपनाने की दिशा में बढ़ रहा है। ऐसे स्ट्रैटेजिक निवेश ही लॉन्ग-टर्म में मार्केट को स्थिरता और भरोसा देते हैं।


भारत के क्रिप्टो सेक्टर के लिए इस डील का मतलब


यह CCI अप्रूवल बताता है कि भारत अब Crypto पर पूरी तरह रोक लगाने के बजाय नियमों के साथ इसे आगे बढ़ा रहा है। सरकार KYC, टैक्स और सही व्यवहार पर ध्यान दे रही है, लेकिन विदेशी कंपनियों को भी काम करने का मौका मिल रहा है। निवेशकों के लिए यह एक पॉजिटिव संकेत है कि ट्रांसपेरेंसी के साथ भारत में क्रिप्टो डील संभव है। कॉइनबेस को इससे भारत में मजबूत पकड़ मिलेगी, वहीं CoinDCX को इंटरनेशनल एक्सपीरियंस मिलने और सपोर्ट का फायदा होगा।


कन्क्लूजन 


कॉइनबेस को मिली CCI की मंज़ूरी भारत के क्रिप्टो इकोसिस्टम के लिए एक अहम संकेत है। यह दिखाता है कि भारत अब नियमों के साथ Crypto Sector को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है। Coinbase और CoinDCX की यह डील विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ाती है और भारतीय प्लेटफॉर्म्स को ग्लोबल लेवल पर मजबूती देती है। आने वाले समय में ऐसे स्ट्रेटेजिक निवेश भारत के क्रिप्टो मार्केट को ज्यादा स्थिर, सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने में मदद कर सकते हैं।


डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी किसी भी तरह की निवेश सलाह नहीं है। क्रिप्टो मार्केट में निवेश जोखिम भरा हो सकता है। निवेश से पहले अपनी रिसर्च करें और जरूरत हो तो फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें। 

About the Author Akansha Vyas

Crypto Journalist Cryptohindinews.in

आकांक्षा व्यास एक स्किल्ड क्रिप्टो राइटर हैं, जिनके पास 7 वर्षों का अनुभव है और वे ब्लॉकचेन और Web3 के कॉम्पलेक्स टॉपिक्स को सरल और समझने योग्य बनाने में एक्सपर्ट हैं। वे डीप रिसर्च के साथ आर्टिकल्स, ब्लॉग और न्यूज़ लिखती हैं, जिनमें SEO पर विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि रीडर्स का जुड़ाव बढ़ सके। आकांक्षा की राइटिंग क्रिएटिव एक्सप्रेशन और एनालिटिकल अप्रोच का एक बेहतरीन मिश्रण है, जो रीडर्स को जटिल विषयों को स्पष्टता के साथ समझने में मदद करता है। क्रिप्टो स्पेस के प्रति उनकी गहरी रुचि उन्हें इस उद्योग में एक अच्छे राइटर के रूप में स्थापित कर रही है। अपने कंटेंट के माध्यम से, उनका उद्देश्य रीडर्स को क्रिप्टो की तेजी से बदलती दुनिया में गाइड करना है।

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Coinbase ने CoinDCX की पैरेंट कंपनी DCX Global Limited में अल्पांश यानी minority stake खरीदी है।
इस डील को Competition Commission of India (CCI) ने मंज़ूरी दी है।
क्योंकि यह निवेश सीमित हिस्सेदारी तक है और इससे बाज़ार में प्रतिस्पर्धा पर कोई असर नहीं पड़ता।
Coinbase ने पहली बार 2020 में CoinDCX में निवेश किया था।
Coinbase को भारत के बड़े क्रिप्टो मार्केट में रणनीतिक पहुंच और विस्तार का मौका मिलेगा।