LayerZero (ZRO) एक प्रगतिशील और उभरता हुआ इंटरऑपरेबिलिटी प्रोटोकॉल है, जिसे खासतौर पर इस उद्देश्य से बनाया गया है कि विभिन्न ब्लॉकचेन नेटवर्क्स को एक-दूसरे से सुरक्षित और सहज रूप से जोड़ा जा सके। मौजूदा समय में, Web3 की दुनिया में कई Layer-1 और Layer-2 ब्लॉकचेन्स अलग-अलग काम कर रहे हैं, लेकिन उनके बीच सीमित संवाद क्षमता एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। LayerZero इसी चुनौती को हल करने का प्रयास कर रहा है।
इस प्लेटफॉर्म की मदद से डेवलपर्स मल्टीचेन डैप्स (dApps) बना सकते हैं, जो अलग-अलग ब्लॉकचेन इकोसिस्टम — जैसे Ethereum, BNB Chain, Arbitrum, या Polygon — के साथ इंटरएक्ट कर सकते हैं। इससे न सिर्फ यूज़र्स को बेहतर एक्सपीरियंस मिलता है, बल्कि डैप्स की स्केलेबिलिटी और उपयोगिता भी बढ़ जाती है।
LayerZero का मूल टोकन ZRO है, जो नेटवर्क गवर्नेंस, ट्रांजैक्शन फीस और प्रोटोकॉल के अन्य कार्यों में उपयोग किया जाता है। ZRO टोकन होल्डर्स LayerZero के भविष्य से जुड़े निर्णयों में भाग ले सकते हैं, जिससे यह एक कम्युनिटी-ड्रिवन प्लेटफॉर्म बन जाता है।
LayerZero आने वाले समय में Web3 और क्रॉसचेन कनेक्टिविटी का एक मजबूत आधार बन सकता है। यह उन प्रोजेक्ट्स में से एक है जो ब्लॉकचेन के भविष्य को अधिक ओपन, इंटरकनेक्टेड और उपयोगकर्ता-केंद्रित बना रहे हैं।

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ZRO एक ओमनीचेन इंटरऑपरेबिलिटी प्रोटोकॉल है जो ब्लॉकचेन की सीमाओं को तोड़ते हुए डेवलपर्स को मल्टीचेन एप्लिकेशन बनाने की आज़ादी देता है। इसका उद्देश्य है ऐसे DApps को संभव बनाना जो एक साथ कई ब्लॉकचेन पर निर्बाध रूप से काम कर सकें, बिना किसी ब्रिज या थर्ड-पार्टी डिपेंडेंसी के।
यह प्रोटोकॉल एक नया कम्युनिकेशन लेयर तैयार करता है, जो अलग-अलग नेटवर्क्स के बीच मैसेजिंग को सुरक्षित, तेज़ और भरोसेमंद बनाता है। इससे डैप्स को एक ही यूज़र इंटरफेस से अलग-अलग ब्लॉकचेन पर एक्शन लेने की क्षमता मिलती है, जिससे यूज़र एक्सपीरियंस भी बेहतर होता है।
LayerZero की यह तकनीक इंटरऑपरेबिलिटी को नई ऊँचाइयों पर ले जाती है। अब क्रॉसचेन एप्लिकेशन न केवल संभव हैं, बल्कि पहले से कहीं अधिक कुशल, तेज़ और सुरक्षित भी हैं। Web3 डेवलपर्स और प्रोजेक्ट्स के लिए यह एक गेमचेंजर साबित हो रहा है, जो उन्हें पूरे मल्टीचेन इकोसिस्टम में सरल और स्केलेबल तरीके से काम करने का अवसर देता है।
ZRO टोकन LayerZero नेटवर्क की नींव है, जो गवर्नेंस, फीस और नेटवर्क संचालन जैसे पहलुओं में उपयोग होता है। LayerZero भविष्य के ऐसे Web3 इंफ्रास्ट्रक्चर का हिस्सा है जो ब्लॉकचेन की दुनिया को एकजुट कर रहा है।
| पैरामीटर | विवरण |
| टोकन नाम | ZRO (LayerZero) |
| टोकन टाइप | Utility + Governance |
| कुल आपूर्ति | 1 अरब टोकन |
| सर्कुलेटिंग सप्लाई | 150 करोड़ (लगभग) |
| नेटवर्क | Ethereum, BNB, Arbitrum, etc. |
| प्रमुख एक्सचेंज | Binance, Coinbase, Bybit |
| समय अवधि | औसत कीमत (INR) |
| लॉन्च (2024) | ₹120 |
| 2025 Q1 | ₹180 |
| जून 2025 | ₹245.60 |
| अवधि | अनुमानित रेंज (INR में) | विवरण |
| शॉर्ट टर्म | ₹250 – ₹290 | लिस्टिंग हाइप और डेवलपर ट्रेंड्स पर निर्भर |
| मिड टर्म | ₹300 – ₹420 | प्रोटोकॉल के व्यापक उपयोग पर निर्भर |
| लॉन्ग टर्म | ₹500 – ₹680 | Web3 की मास अडॉप्शन और मल्टीचेन ट्रैफिक बढ़ने पर |
ZRO टोकन के पीछे LayerZero एक ऐसा प्रोटोकॉल है जिसकी डिमांड Web3 और डीसेंट्रलाइज़्ड ऐप्स के बढ़ने के साथ-साथ तेज़ी से बढ़ रही है। अगर क्रॉसचेन इंटरऑपरेबिलिटी को और आसान बनाया जाए तो LayerZero Web3 इंफ्रास्ट्रक्चर का एक अहम हिस्सा बन सकता है।
ZRO एक ऐसा टोकन है जो LayerZero जैसे हाई-टेक प्रोजेक्ट का प्रतिनिधित्व करता है। इसकी तकनीकी विशेषताओं और उपयोगिता को देखते हुए यह भविष्य में काफी उपयोगी साबित हो सकता है। निवेश से पहले अपना रिसर्च जरूर करें, लेकिन LayerZero जैसे नेटवर्क्स Web3 का भविष्य तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
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