India की Crypto Industry लगातार बढ़ती जा रही है। जहां एक तरफ करोड़ों भारतीय Digital Assets का यूज कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ Crypto Regulation को लेकर अब तक स्थिति साफ़ नहीं हो सकी है। इसी मुद्दे पर एक मीडिया प्लेटफार्म से बात करते हुए Binance APAC Head SB Seker ने Crypto Regulation in India को लेकर एक बड़ी चेतावनी दी है।

Source- Kashif Raza X Post
उनका कहना है कि अगर क्रिप्टो रेगुलेशन जल्द नहीं लाता है, तो देश के यूजर्स विदेशी और बिना रेगुलेशन वाले Platforms की तरफ चले जाएंगे, जिन्हें वापस लाना काफी मुश्किल हो सकता है।
Binance APAC Chief SB Seker के अनुसार, अभी भले ही Indian Economy का Cryptocurrency बड़ा हिस्सा न हो, लेकिन इसकी ग्रोथ स्पीड किसी भी दूसरे Financial Sector से कहीं ज्यादा है। उन्होंने आगे कहा कि
क्रिप्टो मार्केट तेजी से बढ़ रहा है।
आने वाले समय में यह Financial System का अहम हिस्सा बन सकता है।
अगर भारत ने सही समय पर कदम नहीं उठाया, तो नुकसान तय है।
बता दें कि SB Seker पहले Australia में Lawyer और Singapore की Central Bank में काम कर चुके हैं, इसलिए Regulation को लेकर उनका अनुभव काफी मजबूत माना जाता है।
Binance APAC Head SB Seker के अनुसार, भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा क्रिप्टो रेगुलेशन में हो रही देरी है। Crypto Regulation in India में देरी से देश बड़ा मौका खो रहा है, उनका मानना है कि अगर समय रहते सही फैसले नहीं लिए गए, तो इसके लॉन्ग टर्म तक नेगेटिव असर देखने को मिल सकते हैं।
ऐसी स्थिति में धीरे-धीरे Indian Crypto Users का भरोसा Indian Platforms से कम होने लगेगा और वे बेहतर सुविधा के लिए बाहर के ऑप्शन चुनने लगेंगे।
जिसका नतीजा यह होगा कि
Offshore Crypto Exchanges की तरफ जा सकते हैं, जो भारत के नियमों से बाहर काम करते हैं।
DeFi platforms की ओर, जहां Regulatory Control बेहद सीमित है ।
Unregulated Apps की तरफ, जिनमें सुरक्षा और निवेश दोनों का रिस्क ज्यादा होता है।
SB Seker चेतावनी देते हुए आगे कहते हैं कि एक बार यूजर्स इन platforms को यूज करने लग गए, तो उन्हें वापस किसी Regulated System में लाना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
यही वजह है कि क्रिप्टो रेगुलेशन में देरी भारत के डिजिटल भविष्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
अगर India क्रिप्टो रेगुलेशन को साफ और स्पष्ट रूप में लागू कर देता है, तो इसका असर पूरे इकोसिस्टम पर देखने को मिल सकता है। सबसे पहले Exchanges, Brokers और Dealers की भूमिका तय होगी, जिससे मार्केट में ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी।
क्रिप्टो रेगुलेशन आने से इन्वेस्टर्स का भरोसा मजबूत होगा, क्योंकि उन्हें पता होगा कि वे किस तरह के प्लेटफार्म पर और किन शर्तों के साथ निवेश कर रहे हैं। इसका सीधा फायदा यह होगा कि भारत में क्रिप्टो एडॉप्शन की रफ्तार तेज होगी और ज्यादा लोग इस सेक्टर से जुड़ पाएंगे।
Crypto Regulation in India पर Binance APAC Chief SB Seker की बातों से यह साफ संकेत मिलता है कि क्रिप्टो को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। Policy में लगातार हो रही देरी यूजर्स को Offshore exchanges और Unregulated Platforms की ओर ले जा सकती है, जिससे Investor Protection और Financial Control दोनों कमजोर पड़ सकते हैं।
डिस्क्लेमर- यह आर्टिकल केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। क्रिप्टो मार्केट काफ़ी वोलेटाइल है, इसलिए निवेश करने से पहले अपनी रिसर्च ज़रूर करें।
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