भारत के क्रिप्टो निवेशकों को बड़ा झटका लगा है। FIU-India (Financial Intelligence Unit: India) ने 25 Offshore Crypto Exchanges को नोटिस भेजा है और कई की वेबसाइट्स ब्लॉक करने का आदेश दिया है।
कारण? ये एक्सचेंज PMLA (Prevention of Money Laundering Act, 2002) के तहत रजिस्टर्ड नहीं थे, फिर भी भारत के यूज़र्स को सर्विस दे रहे थे।
यह सिर्फ कार्रवाई नहीं, बल्कि सरकार का Final Warning है “India में काम करना है तो Compliance ज़रूरी है।”
नोटिस पाने वाले एक्सचेंजों में शामिल हैं:
इन पर आरोप है:
फिर भी भारतीय निवेशकों को सर्विस देना जारी रखा
सरकार ने IT Act की धारा 79(3)(b) के तहत इनके ऐप और वेबसाइट ब्लॉक करने का आदेश भी दिया है
| श्रेणी (Category) | FIU Compliant Exchanges | Non-Compliant Offshore Exchanges |
| KYC सिस्टम | हाँ (पूरा KYC प्रोसेस मौजूद) | अक्सर नहीं / नाममात्र |
| रिकॉर्ड कीपिंग | Proper reporting & documentation | बहुत सीमित या नहीं के बराबर |
| निवेशक सुरक्षा | High – नियमों के अनुसार सुरक्षा | Low – कोई गारंटी नहीं |
| कानूनी स्थिति | मजबूत (भारतीय कानून के तहत) | प्रतिबंध या ब्लॉक होने का जोखिम |
| बाजार तक पहुँच | Long-Term – भरोसे के साथ | Short-Term – अनिश्चित भविष्य |
यदि आप एक निवेशक हैं, तो FIU Compliant Crypto Exchange चुनना आपके फंड्स और डेटा की सुरक्षा के लिए सबसे समझदारी भरा कदम होगा।
1. दो हिस्सों में बंटेगा बाजार
2. निवेशकों के लिए अलर्ट
3. स्टार्टअप्स के लिए मौका
नए Indian Crypto Platforms जो FIU रजिस्ट्रेशन करेंगे → भरोसा जीत पाएंगे
भारत में क्रिप्टो अभी भी Unregulated Asset Class है। मतलब:
1 अक्टूबर 2025 का यह Crackdown भारत की क्रिप्टो यात्रा में Turning Point है। अब सवाल सिर्फ यह नहीं कि “कहाँ कम Fees है?” बल्कि यह है – “कौन सा Exchange भारतीय कानून का पालन करता है?”
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Disclaimer: क्रिप्टो मार्केट अस्थिर है। निवेश से पहले अपनी रिसर्च जरूर करें।
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