क्रिप्टो वॉलेट के क्षेत्र में बड़ा बदलाव करते हुए, MetaMask ने कल 21 अगस्त 2025 को अपने पहले स्टेबलकॉइन “MetaMask USD” ($mUSD) की ऑफिशियल लॉन्च की घोषणा की है। यह पहली बार है जब किसी सेल्फ-कस्टोडियल वॉलेट ने अपना खुद का स्टेबलकॉइन जारी किया है, जिससे यूज़र्स को अब डिजिटल डॉलर होल्ड, सेंड और खर्च करने के लिए अपने फंड्स की कस्टडी छोड़नी नहीं पड़ेगी।
Source: यह इमेज MetaMask.eth की X पोस्ट से ली गई है, जिसकी लिंक यहां दी गई है।
MetaMask USD एक 1:1 US डॉलर से पेग्ड स्टेबलकॉइन है, जो पूरी तरह से US कैश और शॉर्ट-टर्म ट्रेजरी रिजर्व्स से सपोर्टेड होगा। इसका मतलब है कि हर एक mUSD के पीछे रियल डॉलर की वैल्यू होगी, जिससे इसकी स्टेबिलिटी और ट्रांसपेरेंसी बनी रहेगी।
mUSD को Bridge नामक प्लेटफॉर्म द्वारा इश्यू किया गया है, जो कि Stripe कंपनी की एक ब्रांच है। वहीं, इसकी मिंटिंग प्रोसेस M0 के जरिए होती है, जो एक डिसेंट्रलाइज़्ड इंफ्रास्ट्रक्चर है, जो क्रॉस-चेन इंटरऑपरेबिलिटी और लिक्विडिटी को आसान बनाता है।
mUSD को MetaMask Wallet में पूरी तरह से इंटीग्रेट किया गया है। इसका मतलब यह है कि यूज़र्स अब MetaMask App के अंदर ही mUSD को ऑन-रैंप (खरीदना), स्वैप, ट्रांसफर और ब्रिज कर सकते हैं। इससे यूज़र्स के लिए DeFi का अनुभव और ज्यादा सरल हो जाएगा।
शुरुआत में mUSD को Ethereum और Linea Network पर लॉन्च किया जाएगा। Linea, Consensys का Layer 2 Network है, जो कम फीस और तेज ट्रांजेक्शन स्पीड के लिए जाना जाता है। mUSD के साथ, इन नेटवर्क्स पर लिक्विडिटी और TVL (Total Value Locked) को बढ़ावा मिलेगा।
सबसे शानदार फीचर यह है कि साल के अंत तक mUSD को यूज़ करके यूज़र्स MetaMask Card के जरिए दुनिया भर के लाखों Mastercard मर्चेंट्स पर खर्च कर पाएंगे। इसका मतलब है कि क्रिप्टो अब केवल निवेश नहीं, बल्कि डेली लाइफ में उपयोग के लिए भी तैयार हो चुका है।
जुलाई 2025 में U.S. सरकार द्वारा लाया गया GENIUS Act, जो क्रिप्टो रेगुलेशन में स्पष्टता लाया है, mUSD जैसी इनोवेशन को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। वर्तमान में स्टेबलकॉइन मार्केट $160 बिलियन से ज्यादा का है और mUSD का MetaMask के 30 मिलियन से अधिक यूज़र्स के साथ इंटीग्रेशन इसे एक बड़ी प्रतिस्पर्धा में लाकर खड़ा करता है, खासकर Tether और USDC जैसे दिग्गजों के मुकाबले।
एक क्रिप्टो रिसर्चर के रूप में मेरे अनुभव के अनुसार, mUSD को लेकर सबसे बड़ी चुनौती इसका सेंट्रलाइज्ड मॉडल है। यह एक कंपनी द्वारा जारी किया गया है, जबकि DAI जैसे स्टेबलकॉइन पूरी तरह डिसेंट्रलाइज़्ड होते हैं। इससे कुछ यूज़र्स को भरोसे की कमी महसूस हो सकती है। हालांकि MetaMask की पहुंच और टेक्निकल पॉवर इसे सफल बना सकती है, फिर भी यूज़र ट्रस्ट बनाने के लिए ट्रांसपेरेंसी और मजबूत सिस्टम जरूरी होंगे।
Chainalysis के 2024 डेटा के अनुसार, स्टेबलकॉइन्स हर महीने $900 बिलियन से अधिक का ऑन-चेन वॉल्यूम जनरेट करते हैं। ऐसे में अगर mUSD यूज़र्स के लिए ऑनबोर्डिंग और ट्रांज़ैक्शन को आसान बनाता है, तो यह बहुत जल्दी बड़े लेवल पर अपनाया जा सकता है।
MetaMask USD का लॉन्च न केवल MetaMask के लिए, बल्कि पूरे क्रिप्टो इकोसिस्टम के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। यह पहल न सिर्फ DeFi को आसान बनाएगी, बल्कि डिजिटल करेंसी को रियल-वर्ल्ड यूसेज तक भी ले जाएगी। अगर mUSD अपने वादे पर खरा उतरता है और उस तरीके से काम करता है, तो यह Ethereum और Linea Network पर लिक्विडिटी बढ़ाने और नए यूज़र्स को जोड़ने में अहम भूमिका निभा सकता है। MetaMask की इस नई दिशा ने यह साबित कर दिया है कि क्रिप्टो अब सिर्फ टेक्निकल लोगों के लिए नहीं, बल्कि आम लोगों की डेली लाइफ का हिस्सा बनने के लिए तैयार है।
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