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भारत के बाद Pakistan भी Crypto में उतरेगा अपने Stablecoin के साथ

Pakistan जल्द अपना पहला रुपये पर बेस्ड स्टेबलकॉइन शुरू करने की तैयारी में है। यह जानकारी PVARA के Chairman Bilal bin Saqib ने Binance Blockchain Week में दी। उन्होंने कहा कि देश जल्दी ही अपना Stablecoin लॉन्च करेगा और साथ ही Digital रुपए यानी CBDC पर भी काम हो रहा है। सरकार का मानना है कि इससे Pakistan की Digital अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और देश को नई क्रिप्टो टेक्नोलॉजी से जुड़ने में मदद मिलेगी।


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Source: यह इमेज Coin Bureau की X पोस्ट से ली गई है जिसकी लिंक यहां दी गई है। 


5 बिलियन डॉलर की स्टेबलकॉइन लिक्विडिटी का लक्ष्य


साक़िब ने बताया कि पाकिस्तान लगभग 5 बिलियन डॉलर की स्टेबलकॉइन लिक्विडिटी अपने सिस्टम में जोड़ना चाहता है, ताकि देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ सके। उनके अनुसार, Stablecoin सरकारी जरूरतों को सुरक्षित तरीके से सपोर्ट कर सकता है और फंड मैनेजमेंट आसान बनाता है। इसके साथ  Pakistan डिजिटल पेमेंट, बेहतर डेटा सिस्टम और उन लोगों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने पर काम कर रहा है जिनके पास अभी तक कोई बैंक अकाउंट नहीं है।


इस कदम से क्या फायदा होगा


  • सरकारी फंडिंग को बेहतर सुरक्षा मिलेगी। 

  • ग्लोबल क्रिप्टो नेटवर्क के साथ कनेक्टिविटी अच्छी होगी। 

  • डिजिटल पेमेंट को मैंनेट में शामिल करने का मौका मिलेगा। 

  • देश में फाइनेंशियल इन्क्लूजन को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। 

  • टेक सेक्टर में नए निवेश बढ़ने की संभावना तेज होगी।


2025 Virtual Assets Ordinance का प्रभाव


Pakistan का यह कदम उसके 2025 Virtual Assets Ordinance के मुताबिक है, जिसके जरिए विदेशी क्रिप्टो कंपनियों को अब देश में काम करने की परमिशन मिल गई है। इससे Pakistan का डिजिटल मार्केट पहले से ज्यादा ओपन और इन्वेस्ट-फ्रेंडली हो गया है। सरकार ने इसी साल अपना पहला Strategic Bitcoin Reserve भी शुरू किया, जिसकी घोषणा Bitcoin Vegas इवेंट में की गई थी। इस इवेंट में अमेरिका के उपराष्ट्रपति JD Vance, Eric Trump और Donald Trump Jr. जैसे बड़े नाम मौजूद थे, जिससे यह पहल इंटरनेशनल लेवल पर भी काफी फोकस में रही।


हाल ही में भारत ने भी अपना ARC Stable Coin लॉन्च किया है, भारत अब डिजिटल फाइनेंस में बदलाव लाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश अपनी पहली Sovereign-Backed डिजिटल करेंसी के विकास पर काम कर रहा है, जो पूरी तरह से नए और एडवांस मॉडल पर आधारित होगी।


PCC ने इन बिंदुओं को हाईलाइट किया


  • स्टेबलकॉइन फ्रेमवर्क इकोनॉमिक डेवलपमेंट को तेज कर सकता है।

  • डिजिटल डेटा सिस्टम आने वाले वर्षों के लिए उपयोगी मॉडल बन सकता है।

  • देश के अनबैंक्ड लोगों को फाइनेंशियल सिस्टम से जोड़ना आसान होगा।

  • क्रिप्टो और फाइनेंस सेक्टर में नए स्टार्टअप का रास्ता खुलेगा।


स्वतंत्र और मजबूत रेग्युलेटरी सिस्टम


PVARA एक स्वतंत्र फेडरल अथॉरिटी है, जिसके बोर्ड में स्टेट बैंक ऑफ  Pakistan के गवर्नर, सेक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के चेयरमैन और फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू के प्रमुख शामिल हैं। इसका उद्देश्य कंज्यूमर्स की सुरक्षा, इलीगल फाइनेंशियल एक्टिविटीज को रोकना और फिनटेक से जुड़े नए अवसर खोलना है। साथ ही यह इस्लामिक फाइनेंस और शरिया कम्प्लायंट इनोवेशन के लिए रेग्युलेटरी सैंडबॉक्स भी प्रदान करता है।


Bitcoin Mining और AI Data Centres को पावर सपोर्ट



पाकिस्तान की सरकार ने इसी साल Bitcoin Mining और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डेटा सेंटर को बढ़ावा देने के लिए 2,000 मेगावॉट बिजली की मंजूरी दी थी। यह प्रोजेक्ट देश में एनर्जी बेस्ड टेक इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


दुनिया के ट्रेंड के साथ 


दुनिया भर में कई देश अब स्टेबलकॉइन और CBDC को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।  Pakistan भी उसी दिशा में बढ़ रहा है। यह मॉडल डॉलर पर निर्भरता कम करने, नेशनल करेंसी को मजबूत करने और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।


सम्भावित चुनौतियाँ


  • रुपये की वैल्यू अभी भी अक्सर बदलती रहती है।

  • देश की अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव डिजिटल करेंसी को भी प्रभावित कर सकते हैं।

  • USDT जैसे बड़े ग्लोबल टोकन्स से मुकाबला करना आसान नहीं होगा।

  • क्रिप्टो अपनाने की स्पीड अभी भारत-पाकिस्तान में धीमी है।


दक्षिण एशिया में तेजी से बदलता क्रिप्टो माहौल


पाकिस्तान का यह कदम दक्षिण एशिया के क्रिप्टो माहौल में बड़ा बदलाव ला सकता है। कई देश अभी भी साफ नियम नहीं बना पाए हैं, लेकिन  Pakistan ने तेजी से एक ऐसा सिस्टम तैयार किया है जो आने वाले समय में डिजिटल इकोनॉमी को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।


मेरे 7 साल के क्रिप्टो और फाइनटेक एक्सपर्टाइज के अनुभव से,  Pakistan का यह कदम बहुत ही स्ट्रेटेजिक है। रुपये-स्टेबलकॉइन से न केवल डिजिटल पेमेंट बढ़ेंगे, बल्कि फाइनेंशियल इन्क्लूजन और टेक सेक्टर में निवेश के नए अवसर भी खुलेंगे। 


कन्क्लूजन 

पाकिस्तान का रुपये पर बेस्ड स्टेबलकॉइन लॉन्च करना देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल डिजिटल पेमेंट और फाइनेंशियल इन्क्लूजन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि टेक सेक्टर में निवेश और नए स्टार्टअप्स के अवसर भी खुलेंगे। 2025 Virtual Assets Ordinance के तहत यह कदम विदेशी क्रिप्टो कंपनियों को अवसर देने के साथ ही ग्लोबल क्रिप्टो नेटवर्क से जुड़ने का रास्ता भी तैयार करता है। हालांकि चुनौतियाँ हैं, फिर भी यह पहल पाकिस्तान को डिजिटल और फिनटेक इनोवेशन में आगे ले जा सकती है।



डिस्क्लेमर: यह न्यूज़ आर्टिकल सार्वजनिक जानकारी और ऑफिशियल सोर्स पर आधारित है। निवेश या वित्तीय निर्णय लेने से पहले व्यक्तिगत रिसर्च और फाइनेंशियल सलाहकार से परामर्श करना आवश्यक है। 

About the Author Akansha Vyas

Crypto Journalist Cryptohindinews.in

आकांक्षा व्यास एक स्किल्ड क्रिप्टो राइटर हैं, जिनके पास 7 वर्षों का अनुभव है और वे ब्लॉकचेन और Web3 के कॉम्पलेक्स टॉपिक्स को सरल और समझने योग्य बनाने में एक्सपर्ट हैं। वे डीप रिसर्च के साथ आर्टिकल्स, ब्लॉग और न्यूज़ लिखती हैं, जिनमें SEO पर विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि रीडर्स का जुड़ाव बढ़ सके। आकांक्षा की राइटिंग क्रिएटिव एक्सप्रेशन और एनालिटिकल अप्रोच का एक बेहतरीन मिश्रण है, जो रीडर्स को जटिल विषयों को स्पष्टता के साथ समझने में मदद करता है। क्रिप्टो स्पेस के प्रति उनकी गहरी रुचि उन्हें इस उद्योग में एक अच्छे राइटर के रूप में स्थापित कर रही है। अपने कंटेंट के माध्यम से, उनका उद्देश्य रीडर्स को क्रिप्टो की तेजी से बदलती दुनिया में गाइड करना है।

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देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था मजबूत करने, फाइनेंशियल इन्क्लूजन बढ़ाने और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए।
यह स्टेबलकॉइन पूरी तरह से पाकिस्तानी रुपये पर बेस्ड होगा।
हाँ, इससे सरकारी फंडिंग सुरक्षित और आसानी से मैनेज की जा सकेगी।
डिजिटल पेमेंट मैंटेन करने, तेजी से लेनदेन करने और लोगों को बैंकिंग से जोड़ने में मदद मिलेगी।
हाँ, पाकिस्तान डिजिटल रुपए यानी CBDC पर भी काम कर रहा है।