भारतीय क्रिप्टो कम्युनिटी के लिए एक बड़ी खबर है, सिंगापुर कोर्ट ने भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX Hack के मामले में Zettai Pte Ltd कंपनी द्वारा सबमिटेड रिस्ट्रक्चरिंग प्लान को मंजूरी दे दी। इस हैक ने पिछले 6 महीनों से भारतीय क्रिप्टो यूज़र्स को परेशान कर रखा था और यूज़र्स के मन में अपने फंड्स की वापसी को लेकर कई सवाल थे। सिंगापुर कोर्ट का यह फैसला WazirX और इसके यूज़र्स के लिए रिस्ट्रक्चरिंग की दिशा में पहला कदम है। हालांकि, यह डिसीजन कुछ ही लोगों के पक्ष में आया है, क्योंकि यूज़र्स को अपने पूरे फंड की वापसी एक बार में नहीं मिलेगी और उन्हें केवल कुछ क्रिप्टो एसेट्स में ही उनके फंड वापस मिलने की संभावना है।
Zettai Pte Ltd, जो WazirX की पैरेंट कंपनी है, जिसने इस प्लानिंग के तहत अपने क्रेडिटर्स के साथ मीटिंग करने का प्रस्ताव रखा है, जिसमें रिस्ट्रक्चरिंग प्लानिंग पर वोटिंग की जाएगी। Zettai का उद्देश्य इन वोट्स के आधार पर क्रिप्टो एसेट्स का डिस्ट्रिब्यूशन करना और WazirX के ऑपरेशन को फिर से शुरू करना है। हालांकि, कई यूज़र्स ने प्रोजेक्ट की ट्रांसपेरेंसी पर सवाल उठाए हैं और उन्हें लगता है कि इसमें उनका सही रिप्रेजेंटेशन नहीं हुआ है।
सिंगापुर कोर्ट ने Zettai को 16 हफ्तों का मोरेटोरियम पीरियड दिया है, ताकि वे अपनी फाईनेंशियल कंडीशन और ओपरेशन को फिर से व्यवस्थित कर सकें, परंतु यह कदम यूज़र्स के लिए खुशखबरी नहीं बन पाया। क्योंकि रिस्ट्रक्चरिंग प्लान में कई प्रोविज़न हैं, जिनमें 'रिकवरी टोकन्स' और 'टोकन डिस्ट्रिब्यूशन’ शामिल हैं। प्लानिंग के अनुसार, यूज़र्स को कुछ निश्चित टोकन्स दिए जाएंगे, जिनसे उनके एसेट्स की रिकवरी प्रोसेस तेज़ हो सकती है, लेकिन यह प्लानिंग पूरी तरह से यूज़र्स की उम्मीदों के मुताबिक नहीं है।
WazirX के फाउंडर Nischal Shetty ने इस प्लानिंग के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, "हमारे लिए यह महत्वपूर्ण कदम है और हम कोर्ट का धन्यवाद करते हैं कि उसने हमें इस प्लानिंग को इम्प्लीमेंट करने की परमिशन दी। हम सुनिश्चित करेंगे कि यूज़र्स को जल्द से जल्द उनके एसेट्स वापस मिले।" हालांकि, WazirX Hack के दौरान चुराए गए फंड्स की वापसी और फ्यूचर में ऑपरेशन की ट्रांसपेरेंसी को लेकर यूज़र्स में निराशा बनी हुई है।
Zettai ने इस प्लानिंग में एक 'प्रॉफिट-शेयरिंग' स्ट्रक्चर भी शामिल किया है, जिसके तहत आने वाले तीन सालों में प्लेटफार्म से मिलने वाली इनकम का उपयोग टोकन पर्चेसिंग के लिए किया जाएगा। इस प्लानिंग पर अगले कुछ हफ्तों में वोटिंग की जाएगी और Zettai सभी यूज़र्स से अपील कर रहा है कि वे इसमें पार्टिसिपेट करें। हालांकि, क्या यह प्लानिंग पूरी तरह से सफल होगी या नहीं, यह समय ही बताएगा।
WazirX Hack के मामले में सिंगापुर कोर्ट का यह कदम एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, लेकिन अभी भी यूज़र्स को अपने पुरे अमाउंट की वापसी की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। रिस्ट्रक्चरिंग प्लान का उद्देश्य प्लेटफार्म को फिर से एक्टिव करना और यूज़र्स के कुछ एसेट्स की वापसी करना है, लेकिन चुराए गए फंड्स की वापसी और प्रोजेक्ट की ट्रांसपेरेंसी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। यूज़र्स को अब अपकमिंग वोटिंग प्रोसेस में पार्टिसिपेट करके अपने ओपिनियन देना होगा, ताकि वे फ्यूचर में किसी प्रकार की राहत प्राप्त कर सकें।
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