भारत अब डिजिटल एसेट्स के लिए एक मजबूत और क्लियर स्ट्रक्चर बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। India VDA Review के तहत सरकार पहली बार मौजूदा टैक्स व्यवस्था से आगे जाकर यूजर्स की सुरक्षा, एक्सचेंजों के संचालन और ट्रांसपेरेंसी पर गंभीरता से ध्यान दे रही है। यह रिव्यु तेजी से बढ़ते डिजिटल एसेट मार्केट के लिए एक बड़ा मोड़ मानी जा रही है।
भारत में करोड़ों लोग डिजिटल टोकन और ब्लॉकचेन सर्विसेज का उपयोग कर रहे हैं। फिर भी कई चुनौतियाँ मौजूद हैं।
अभी तक कोई VDA कानून मौजूद नहीं है।
केवल 30% टैक्स, 1% TDS और AML नियम लागू।
कस्टडी, डिस्क्लोज़र और एक्सचेंज सुरक्षा में बड़ी कमियाँ।
यूजर्स को अपने फंड की सुरक्षा पर पूरा भरोसा नहीं।
इन्हीं वजहों से एक रिव्यु की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। इसके बीच एक अच्छी खबर यह है की हाल ही में India का पहला ARC Stablecoin पेश किया गया है। यह डिजिटल एसेट एक नियंत्रित और गैर-जोख़िम वाला टोकन है। इसे इस तरह बनाया गया है कि यह भारतीय रुपये की वैल्यू को उसी रूप में डिजिटल तौर पर बनाए रखे। इससे ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन और भी तेज़, कम खर्चीले और सुरक्षित हो जाएंगे।
सरकार इस रिव्यु में कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान दे रही है, जिनमें शामिल हैं।
निवेशक सुरक्षा को प्राथमिकता - सरकार ऐसे नियम बना रही है जिनसे यूजर्स के पैसे पूरी तरह सुरक्षित रहें। साथ ही, उनके अधिकार भी साफ तौर पर बताए जाएंगे ताकि किसी भी स्थिति में उन्हें नुकसान न हो।
लाइसेंसिंग स्ट्रक्चर - अब एक्सचेंज, कस्टोडियन और दूसरे डिजिटल एसेट सर्विस प्रोवाइडर्स को काम करने के लिए एक ऑफिशियल लाइसेंस लेना होगा। इससे केवल भरोसेमंद प्लेटफॉर्म ही मार्केट में रह पाएंगे।
कस्टडी और बैंकरप्सी से जुड़े नियम - नए नियम यह सुनिश्चित करेंगे कि एक्सचेंज यूजर्स के फंड को अपने फंड से अलग रखें। अगर किसी प्लेटफॉर्म को कोई आर्थिक दिक्कत आए, तो भी यूजर्स के पैसे की सुरक्षा बनी रहेगी।
स्थिर टोकन और टोकनाइज्ड एसेट्स पर नए कदम - अभी तक इन क्षेत्रों के लिए कोई साफ नियम नहीं थे। India VDA Review इन्हें ट्रांसपेरेंट और सुरक्षित बनाने के लिए स्पष्ट दिशा तय करेगी ताकि धोखाधड़ी की गुंजाइश कम हो।
रिज़र्व, लिक्विडिटी और ऑर्डर-बुक की ट्रांसपेरेंसी - अब यह स्पष्ट किया जाएगा कि प्लेटफॉर्म अपने रिज़र्व कैसे रखते हैं, जोखिम कैसे संभालते हैं और ऑर्डर-बुक कैसे चलाते हैं। इससे यूजर्स को प्लेटफॉर्म की असल स्थिति समझना आसान होगा।
रिपोर्टिंग और मॉनिटरिंग सिस्टम - बेहतर रिपोर्टिंग और मजबूत निगरानी के जरिए धोखाधड़ी रोकने में मदद मिलेगी। संदिग्ध एक्टिविटीज को जल्दी पहचानकर उस पर तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी।
India VDA Review केवल नियम जोड़ने की प्रोसेस नहीं है। इसके कई प्रभाव होंगे।
डेवलपर्स, एक्सचेंज और बिल्डर्स को ज़्यादा साफ दिशा मिलेगी।
यूजर्स के लिए एक सुरक्षित डिजिटल माहौल बनेगा।
विदेशी (ऑफशोर) प्लेटफॉर्म पर निर्भरता कम होगी।
देश दुनिया के डिजिटल एसेट नियमों के करीब आएगा।
यह बदलाव इंडस्ट्री और यूजर्स, दोनों को एक मजबूत रास्ता दिखाएगा।
India VDA Review इसी दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम है, जो देश को एक सुरक्षित और नए डिजिटल एसेट सिस्टम की तरफ आगे ले जा रहा है।
India VDA Review का उद्देश्य सिर्फ़ नियम बनाना नहीं, बल्कि ऐसा बैलेंस तैयार करना है जहाँ सुरक्षा भी हो और नए आइडिया भी आगे बढ़ सकें। भारत पहले ही टेक्नोलॉजी और डिजिटल पेमेंट में दुनिया के देशों में सबसे आगे है। हाल की रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत अब दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो मार्केट बन गया है। देश में करीब 119 मिलियन लोग क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल कर रहे हैं। यही वजह है कि भारत Global Crypto Adoption में आज नंबर 1 स्थान पर है।
क्रिप्टो इंडस्ट्री में अपने 7 साल के अनुभव से मैं देख रही हूँ कि India VDA Review भारत के डिजिटल एसेट सेक्टर का असली टर्निंग पॉइंट है। यह सिर्फ नियमों की लिस्ट नहीं, बल्कि एक ऐसा फ्रेमवर्क है जो मार्केट में भरोसा, स्थिरता और लंबे समय का ग्रोथ लेकर आएगा। इससे भारत की ग्लोबल पोजिशन भी मजबूत होगी।
कन्क्लूजन
भारत में डिजिटल एसेट्स का भविष्य अब पहले से ज्यादा साफ दिखाई दे रहा है। इस रिव्यु के बाद यूजर्स को ज्यादा सुरक्षित माहौल मिलेगा, प्लेटफॉर्मों को काम करने के लिए साफ और भरोसेमंद नियम मिलेंगे और डेवलपर्स नए प्रोजेक्ट आसानी से बना पाएंगे। यह कदम भारत में डिजिटल एसेट सेक्टर को तेज़ी से आगे बढ़ाने में मदद करेगा और देश को ऐसे क्रिप्टो सिस्टम की तरफ ले जाएगा जो दुनिया के बड़े स्टैण्डर्ड के बराबर होगा।
डिस्क्लेमर - यह न्यूज़ सिर्फ़ जानकारी देने के लिए है। इसमें बताए गए सभी पॉइंट्स India VDA Review से जुड़े मौजूदा अपडेट्स पर बेस्ड हैं। आगे चलकर सरकार नियमों में बदलाव या नए नियम जोड़ सकती है। किसी भी फैसले या कदम से पहले ऑफिशियल सरकारी जानकारी जरूर देखें।
Copyright 2025 All rights reserved