भारत के क्रिप्टो सेक्टर में एक और बड़ी डील सामने आई है। दुनिया के सबसे बड़े Crypto Exchanges में से एक Coinbase ने भारत के अग्रणी Crypto Exchange CoinDCX में निवेश किया है। इस निवेश के साथ CoinDCX की वैल्यूएशन अब $2.45 बिलियन (लगभग ₹20,000 करोड़) हो गई है।
यह डील पूरे भारतीय क्रिप्टो इकोसिस्टम के लिए एक गेम-चेंजर मानी जा रही है। गौरतलब है कि लम्बे समय बाद हाल ही में Coinbase ने भारत में वापसी की थी।

Source: यह इमेज Coinbase की Official X Post से ली गयी है।
Coinbase द्वारा किया गया यह निवेश Regulatory Approval के अधीन है, लेकिन डील की पुष्टि दोनों कंपनियों ने सार्वजनिक रूप से की है। CoinDCX के CEO Sumit Gupta ने पोस्ट के ज़रिए बताया कि यह डील सिर्फ कैपिटल इन्वेस्टमेंट नहीं है बल्कि लॉन्ग-टर्म विज़न और इंडिया में Crypto Adoption के प्रति भरोसे का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि एक्सचेंज आने वाले चरण में तीन प्रमुख क्षेत्रों पर काम करेगा:
Coinbase के CEO Brian Armstrong ने भी इस साझेदारी को इंडिया में तेजी से बढ़ते Crypto Market का प्रमाण बताया है। इन दोनों के बीच इस तरह की डील के बारे में जुलाई 2025 में भी खबर सामने आई थी लेकिन तब इसे अफवाह बताया गया था।
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Coinbase का यह निवेश भारतीय क्रिप्टो यूज़र्स के लिए कई मायनों में फायदेमंद साबित हो सकता है:
यह निवेश कोई संयोग नहीं है। देश में 10 करोड़ से ज़्यादा क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टर्स हैं, जो मिडिल ईस्ट के साथ मिलकर सबसे तेज़ी से बढ़ते मार्केट्स में गिने जाते हैं। Chainalysis की रिपोर्ट के अनुसार भारत दुनियाभर में Crypto Adoption में नंबर 1 देश है।
हाल ही में दुनिया के सबसे बड़े एक्सचेंज Binance ने भी इंडिया स्पेसिफिक प्रोग्राम और सोशल मीडिया प्लेटफार्म लोच किये थे।
भारत का टेक-सेवी यूथ, डिजिटल पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर और ब्लॉकचेन इनोवेशन की बढ़ती गति विदेशी कंपनियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं। साथ ही, सरकार द्वारा FIU-IND लगातार Regulatory Clarity लाने के प्रयास भी क्रिप्टोकरेंसी से जुडी कंपनियों के भरोसे को मज़बूती दे रहे हैं।
इसी पोटेंशियल के कारण इंडिया में सभी बड़े क्रिप्टो प्लेटफार्म अपने पैर जमाने का प्रयास कर रहे हैं।
मैं क्रिप्टो फील्ड में अपने 6 वर्षों के अनुभव के आधार पर कह सकता हूँ कि यह निवेश India के क्रिप्टो इकोसिस्टम के मैच्योर होने का संकेत है। जब ग्लोबल दिग्गज भारत में प्रवेश के लिए इस तरह के सीरियस एफर्ट कर रहे हैं, तो यह स्पष्ट हो रहा है कि हमारा देश अब सिर्फ यूज़र बेस नहीं, बल्कि इनोवेशन बेस भी बन रहा है।
CoinDCX का “Regulatory-first Approach” और Coinbase की ग्लोबल एक्सपीरियंस मिलकर India को Web3 और ब्लॉकचेन के अगले हब में बदल सकते हैं।
अगर क्रिप्टोकरेंसी रेगुलेशन में स्पष्टता आती है तो आने वाले वर्षों में हमारा देश ग्लोबल क्रिप्टो लीडरशिप की दिशा में कदम बढ़ा सकता है।
Coinbase और CoinDCX की यह डील भारत के क्रिप्टो इतिहास में एक माइलस्टोन साबित हो सकती है। क्योंकि खुद Sumit Gupta के अनुसार यह सिर्फ कैपिटल इन्वेटमेंट नहीं, बल्कि विश्वास और विज़न का मेल है। भारतीय क्रिप्टो इकोसिस्टम को ग्लोबल लेवल सिक्योरिटी और नए इनोवेशन्स के रूप में दो तरफ़ा लाभ मिलने वाला है।
लेकिन इसके साथ ही डील में स्पष्टता और ट्रांसपेरेंसी बहुत जरुरी है. ये दोनों एक्सचेंज इस मामले में WazirX और Binance के बीच हुई डील से बहुत कुछ सबक ले सकते हैं।
Disclaimer: यह न्यूज़ केवल एजुकेशन पर्पस से लिखी गयी है, किसी भी इन्वेस्टमेंट से पहले अपनी रिसर्च जरुर करें।
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