क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को दुनिया भर में पहुँचाने में इसके जिस एक फीचर का सबसे बड़ा योगदान रहा है, वह है ट्रेड किए जाने की इसकी क्षमता। हालांकि डिजिटल करेंसी को पीयर टू पीयर भी ट्रेड किया जा सकता है लेकिन सेंट्रलाइज़्ड एक्सचेंज के द्वारा ट्रेडिंग इसके इतिहास में एक बड़ा मोड़ माना जा सकता है। जिसने ट्रेडिंग का एक ऐसा तरीका इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स के सामने रखा जिससे वह पहले से परिचित थे, इसने इसके एडॉप्शन की दर को कई गुना बड़ा दिया।
आज हम इस ब्लॉग में दुनिया के सबसे बड़े और पॉपुलर सेंट्रलाइज़्ड एक्सचेंज Binance के बारे में चर्चा करेंगे और जानेंगे क्या बनाता है इसे खास। अगर आप भारतीय यूज़र है और इसका उपयोग करना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए हैं।
आज भले ही China को क्रिप्टोकरेंसी के प्रति सबसे नकारात्मक देशों में गिना जाता हो लेकिन आज दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज की शुरुआत 2017 में यहीं हुई थी। इसे Changpeng Zhao के द्वारा शुरू किया गया और अपने सस्ती ट्रेडिंग फीस और फ़ास्ट ट्रांज़ैक्शन स्पीड के कारण यह तेजी से लोकप्रिय हो गया। हालांकि कुछ ही समय में चीन ने क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग से जुड़े नियमों को कड़ा कर दिया और इसके बाद यह एक्सचेंज Malta में शिफ्ट हो गया। इसका मॉडल डिसेंट्रलाइज़्ड है, इसीलिए इसका कोई हेडक्वार्टर नहीं है।
Binance का भारत में सफर
इसका भारत में सफ़र बहुत उतार-चड़ाव भरा रहा है। भारत में अगस्त 2024 में FIU-IND रजिस्ट्रेशन के साथ यह आधिकारिक रूप से लॉन्च हुआ। लेकिन यहाँ तक पहुँचने के लिए इसे लम्बा सफ़र तय करना पड़ा।
2019 में WazirX अधिग्रहण से शुरू हुआ इसका सफर रेगुलेटरी चेलेंज से भरा रहा। 2024 में $2.25 मिलियन जुर्माने और 7 महीने के प्रतिबंध के बाद, इसने मजबूत कर वापसी की। अब 350+ क्रिप्टो और कम फीस के साथ यह भारतीय यूज़र्स के बीच मजबूती से अपना स्थान बना रहा है।
इसकी शुरुआत इसके नेटिव टोकन BNB के ICO से हुई थी, जिसके जरिए $15 मिलियन से अधिक की राशि जुटाई गई। यह फंडिंग प्लेटफॉर्म को विकसित करने और वैश्विक स्तर पर विस्तार करने के लिए इस्तेमाल की गई। इसके बाद धीरे-धीरे इसमें कई सारे फीचर और इनोवेशन जुड़ते चले गए और आज यह सिर्फ एक एक्सचेंज से आगे बढ़कर बहुत कुछ बन चुका है। आइये हम इसके प्रमुख फीचर के बारे में जानते हैं।
यह सभी इंटीग्रेशन आज इसे केवल एक क्रिप्टो एक्सचेंज नहीं बल्कि उससे कहीं ज्यादा बनाते हैं।
अपने बेहतरीन और आसान यूजर इंटरफ़ेस के कारण ही इसने दुनिया भर के क्रिप्टो ट्रेडर्स के बीच खास जगह बनाई है। इस पर अकाउंट क्रिएट करना और इसका उपयोग करना बहुत आसान है। आप अपने Gmail Account, Phone Number, Telegram या Apple Account के द्वारा इस पर अकाउंट बना सकते हैं। अकाउंट क्रिएट करने के बाद आप सीधे इसके डैशबोर्ड पर पहुँच जाते हैं, जहाँ ट्रेड करने से पहले आपको अपने अकाउंट को वेरीफाई करना जरुरी होता है।

Source: यह इमेज Crypto Exchange Binance की ऑफिशियल साईट से ली गयी है।
एक बार जब अकाउंट वेरीफाई हो जाता है तो उसके बाद आप इसमें फण्ड डिपाजिट करके ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। आप बैंक ट्रान्सफर, क्रिप्टोकरेंसी या क्रेडिट/डेबिट कार्ड का उपयोग करके इसमें फण्ड ट्रांसफर कर सकते हैं। Binance Trust Wallet इसका ऑफिशियल वॉलेट है, जो आपकी क्रिप्टो की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
इसमें डिपाजिट और विड्रोल की मिनिमम और मैक्सिमम लिमिट क्रिप्टो और फ़िएट करेंसी के आधार पर अलग-अलग है। भारतीय यूज़र्स इसमें कम से कम ₹100 डिपाजिट करके भी इस पर ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।
Binance Fees India में स्पॉट ट्रेडिंग और फ्यूचर ट्रेडिंग के लिए अलग-अलग है। स्पॉट ट्रेडिंग के लिए बेसिक फीस 0.10% है, जो आपको हर ट्रेड में देनी होती है लेकिन अगर आप इसके Token का उपयोग करते हैं तो आपको 25% का डिस्काउंट प्राप्त होता है।
इसी तरह से फ्यूचर ट्रेडिंग के लिए फीस स्ट्रक्चर अलग है, इसमें मेकर्स को 0.02% और टेकर्स को 0.04% फीस देनी होती है। इसके अलावा यह आपके ट्रेडिंग वॉल्यूम पर डिपेंड करता है कि आपको कितनी फीस देनी होगी। भारतीय यूज़र्स की फीस में इसके अलावा TDS भी जुड़ता है।
इन सभी जबरदस्त फीचर के अलावा इसने अपने इनोवेशन्स के द्वारा भी क्रिप्टो ट्रेडिंग को आसान बनाने की कोशिश की है, इन फीचर में प्रमुख हैं,
इस तरह से हम समझ सकते हैं कि यह केवल एक क्रिप्टो एक्सचेंज नहीं बल्कि एक कम्पलीट इकोसिस्टम है, जो ट्रेडर्स से लेकर डेवलपर और इनोवेटर सभी को सपोर्ट करने का काम कर रहा है।
इसने क्रिप्टो वर्ल्ड के लिए सबसे कठिन माने जाने वाले देश से अपनी शुरुआत करके पूरी दुनिया पर छा गया है। अब यह केवल एक एक्सचेंज तक सीमित नहीं रहा बल्कि एक पूरा इकोसिस्टम बन चुका है, जिसमें आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग, इन्वेस्टमेंट, रियल टाइम न्यूज़ और NFT Transaction जैसे क्रिप्टो और ब्लॉकचेन से जुड़े सभी काम एक ही जगह पर उपलब्ध होते हैं। यही कारण है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज बन चुका है। इसके बारे में यह जानकारी आपको कैसी लगी हमें कमेंट करके बताएँ और अगर आप और भी किसी टॉपिक के बारे में जानना चाहते हैं तो भी हमें बता सकते हैं।
Binance को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ Section)
हाँ, यह भारत में लीगल है। इसे FIU के अंडर रजिस्टर्ड करवाया गया है, जो कि भारत में क्रिप्टो एक्सचेंज पर निगरानी रखने वाली संस्था है।
आपके डैशबोर्ड पर साइन-अप करने के बाद वेरीफाई अकाउंट का ऑप्शन आता है, इसी पर क्लिक करके आप आधार कार्ड और पैन कार्ड से जुड़ी बेसिक जानकारियाँ अपलोड करके KYC Complete कर सकते हैं। इस पर KYC के बिना डिपाजिट कर पाना संभव नहीं है।
हाँ, डैशबोर्ड के लेफ्ट साइड में आपको थर्ड पार्टी वॉलेट ऐड करने का ऑप्शन अवेलेबल है।
नहीं, आप बैंक ट्रान्सफर या अपना वॉलेट इन्टीग्रेट करके क्रिप्टोकरेंसी के द्वारा डिपाजिट और ट्रेड कर सकते हैं।
Disclaimer: क्रिप्टो मार्केट वोलेटाइल है, इन्वेस्ट करने से पहले अपनी रिसर्च जरुर करें।
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