अमेरिका की प्रमुख नेशनल बैंक SoFi Bank ने एक बड़ा कदम उठाते हुए अपनी नई क्रिप्टो ट्रेडिंग सर्विस लॉन्च कर दी है। अब कस्टमर्स अपने FDIC-इंश्योर्ड चेकिंग और सेविंग अकाउंट से सीधे Bitcoin (BTC), Ethereum (ETH), Solana (SOL) और 27 अन्य डिजिटल एसेट्स में निवेश कर सकेंगे। यह लॉन्च SoFi को देश का पहला बैंक बना देता है जो सीधे अपने प्लेटफ़ॉर्म पर क्रिप्टो ट्रेडिंग ऑफर कर रहा है।

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यह लॉन्च मंगलवार से Phased तरीके से शुरू हुआ है। बैंक ने बताया कि यूज़र्स अपने डिजिटल एसेट्स को खरीद, बेच और सुरक्षित रख सकते हैं, वो भी बिना किसी बाहरी इंटीग्रेशन या थर्ड-पार्टी सर्विस के। पहले Coinbase के साथ पार्टनरशिप के जरिए यह सुविधा दी जा रही थी, लेकिन अब यह पूरी तरह अपने इंफ्रास्ट्रक्चर और रेगुलेटरी फ्रेमवर्क के तहत इस सर्विस को चला रहा है।
इस कदम के साथ यूज़र्स अब अपने Crypto ट्रांज़ैक्शन को उसी ऐप से मैनेज कर पाएंगे जिसमें उनके ट्रेडिशनल बैंकिंग अकाउंट मौजूद हैं। इसका मतलब है कि बैंकिंग और Crypto सर्विस अब एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर इंटिग्रेट हो गई हैं।
इस सर्विस का बेस Office of the Comptroller of the Currency (OCC) का मार्च 2025 का इंटरप्रेटिव लेटर है। इसमें स्पष्ट किया गया था कि सोफी कुछ शर्तों के तहत Crypto सर्विस प्रदान कर सकते हैं। SoFi के CEO Anthony Noto ने बताया कि यह बदलाव Banks को क्रिप्टो ट्रेडिंग की परमिशन देने की दिशा में बड़ा कदम है।
उन्होंने कहा कि यह लॉन्च सोफी के डिजिटल इकोसिस्टम का नैचुरल एक्सटेंशन है। हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि ट्रेडिशनल आर्गेनाइजेशन जैसे JPMorgan, Wells Fargo या Bank of America जल्द इस दिशा में नहीं बढ़ेंगे क्योंकि उनके पास ऐसी डिजिटल-फर्स्ट स्ट्रक्चर नहीं हैं जो Crypto को सरलता से बैंकिंग ऑपरेशन्स में जोड़ सकें।
सोफी के लगभग 60% यूज़र्स जो पहले से क्रिप्टो होल्ड करते हैं, वे इसे किसी लाइसेंस प्राप्त Banking Organization के जरिए मैनेज करना पसंद करेंगे। इसी डिमांड को देखते हुए सोफी ने यह कदम उठाया है। कंपनी ने कहा कि उसका फोकस रेगुलेटरी कंप्लायंस और इंस्टीट्यूशनल-ग्रेड सिक्योरिटी पर रहेगा ताकि यूज़र्स को भरोसेमंद अनुभव मिल सके।
हालांकि FDIC अभी भी क्रिप्टो एसेट्स को कवर नहीं करता, लेकिन SoFi ने स्पष्ट किया है कि सभी ट्रांज़ैक्शन उसके स्थापित सिक्योरिटी सिस्टम के अंदर होते हैं। ऐप में पहली बार क्रिप्टो खरीदने वालों के लिए एजुकेशनल कंटेंट और स्टेप-बाय-स्टेप गाइड भी उपलब्ध कराई गई है।
सोफी बैंक का यह कदम केवल क्रिप्टो ट्रेडिंग तक सीमित नहीं रहेगा। कंपनी ने घोषणा की है कि वह आने वाले वर्षों में अपने बैंकिंग सिस्टम में Blockchain Technology को और गहराई से जोड़ेगी।
बैंक की योजना है कि वह Bitcoin Lightning Network के ज़रिए ब्लॉकचेन रेमिटेंस की सुविधा लाएगा, जिससे इंटरनेशनल ट्रांसफर और तेज़ तथा सस्ता हो सकेगा। इसके अलावा, सोफी वर्ष 2026 तक एक USD Stablecoin लॉन्च करने की भी तैयारी कर रहा है, जो डिजिटल डॉलर के रूप में काम करेगा।
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि SoFi Bank Crypto Trading की शुरुआत अमेरिकी बैंकिंग सेक्टर में डिजिटल इंटीग्रेशन की दिशा में बड़ा कदम है। यह दर्शाता है कि अब ट्रेडिशनल बैंक भी ब्लॉकचेन और क्रिप्टो टेक्नोलॉजी को अपना रहे हैं।
CEO Anthony Noto ने कहा कि यह कदम न केवल यूज़र्स के एक्सपीरियंस को आधुनिक बनाएगा बल्कि क्रिप्टो को मेनस्ट्रीम बैंकिंग का हिस्सा भी बनाएगा। SoFi के इस मॉडल को अगर अन्य बैंक अपनाते हैं, तो भविष्य में बैंकिंग और डिजिटल एसेट्स के बीच की दीवारें लगभग समाप्त हो जाएंगी।
क्रिप्टो और फिनटेक में अपने 7 साल के अनुभव के आधार पर मेरा मानना है कि सोफी बैंक का यह कदम ट्रेडिशनल फाइनेंस और डिजिटल फाइनेंस के बीच की दूरी खत्म करेगा। यह मॉडल आने वाले वर्षों में ग्लोबल बैंकिंग सिस्टम के लिए एक नया स्टैण्डर्ड बन सकता है।
SoFi Bank का यह लॉन्च अमेरिकी फाइनेंशियल सिस्टम के लिए एक नया चैप्टर खोलता है। यह दिखाता है कि बैंक अब क्रिप्टो को कॉम्पिटिटिव नहीं बल्कि सहयोगी टेक्नोलॉजी के रूप में देख रहे हैं। आने वाले समय में, यदि रेगुलेटरी स्पष्टता और टेक्निकल इनोवेशन साथ आते हैं, तो सोफी बैंक का यह मॉडल पूरी बैंकिंग इंडस्ट्री को एक नई जनरेशन में ले जा सकता है।
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