हाल ही में, Coinbase के CEO Brian Armstrong ने दावा किया कि Trump की US Strategic Bitcoin Reserve की घोषणा के बाद सरकारें क्रिप्टोकरेंसी सेक्टर में ज्यादा इंटरेस्ट ले रही हैं। उनका मानना है कि यह कदम ग्लोबल लेवल पर सरकारों को डिजिटल करेंसीज़ की ओर अट्रेक्ट कर रहा है, जिससे क्रिप्टो असेट्स के सेफ़ एडॉप्शन में मदद मिल रही है। Armstrong ने इस दौरान बताया कि Coinbase अब US और International Government Institutions के साथ मिलकर काम कर रहा है, ताकि वे क्रिप्टोकरेंसी को सेफ़ मैनर में उपयोग कर सकें।
Brian Armstrong ने हाल ही में एक ट्वीट में यह खुलासा किया कि Coinbase अब 145 US Government Organizations और 29 International Organizations के साथ मिलकर काम कर रहा है। इन आर्गेनाइजेशन्स को क्रिप्टो की सिक्योर सर्विसेस जैसे कस्टडी, ट्रेडिंग और ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता है और Coinbase इन्हें नेसेसरी सपोर्ट प्रोवाइड कर रहा है। यह सहयोग सरकारों को डिजिटल करेंसीज़ और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को अपनाने में सहायता कर रहा है, जिससे फाइनेंशियल मैनेजमेंट और ट्रांजेक्शन प्रोसेस में सिक्योरिटी और ट्रांसपेरेंसी आएगी।
Strategic Bitcoin Reserve की घोषणा ने US Government को क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग पर विचार करने के लिए इंस्पायर किया है। इसके अलावा, White House में हुई हिस्टोरिक Crypto Summit ने भी ग्लोबल गवर्नमेंट्स को अट्रेक्ट किया, जिससे क्रिप्टोकरेंसी की पॉपुलैरिटी बढ़ी है। इस समिट में US Government ने Blockchain और Cryptocurrency के उपयोग को लेकर अपने प्लान्स पर चर्चा की।
India में क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट लगातार बढ़ रहा है और Coinbase इस ग्रोइंग मार्केट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का अच्छा मौका देख रहा है। हाल ही में, Coinbase ने Indian Financial Intelligence Unit (FIU) के साथ रजिस्ट्रेशन कराया, जो Coinbase की इंडियन मार्केट में वापसी, अपने ऑपरेशंस भारत में फिर से शुरू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कदम इंडियन गवर्नमेंट की ओर से क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग को लेकर पॉजिटिव सिग्नल देता है।
Coinbase का मानना है कि Blockchain Technology का उपयोग गवर्नमेंट रिकॉर्ड, ट्रांजेक्शंस और फाइनेंशियल मैनेजमेंट को सिक्योर और ट्रांसपेरेंट बनाने में मदद कर सकता है। यह कंपनी अन्य देशों में भी गवर्नमेंट आर्गेनाइजेशन्स के साथ मिलकर अपने पोर्टफोलियो, ड्यू डिलिजेंस और टेक्निकल सपोर्ट के माध्यम से क्रिप्टो को अपनाने में मदद कर रही है।
Brian Armstrong का मानना है कि US Bitcoin Reserve की घोषणा ने सरकारों को क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सोचने के लिए इंस्पायर किया है। Coinbase अब गवर्नमेंट्स और गवर्नमेंट आर्गेनाईजेशन्स को सेफ़ली क्रिप्टोकरेंसी अडॉप्ट करने में मदद कर रहा है, जिससे डिजिटल असेट्स का फ्यूचर और भी स्ट्रांग होता नजर आ रहा है। साथ ही, कंपनी का India में विस्तार इस बात का संकेत है कि Coinbase क्रिप्टो इंडस्ट्री और इसके रेगुलेटरी फ्रेमवर्क में विश्वास रखता है। इस प्रकार, Coinbase का गवर्नमेंट कोऑपरेशन क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक नया चैप्टर ओपन होने का संकेत है।
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