करंट डेटा से पता चलता है कि यूएस स्पॉट Bitcoin ETF (Exchange-Traded Funds) से बड़ी मात्रा में पैसे निकाले गए हैं। इसका मतलब है कि फंड और एसेट मैनेजर पिछले सप्ताह में अपनी पॉजीशन सेल कर रहे हैं। इससे समझा जा सकता है कि आज क्रिप्टो मार्केट में गिरावट क्यों आई है।
27 अगस्त से 30 अगस्त के बीच लगातार चार दिनों तक विड्रॉल होते रहे 30 अगस्त को यूएस मार्केट में 11 स्पॉट ETF से एक दिन में कुल 175.67 मिलियन डॉलर के सबसे बड़े विड्रॉल हुए यह बड़े विड्रॉल चिंता का विषय बन गए है कि क्रिप्टो मार्केट में गिरावट क्यों हो रही है और क्या यह बेहतर होगा।
विशेष रूप से, Blackrock के IBIT प्रोडक्ट और Grayscale के GBTC में भी बड़े विड्रॉल हुए Blackrock के IBIT से लगभग 65 मिलियन डॉलर और Grayscale के GBTC से लगभग 70 मिलियन डॉलर निकाले गए। ये विड्रॉल पिछले आठ दिनों के बाद हुए, जब क्रिप्टो मार्केट में सकारात्मक रुझान थे, इस वजह से लोग सोच रहे हैं कि आज क्रिप्टो मार्केट में गिरावट क्यों है और इसका मार्केट पर क्या असर हो सकता है।
अब ट्रेडर्स अगले Non-Farm Payroll रिपोर्ट पर ध्यान दे रहे हैं, जो अमेरिकी एम्प्लॉयमेंट की एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट है और हर महीने के पहले शुक्रवार को जारी होती है। यह रिपोर्ट अमेरिकी इकॉनामी की सेहत को दर्शाती है। अगर रिपोर्ट स्ट्रांग आती है, तो इससे क्रिप्टो मार्केट में गिरावट की चिंताओं को कम किया जा सकता है। एक अच्छी रिपोर्ट Federal Reserve को इंटरेस्ट रेट कम करने के लिए प्रेरित कर सकती है, जिससे क्रिप्टो मार्केट में सुधार हो सकता है और गिरावट को कम करने में मदद मिल सकती है।
पिछले सप्ताह Jackson Hole symposium में, Fed के अध्यक्ष Jerome Powell ने बताया कि सितंबर में इंटरेस्ट रेट कम किया जा सकता हैं। इस खबर ने Bitcoin की कीमतों में वृद्धि के संकेत दिए है।
Coinglas के डेटा के अनुसार Bitcoin आमतौर पर सितंबर में संघर्ष करता है। पिछले ग्यारह वर्षों में केवल तीन बार ही Bitcoin ने इस महीने पॉजिटिव रिटर्न दिखाया है। इस देता से यह समझने में मदद मिलती है कि आज Bitcoin की कीमतें क्यों गिर रही हैं। सितंबर में अक्सर समर गेन्स से प्रॉफिट उठाने की कोशिश की जाती है, जिससे मार्केट में नेगटिव भावना पैदा होती है। हालांकि, सितंबर Bitcoin के लिए चुनौतीपूर्ण महिना हो सकता है, लेकिन यह इन्वेस्ट के लिए एक अच्छा समय भी हो सकता है।
जब क्रिप्टो में बड़ी गिरावट होती है, तो पैसा कही नहीं जाती है, इसका मतलब है कि मार्केट का प्राइस गिर रहा हैं। जब प्राइस गिरता हैं, तो इन्वेस्टर्स अपने एसेट्स को कम प्राइस पर बेचते हैं, जिससे उनका इन्वेस्टमेंट प्राइस कम हो जाता है। फंड उन लोगों के बीच पुनर्वितरित होते हैं जिन्होंने गिरावट से पहले एसेट्स को बेचा है और जिन्होंने गिरावट के दौरान खरीदा है।
क्रिप्टो की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं, हिस्टोरिकल ट्रेंड्स सितंबर में आई गिरावट के बाद अक्टूबर में वृद्धि दिखाते है। हालांकि, यह रिकवरी की इकॉनोमिक इंडीकेटर्स और मार्केट सेंटिमेंट पर निर्भर करती है, इसका मतलब है कि शार्ट-टर्म रिकवरी की गारंटी नहीं है, लेकिन यह पूरी तरह से असंभव भी नहीं है।
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