Ethereum Foundation (EF) ने सितंबर महीने में 10K ETH (करीब 43 मिलियन डॉलर) बेचने का ऐलान किया है। यह बिक्री एक साथ नहीं, बल्कि छोटे-छोटे हिस्सों में कई हफ्तों तक Centralized Exchanges के ज़रिए की जाएगी। इस कदम का उद्देश्य Ethereum की रिसर्च, डेवलपमेंट, ग्रांट्स और डोनेशन प्रोजेक्ट्स को फंड देना है।
EF ने इस फैसले की जानकारी एक “Transparency Notice” के ज़रिए दी है, जिससे यह साफ हो गया है कि यह कोई अचानक लिया गया कदम नहीं है, बल्कि इसकी पहले से योजना बनाई गई थी। इस घोषणा के बाद क्रिप्टो वर्ल्ड में काफी उत्साह बना हुआ है तो कुछ लोग इसे एक स्ट्रेटेजिक और ज़िम्मेदार कदम मान रहे हैं, वहीं कुछ इसे Ethereum की डिसेंट्रलाइजेशन सोच के खिलाफ बता रहे हैं।

Source: यह इमेज Ethereum Foundation की X पोस्ट से ली गई है, जिसकी लिंक यहां दी गई है।
Ethereum Foundation का कहना है कि ETH की यह बिक्री तीन मुख्य कारणों के लिए की जा रही है।
कई निवेशकों को पहली बार में यह फैसला नेगेटिव लग सकता है, लेकिन Ethereum Community इसे एक स्ट्रैटेजिक मूव के रूप में देख रही है। Foundation पहले भी मार्केट हाई रहने पर ETH बेच चुकी है ताकि डेवलपमेंट जारी रह सके। इस बार भी उन्होंने ट्रांसपेरेंसी और मार्केट स्टेबिलिटी का पूरा ध्यान रखा है।
लोगों का मानना है कि Ethereum Foundation यह कदम जल्दबाज़ी में नहीं, बल्कि लॉन्ग टर्म के बारे में सोचकर उठा रही है।
Ethereum Foundation ने जून 2025 में जब अपनी Treasury Policy बदली, तो मैंने एक क्रिप्टो राइटर के तौर पर इसे एक समझदारी भरा और ज़रूरी कदम माना। पहले EF सिर्फ ETH होल्ड करता था, लेकिन अब ज़रूरत के अनुसार ETH को कैश में बदलकर Ecosystem को सपोर्ट करने का फैसला लिया गया है।
मेरे क्रिप्टो एक्सपेरिएंस के अनुसार, जब किसी आर्गेनाइजेशन की फंडिंग स्ट्रेटेजी ट्रांसपेरेंट और स्टेप बाय स्टेप होती है, तो निवेशकों का भरोसा बना रहता है। ETH को छोटे-छोटे हिस्सों में बेचना इस बात का संकेत है कि Ethereum Foundation मार्केट की स्टेबिलिटी को गंभीरता से ले रहा है।
हालांकि Ethereum Foundation का कहना है कि छोटे-छोटे ऑर्डर्स में बिक्री से मार्केट में कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा, लेकिन एनालिस्ट की राय थोड़ी अलग है। 2023 में Journal of Financial Economics में छपी एक स्टडी के मुताबिक, जब बड़ी मात्रा में क्रिप्टो बेचा जाता है, तो कीमतों में 2 से 5% की गिरावट देखी जा सकती है।
कुछ लोगों का मानना है कि Ethereum Foundation का सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज के ज़रिए ETH बेचना उसकी असली सोच से नहीं मिलता। Ethereum हमेशा से इस बात पर ज़ोर देता आया है कि सिस्टम ज्यादा से ज्यादा ओपन और बिना किसी एक आर्गेनाइजेशन के कंट्रोल में हो। लेकिन इस फैसले में ऐसा नहीं दिख रहा, क्योंकि सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज किसी एक कंपनी के कंट्रोल में होते हैं। इसलिए कुछ लोग इसे गलत दिशा में उठाया गया कदम मान रहे हैं।
Ethereum Foundation का यह फैसला एक बड़ी योजना का हिस्सा है, जिसमें Ethereum को मजबूत और बेहतर बनाना शामिल है। इस कदम से थोड़ी बहुत परेशानी या उतार-चढ़ाव हो सकते हैं, लेकिन यह फैसला सोच-समझकर लिया गया है, इसलिए निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है। धीरे-धीरे ETH बेचने से मार्केट पर कम असर पड़ेगा। यह दिखाता है कि Ethereum Foundation जिम्मेदारी से काम कर रहा है। कुल मिलाकर, यह Ethereum को सिर्फ एक डिजिटल कॉइन नहीं, बल्कि एक भरोसेमंद और मजबूत फाइनेंशियल सिस्टम बनाने की दिशा में बढ़ाया गया कदम है।
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