Ethereum Foundation (EF) ने हाल ही में अपने इन्टरनल फ्रेमवर्क में एक बड़ा बदलाव करते हुए Protocol Research & Development (PR&D) टीम को रिब्रांड कर केवल “Protocol” नाम दिया है। इस प्रोसेस के तहत न केवल फोकस एरिया को दोबारा रिडिफाइन किया गया है, बल्कि Ethereum Layoff भी देखने को मिले हैं। हालांकि EF ने इस Ethereum Layoff की संख्या का खुलासा नहीं किया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह कदम केवल कॉस्मेटिक बदलाव नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक गहरा रणनीतिक उद्देश्य छिपा है।
Ethereum Foundation की PR&D टीम अब ‘Protocol’ के नाम से काम करेगी और यह टीम अब तीन प्रमुख उद्देश्यों पर केंद्रित होगी:
इस बदलाव का उद्देश्य Ethereum को भविष्य के लिए अधिक तैयार बनाना है, विशेष रूप से zkEVMs और Layer-2 टेक्नोलॉजी के डेवलपमेंट के दौर में। EF ने इसे “Shipping Protocol” की चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया बताया है, जो अनिश्चित मांगों के बीच सटीक समाधान निकालने की आवश्यकता पर जोर देती है।
इस नई संरचना के तहत अनुभवी डेवलपर्स जैसे Tim Beiko, Alex Stokes और Barnabé Monnot को इन प्रमुख क्षेत्रों में औपचारिक रूप से नियुक्त किया गया है। इस जानकारी को शेयर करते हुए Ethereum Foundation ने X पर पोस्ट किया Announcing Protocol। इस पोस्ट में ऑफिशियल पेज की लिंक लगाईं गई और जिसमें इस रिब्रांडिंग की डिटेल में जानकारी दी गई।
Ethereum Layoff की खबरें उस समय सामने आईं जब EF ने बताया कि PR&D टीम के “कुछ सदस्य” अब इसका हिस्सा नहीं रहेंगे। भले ही संख्या स्पष्ट नहीं की गई हो, लेकिन यह संकेत देता है कि संगठन अब ‘leaner and more focused’ बनने की दिशा में बढ़ रहा है।
EF का यह कदम ऐसे समय में आया है जब Foundation पहले से ही अंदरूनी आलोचनाओं, ट्रांसपेरेंसी की मांगों और लीडरशिप मॉडल में बदलाव के दौर से गुजर रहा है। जनवरी 2025 में Vitalik Buterin ने Foundation के लीडरशिप मॉडल में बदलाव की घोषणा की थी, जिसके तहत टेक्नीकल एक्सपर्टीज और बेहतर संवाद को प्राथमिकता दी गई थी।
इसके अलावा अप्रैल 2025 में EF ने अपनी बोर्ड और एग्जीक्यूटिव फंक्शन के बीच स्पष्ट विभाजन करते हुए Hsiao-Wei Wang और Tomasz Stańczak को नए सह-कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया था।
हमारी राय में Ethereum Layoff केवल आर्थिक दबाव या टीम साइज घटाने का परिणाम नहीं है। यह एक गहन रणनीतिक बदलाव का हिस्सा है जो Ethereum को एक मॉडर्न, तेज़ और स्केलेबल नेटवर्क बनाने की दिशा में ले जा रहा है। इस बदलाव से तीन बड़े संकेत मिलते हैं:
जब DeFi और Layer-2 समाधान तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, ऐसे समय में Ethereum Foundation का यह कदम लॉन्गटर्म फॉर्म से उचित प्रतीत होता है। हालांकि Ethereum Layoff का निर्णय सामाजिक दृष्टि से संवेदनशील हो सकता है, लेकिन टेक्नीकल और मैनेजमेंट लेवल पर यह बदलाव EF को अधिक केंद्रित, जिम्मेदार और अनुकूलनीय बना सकता है।
रिब्रांडिंग और Layoff के साथ-साथ EF का DeFi में बढ़ता योगदान भी चर्चा में है। हाल ही में Ethereum Foundation ने Aave Protocol से $2 मिलियन के GHO Stablecoin उधार लिए हैं। यह कदम दर्शाता है कि Foundation अब अपने ETH होल्डिंग्स का उपयोग स्मार्ट तरीके से कर रहा है, बिना उसे बेचे अपनी ऑपरेशनल जरूरतों को पूरा कर रहा है।
यह रणनीति न केवल ETH को मार्केट में डंप होने से रोकती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि Ethereum Foundation DeFi Protocols के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को गंभीरता से ले रहा है।
सकारात्मक परिणाम:
नकारात्मक परिणाम:
Ethereum Layoff और Core Team की रिब्रांडिंग को केवल एक आंतरिक HR निर्णय मानना बहुत सतही होगा। यह एक बड़े ट्रांस्पेरेट और रणनीतिक बदलाव की ओर इशारा करता है, जहां Foundation अब Lean, Agile और Technically Focused बनना चाहता है।
हमारे अनुसार, यह कदम क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक दोहरी धार वाली तलवार की तरह है, जहां एक ओर यह नेटवर्क के डेवलपमेंट को गति दे सकता है, वहीं दूसरी ओर इससे जुड़े ह्यूमन अस्पेक्ट्स और ट्रांसपेरेंसी पर निगरानी बनाए रखना भी जरूरी होगा।
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