दुनिया के दुसरे बड़े Memecoin Shiba Inu अब Japan की क्रिप्टो रेगुलेटरी बॉडी JVCEA की Green List में शामिल हो गया है। इस लिस्ट में ऐसी क्रिप्टोकरेंसी को शामिल किया जाता है, जिसके साथ कोई रिस्क या इशू न हो। एक Memecoin का इसमें जुड़ना एक बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है।

Source: X Post
16 November को Japan में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बड़ा डेवलपमेंट हुआ है, जिसके अनुसार
Shiba Inu को मिला यह दर्जा इसी बड़े डेवलपमेंट का पार्ट है, जिसके द्वारा जापान को दुनिया का Crypto Hub बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
अगर कोई Cryptocurrency इस लिस्ट में शामिल होती है तो इसका मतलब होता है कि
यह Shiba Inu Ecosystem के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है, इससे न केवल ग्लोबली इसकी छवि बेहतर होगी बल्कि इसका असर एडॉप्शन में बढ़ोतरी के रूप में भी दिखेगा।
क्रिप्टो मार्केट ग्लोबल है, लेकिन एशिया-पेसिफिक के महत्वपूर्ण देशों में केवल South Korea और Singapore ही कुछ प्रो-क्रिप्टो माने जा सकते थे। भारत और चाइना का स्टैंड इसे लेकर अब भी कठोर है, ऐसे में Japan जैसे बड़े देश में इस तरह के प्रो-क्रिप्टो रेगुलेशन Asia का रिप्रजेंटेशन इस ग्लोबल रिवोल्यूशन में बढ़ाएगा।
Crypto Market में अपने 6 वर्षों के अनुभव के आधार पर मैं यह कह सकता हूँ कि जब भी किसी बड़े देश में रेगुलेशन आसान हैं, मार्केट में स्टेबिलिटी बढ़ी है। जापान के इस कदम का भी कुछ ऐसा ही प्रभाव होने की सम्भावना है।
यह अपडेट Shiba Inu और पूरे एशियाई क्रिप्टो मार्केट के लिए एक मजबूत संकेत है। Japan जैसे G7 देश में ग्रीन लिस्ट शामिल होना न केवल SHIB की ग्लोबल लिजीटिमेसी बढ़ाता है बल्कि एडॉप्शन, पार्टनरशिप और टैक्स बेनिफिट्स के जरिए इसके इकोसिस्टम को भी मजबूती देता है। ऐसे प्रो-क्रिप्टो कदम आने वाले समय में मार्केट को अधिक स्थिर और मेनस्ट्रीम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
Disclaimer: यह आर्टिकल एजुकेशनल पर्पस से लिखा गया है। क्रिप्टो मार्केट वोलेटाइल है, किसी भी इन्वेस्टमेंट से पहले अपनी रिसर्च जरुर करें।
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