Shibarium Bridge Bounty को लेकर Shiba Inu Team और हैकर के बीच चल रहा मामला अब और गर्म हो गया है। Team ने बाउंटी बढ़ाकर 25 ETH कर दी है और इसे “फाइनल ऑफर” बताया है। यह ऑफर इसलिए दिया गया है ताकि हैकर चोरी किए गए टोकन लौटा दे। टीम ने साफ कहा है कि अब हैकर के पास सिर्फ दो ऑप्शन्स हैं। ऑफर मानकर फंड वापस करे या फिर उन टोकन को पकड़े रहे जिनकी कीमत अब लगभग बेकार हो चुकी है।

Source: यह इमेज थी The Shib की X पोस्ट से ली गई है। जिसकी लिंक यहां दी गई है।
यह पूरा मामला सितंबर 2025 में हुए Shiba Inu Exploit से जुड़ा है, जिसमें लगभग 2.4 मिलियन डॉलर के टोकन चोरी हो गए थे। इसमें BONE जैसे टोकन शामिल थे और BAD व KNINE जैसे टोकन भी थे जिनकी मार्केट वैल्यू बहुत कम हो गई है। Shiba Inu टीम का मानना है कि Shibarium Bridge Bounty बढ़ाने से हैकर पर प्रेशर बढ़ेगा, क्योंकि चोरी किए गए टोकन की कीमत लगातार गिरती जा रही है और उन्हें बेचना भी मुश्किल है।
टीम ने इस ऑफर को समय से जोड़ते हुए एक काउंटडाउन भी शुरू किया है। उनके अनुसार यह ऑफर 18 नवंबर के बाद धीरे-धीरे कम होना शुरू होगा और 25 एनालिस्ट इसे एक नई स्ट्रेटेजी मान रहे हैं, जो भविष्य में ऐसे मामलों में अपनाई जा सकती है।
इस पूरी घटना की शुरुआत तब हुई जब K9 Finance DAO ने पहली बार हैकर को 5 ETH देने की पेशकश की। हैकर ने इसे ऑन-चेन मैसेज के जरिए ठुकरा दिया और 50 ETH की डिमांड रखी। इसके बाद K9 Finance और Shiba Inu टीम ने मिलकर 20 ETH का ऑफर दिया, लेकिन हैकर ने उसे भी मना कर दिया। अब Shibarium Bridge Bounty बढ़ाकर 25 ETH कर दी गई है और टीम ने इसे आखिरी प्रस्ताव बताया है।
इस मामले की खास बात यह है कि दोनों पक्षों की पूरी बातचीत Ethereum Blockchain पर रिकॉर्ड हो रही है। हर ऑफर, हर जवाब और हर मैसेज ट्रांसपेरेंट रूप से सामने है। टीम ने अपने हालिया ऑन-चेन मैसेज में साफ लिखा“25 ETH, final offer… यह Shib की ओर से दिया गया है, K9 DAO की तरफ़ से नहीं।” टीम ने यह भी कहा कि इस घटना का असर उन लोगों पर पड़ा है जिन्होंने ईकोसिस्टम पर भरोसा किया और अपनी मेहनत की कमाई लगाई।
Shibarium Bridge Bounty से जुड़ा यह पूरा विवाद एक बार फिर दिखाता है कि क्रिप्टो नेटवर्क में सुरक्षा कितनी बड़ी चुनौती है। Shiba Inu टीम के सामने सिर्फ पैसे वापस लाने की चुनौती नहीं है, बल्कि उन्हें यह भी साबित करना है कि उनका नेटवर्क सुरक्षित है। चोरी किए गए टोकन की गिरती वैल्यू से यह साफ है कि हैकर के लिए इन्हें रखने का कोई फायदा नहीं रहा।
इस घटना ने यह भी दिखाया है कि ब्लॉकचेन पर खुली बातचीत भी एक तरीका हो सकती है जिससे पीड़ितों की मदद की जा सके। हालांकि, यह तरीका कितना सफल होगा, यह आने वाले दिनों में ही पता चलेगा।
मेरे 7 वर्षों के ब्लॉकचेन और क्रिप्टो सिक्योरिटी एक्सपीरियंस के आधार पर, Shibarium Bridge Bounty का यह मॉडल एक स्मार्ट प्रेशर स्ट्रेटेजी है। ऑन-चेन बातचीत से ट्रांसपेरेंसी बढ़ती है, लेकिन बार-बार हैक होने से नेटवर्क पर भरोसा कम होता है। यदि Shiba Inu टीम इस फाइनल ऑफर के बाद स्ट्रक्चर मजबूत करती है, तो कम्युनिटी का विश्वास वापस आ सकता है।
Shibarium Bridge Bounty पर Shiba Inu टीम का 25 ETH का नया ऑफर इस मामले को एक बड़े मोड़ पर ले आया है। यह हैकर के लिए आखिरी मौका बताया जा रहा है, जबकि टीम इसे कम्युनिटी की सुरक्षा और भरोसे के लिए जरूरी कदम मानती है। अब हर किसी की नज़र इस पर है कि हैकर इस ऑफर को स्वीकार करेगा या नहीं। आने वाले दिनों में इस पूरे मामले की दिशा तय होगी।
डिस्क्लेमर: यह न्यूज़ केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखी गई है। इसमें दी गई किसी भी बात को फाइनेंशियल, कानूनी या निवेश सलाह न माना जाए। क्रिप्टो मार्केट जोखिमों से भरा होता है, इसलिए निवेश करने से पहले स्वयं रिसर्च करें या एनालिस्ट की सलाह लें।
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