XRP अब XRPL-Only की बजाये Multichain Player बन गया है। आज 12 December को सामने आई खबर के मुताबिक़ Hex Trust ने wrapped-XRP (wXRP) Launch किया है। जिसका उपयोग Ethereum, Solana, Hyper EVM जैसी चैन पर किया जा सकेगा।
Source: X Post
Wrapped XRP, वास्तविक XRP का टोकनाइज्ड वर्जन है। इसे "रैप" करके किसी दूसरे ब्लॉकचेन (जैसे Ethereum, Binance Smart Chain, Polygon, Solana आदि) पर इस्तेमाल करने के लिए बनाया जाता है।
आसान भाषा में समझें:
असली XRP सिर्फ Ripple/XRP Ledger पर चल सकता है।
लेकिन DeFi, NFT, या दूसरे ब्लॉकचेन पर इसका इस्तेमाल करने के लिए उसे "wXRP" में बदलना पड़ता है।
Wrapped Token उस ब्लॉकचेन के नेटिव टोकन की तरह काम करता है, जिसे आप MetaMask, Trust Wallet आदि में रख सकते हैं और DeFi ऐप्स में इस्तेमाल कर सकते हैं।
Hex Trust ने इसे 1:1 Backup Version के रूप में बनाया है। इसकी इन बड़ी ब्लॉकचेन पर लैंडिंग के बाद यह Singlechain से Multichain Player में बदल सकता है। इससे निम्नलिखित फायदे होंगे:
1. क्रॉस-चेन एक्सेसिबिलिटी बढ़ना (Increased Interoperability)
यह टोकन मुख्य रूप से XRPL तक सीमित है। wXRP के जरिए यह अन्य पॉपुलर ब्लॉकचेन पर आसानी से इस्तेमाल हो सकता है।
इससे DeFi ऐप्स (जैसे स्वैप्स, लिक्विडिटी प्रोविजनिंग, और कोलैटरल) में इसका यूज बढ़ेगा और यूज़र्स को अनरेगुलेटेड थर्ड-पार्टी ब्रिज पर निर्भर भी नहीं होना होगा। लॉन्च पर ही $100 मिलियन से ज्यादा का TVL (Total Value Locked) तैयार है, जो तुरंत लिक्विडिटी देता है।
2. रिपल इकोसिस्टम को बूस्ट (Boost to Ripple's Utility)
Ripple ने इसे "इंस्टीट्यूशनल डिमांड" से जोड़ा है, जहाँ ट्रेडिशनल इन्वेस्टर्स XRP और RLUSD (Ripple का स्टेबलकॉइन) को ब्रॉडर क्रिप्टो इकोसिस्टम में इस्तेमाल करना चाहते हैं।
यह XRPL को आइसोलेटेड रखने की बजाय, इसे Ethereum और Solana जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स से कनेक्ट करता है। इससे क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट्स और DeFi में Ripple की लॉन्ग-टर्म यूटिलिटी मजबूत होगी।
3. सिक्योरिटी और रेगुलेटरी कंप्लायंस (Enhanced Security & Compliance)
wXRP को Hex Trust (एक रेगुलेटेड कस्टोडियन) द्वारा मिंट/रिडीम किया जाता है, जहाँ अंडरलाइंग एसेट को अलग-थलग इंस्टीट्यूशनल कस्टडी में रखा जाता है।
यह अनरूलेटेड ब्रिजेस के रिस्क (जैसे हैक्स) से बचाता है, जो इंस्टीट्यूशनल यूजर्स के लिए अट्रैक्टिव है।
4. मार्केट इम्पैक्ट (Market Implications)
wXRP का तुरंत प्राइस पर असर नहीं पड़ा है, लेकिन लॉन्ग-टर्म में एडॉप्शन बढ़ने से प्राइस और वॉल्यूम में ग्रोथ हो सकती है।
कुल मिलाकर, यह Ripple को DeFi और मल्टी-चेन वर्ल्ड में ज्यादा कॉम्पिटिटिव बनाता है, जो क्रिप्टो के मेनस्ट्रीम एडॉप्शन के लिए पॉजिटिव है।
क्रिप्टो मार्केट में अपने 6 वर्षों के अनुभव के आधार पर मैं यह कह सकता हूँ कि जब भी किसी बड़े टोकन की यूटिलिटी बढती है तो लॉन्ग टर्म में इसका असर प्राइस पर भी दिखता है। XRP ETF को जिस तरह से इन्स्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स का समर्थन मिल रहा है, यह आने वाले दिनों में Web3 और रियल वर्ल्ड के बीच कड़ी के रूप डेवलप होने का पोटेंशियल रखता है।
Hex Trust द्वारा जारी किया गया wXRP निश्चित रूप से इसकी डिमांड और एडॉप्शन बढ़ाने का काम कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो इस टोकन की Price पर लॉन्ग टर्म में बड़ा इम्पैक्ट पड़ सकता है। अगर DeFi में इसका इस्तेमाल बढ़ा तो इसकी सप्लाई पर भी असर पड़ेगा, जो एक बड़ा बुलिश फैक्टर होगा।
Disclaimer: यह आर्टिकल एजुकेशनल पर्पस से लिखा गया है। क्रिप्टो मार्केट वोलेटाइल है, किसी भी इन्वेस्टमेंट से पहले अपनी रिसर्च जरुर करें।
Explore Our FAQs
Find quick answers to commonly asked questions and understand how things work around here.
Copyright 2025 All rights reserved